ये पोस्टर भाजपा से ज्यादा कांग्रेस पर चस्पा होता दिख रहा है। इसने ये साबित किया कि कांग्रेस के पास इस पोस्टर जैसे ही जिस्म तो है पर दिमागी रूप से वे ‘गायब’ हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी। पार्टी को अब अपना नाम अखिल भारतीय कांग्रेस (मानसिक दिवालिया) पार्टी कर लेना चाहिए। इसके सलाहकार और नेता दोनोंएक अलग ही तरंग में दिखते हैं। ये उन्मादी और मनमाने हैं। कब क्या करना और कब क्या नहीं करना इसकी समझ इस पार्टी में बिलकुल दिखाई नहीं देती।
कांग्रेस ने इनदिनों अपने किये पर माफ़ी मांगने को ही रिवाज बना लिया है। ताज़ा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गायब तस्वीर का है। इसे कांग्रेस के सोशल
मीडिया हैंडल से जारी किया गया है। इस तस्वीर में प्रधानमंत्री का बिना चेहरे का फोटो लगाया गया है। जिसमे तंज किया गया है कि प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण मौके पर गायब हैं।अखिल भारतीय कांग्रेस(मानसिक दिवालिया )पार्टी !भाजपा ने इसे लपका और तत्काल कह दिया-कांग्रेस सिर तन से जुदा वाली जमात के साथ है। कांग्रेस का ये पोस्टर पाकिस्तान की तरफदारी करता है। ये बात इस पोस्टर को देखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को चुभी। पर कांग्रेस में जो सलाहकार मंडली है उसको ये पोस्टर गलत क्यों नहीं लगा ? ये पोस्टर साबित करता है कि कांग्रेस की टीम राहुल बेहद कमतर और उन्मादी टाइप की है।
सवाल इससे ये भी उठता है कि इस टीम के आगे भी लोग हैं वो बैठकर क्या कर रहे थे ? किसने इसे जारी करने की अनुमति दी ? कौन लेता है कांग्रेस को डुबाने वाले ऐसे फैसले। मोदी से ज्यादा इस पोस्टर ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। ये पोस्टर भाजपा से ज्यादा कांग्रेस पर चस्पा होता दिख रहा है। इसने ये साबित किया कि कॉग्रेस के पास इस पोस्टर जैसे ही जिस्म तो है पर दिमागी रूप से वे ‘गायब’ हैं।
कांग्रेस के लिए ये पहली चूक नहीं है न ही पहला मौका पर कांग्रेस के अध्यक्ष को माफ़ी मांगनी पड़ी हो। दरअसल, कांग्रेस के पास कब क्या करना और कैसे करना की समझ ही नहीं दिखती। वे अक्सर टारगेट और टाइम दोनों ही गलत चुनते हैं।
इस समय जब देश युद्ध की बात कर रहा है। पाकिस्तान से जंग की तरफ हम जा रहे हैं। आतंकवादियों के समूल खात्मे की बात प्रधानमंत्री कर रहे हैं। प्रतिदिन बैठकें हो रहे हैं। सेना के तीनो अध्यक्ष रणनीति बना रहे हैं। ऐसे वक्त में कांग्रेस कह रही है कि मोदी जी गायब हैं ? अरे, भई कहाँ गायब हैं ? मोदी रात दिन बैठक करते दिख रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला तक ने कांग्रेस के इस पोस्टर को गलत बता दिया।
यानी मोदी को टारगेट करना कांग्रेस की इस वक्त बड़ी भूल थी। टाइम तो देश के प्रधानमंत्री पर टिप्पणी का ये कतई नहीं था। कांग्रेस को जो करना चाहिए वो
तो करती नहीं और जो नहीं करना चाहिए वो सबसे आगे होकर करती हैं।इस वक्त पार्टी को आतंकवाद , पाकिस्तान के खिलाफ खुलकर अभियान चलाना चाहिए पर राहुल के सलाहकार लगता है सिर्फ राहुल को खुश करने में लगे रहते हैं। वे अच्छे से जानते है कि मोदी के खिलाफ वाले पोस्टर से राहुल गांधी खुश होंगे।
निश्चित ही खुद राहुल गांधी भी इस पोस्टर से खुश नहीं ही हुए होंगे। पर चापलूसों को ये सब समझ नहीं आएगा।
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