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व्हाइट हाउस से निकाले गए जेलेंस्की
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माफ़ी मानाने से किया इंकार
#polioticswala report
वाशिंगटन डीसी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और ट्रम्प के बीच हुए बहस से पूरे विश्व में एक आश्चर्य पसर गया है। व्हाइट हाउस पहुँचने पर ट्रम्प ने जेलिंस्की का स्वागत किया। इसके बाद दोनों के बीच करीब 40 मिनट अच्छी बतचीत हुए लेकिन आखिरी के 10 मिनट ने पूरा माहौल बदल दिया। ट्रम्प का कहना था यूक्रेन के राष्ट्रपति युद्ध रोक दें जबकि जेलिंस्की इस बात पर अड़े थे कि सुरक्षा की गारंटी मिले बगैर कोई शांति समझौता नहीं हो सकता। बहस का रुख इस तरह रहा कि जेलिंस्की को व्हाइट हाउस से बाहर निकाल दिया गया। दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार को करीब 10 मिनट तक तीखी बहस हुई थी। हालाँकि कई देशों के नेताओं ने जेलेंस्की के प्रति अपनी समर्थन जताया है। इनमें नॉर्वे, नीदरलैंड, पोलैंड, यूरोपीय यूनियन, जर्मनी, ब्रिटेन जैसे यूरोपीय देशों के अलावा कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने भी शामिल हैं।
जेलेंस्की ने ट्रम्प से बहस के बाद उनसे माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने फॉक्स न्यूज से कहा कि जब तक सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल जाती वे किसी पीस डील में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा वे ट्रम्प का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्होंने कुछ बुरा नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा यह बहस दोनों के लिए अच्छी नहीं रही, लेकिन ट्रम्प को यह समझने की जरूरत है कि यूक्रेन, रूस को लेकर अपना रवैया एक दिन में नहीं बदल सकता। वे चाहते हैं कि ट्रम्प इस बहस के बाद भी यूक्रेन के लिए ज्यादा समर्थन दिखाएं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन एक साझेदार के तौर पर कभी भी अमेरिका को खोना नहीं चाहता।
बहस के बाद अमीरीकी टीम तो वहीँ रुकी रही लेकिन यूक्रेन के डेलिगेट्स ओवल ऑफिस से निकलकर दूसरे कमरे में चले गए थे। इसके तुरंत बाद ट्रम्प ने उपराष्ट्रपति वेंस, विदेश मंत्री रुबियो और एनएसए माइक वाल्ट्ज से कुछ बात की। ट्रम्प ने बड़ा कड़ा रवैया जताते हुए माइक वाल्ट्ज और रुबियो से कहा कि वे जाकर खुद जेलेंस्की को कह दें कि उनके जाने का वक्त हो गया है। वो बातचीत की स्थिति में नहीं हैं।
हालाँकि जेलेंस्की ने फिर से ट्रम्प के साथ बातचीत करने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उन्हें यह मौका नहीं दिया गया। दोनों नेताओं की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होने वाली थी, जिसे रद्द कर दिया गया। ट्रम्प और जेलेंस्की के बीच जब बहस हो रही थी तब अमेरिका में यूक्रेन की राजदूत ओक्साना मार्कारोवा चिंतित दिख रही थीं। वे माथे पर हाथ रखे थीं।
व्हाइट हाउस से बाहर पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि जेलेंस्की शांति चाहते ही नहीं हैं। जबकि पुतिन शांति के लिए काफी गंभीर हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा अब वे तभी बातचीत करेंगे जब जेलेंस्की इस जंग को वाकई में खत्म करना चाहते हों।
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