Mamta Kulkarni: बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री से साध्वी बनीं ममता कुलकर्णी एक बार फिर सुर्खियों में हैं।
गोरखपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर विवादित बयान दिया।
ममता ने कहा कि दाऊद आतंकी नहीं है और उसने मुंबई में बम धमाके नहीं करवाए।
उन्होंने यह भी साफ किया कि वे दाऊद से कभी नहीं मिलीं और न ही उनका अंडरवर्ल्ड से कोई संबंध रहा है।
#BigBreaking @Mamta Kulkarni, who wears the cloak of religion and feigns spirituality, has not lost her love for her lovers… Look at Mamta's love for @Dawood, whom the entire world has branded a terrorist.@Underworld #Mumbai #Actress #Mamtakulkarni #Sanatan #Hindu #Terrorist pic.twitter.com/Zx2rISJmSB
— Mukund Shahi (@Mukundshahi73) October 30, 2025
मैं दाऊद से कभी नहीं मिलीं- ममता
ममता इन दिनों तीन दिन के गोरखपुर दौरे पर हैं। बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में दर्शन कर साधु-संतों से मुलाकात की।
मंगलवार को उन्होंने शहर के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। तभी उन्होंने ये बयान दिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में ममता कुलकर्णी कहती दिखाई देती हैं- मेरा दाऊद इब्राहिम से कोई लेना-देना नहीं है।
किसी एक का नाम जरूर था लेकिन आप देखिए, उसने देश के अंदर कोई बम ब्लास्ट या एंटी नेशनल काम नहीं किया।
वह आतंकवादी नहीं है। मैं उससे कभी मिली भी नहीं। मेरा नाम बेवजह जोड़ा गया था।
Dawood Ibrahim Aur Mamta Kulkarni Vivad, Kya Kaha #mamtakulkarni Ne Apni Safai Main | MUMBAI PRESS #dawoodibrahim #bollywood
Dawood Ibrahim and Mamta Kulkarni #Controversy, what did #mamtakulkarni say in her clarification | MUMBAI PRESS #dawoodibrahim #bollywood pic.twitter.com/6p8x3rgzlb— Mumbaipressnews (@MumbaiPressNews) October 30, 2025
ममता का यह बयान इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि 1993 मुंबई सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में भारत की जांच एजेंसियां और कोर्ट, दाऊद इब्राहिम को मुख्य साजिशकर्ता मान चुकी हैं।
दाऊद को भारत मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट घोषित कर चुका है, जबकि उस पर अंडरवर्ल्ड नेटवर्क, हवाला और ड्रग सिंडिकेट चलाने के आरोप भी हैं।
ब्रह्मचर्य और संन्यास की साधना पर जोर
ममता ने कहा कि वे अब पूरी तरह अध्यात्म के मार्ग पर हैं और उनका फिल्मों एवं राजनीति से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने बताया कि मैंने 12 साल तक एक ही स्थान पर रहकर ब्रह्मचर्य का पालन किया। 2016 से 2025 तक निरंतर साधना की, तब जाकर मुझे सिद्धि प्राप्त हुई।
ममता ने कहा कि उनका नाथ संप्रदाय से आध्यात्मिक जुड़ाव है। 1995 में उनके जीवन में गगन गिरि महाराज आए, जिसके बाद उन्होंने तपस्या का मार्ग अपनाया।
महाकुंभ में महामंडलेश्वर बनने पर हुआ था विवाद
साल 2025 की शुरुआत में प्रयागराज महाकुंभ के दौरान ममता अचानक किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मिली थीं।
इसके बाद उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर घोषित कर दिया गया और उनका संन्यासी नाम यामाई ममता नंद गिरि रखा गया।
इस फैसले को लेकर योग गुरु रामदेव, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सहित कई संतों ने विरोध किया। उनका कहना था कि संतत्व एक दिन में नहीं मिल सकता।
विवाद बढ़ने पर ममता ने महंत पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन दो दिन बाद उन्होंने इस्तीफा वापस भी ले लिया।
अंडरवर्ल्ड और ड्रग्स केस में भी आया था नाम
ममता कुलकर्णी 90 के दशक में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री थीं। हालांकि, उनका नाम अक्सर अंडरवर्ल्ड के साथ जोड़ा गया—खासकर छोटा राजन और बाद में ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी के साथ।
कहा गया कि ‘चाइना गेट’ फिल्म में ममता को दोबारा लेने में छोटा राजन का दबाव था। 2000 करोड़ की एपेड्रिन ड्रग तस्करी केस में भी उनका नाम सामने आया।
ममता लंबे समय तक केन्या और दुबई में रहीं। उनकी आखिरी फिल्म 2002 में रिलीज हुई थी। इसके बाद से वे फिल्मों से पूरी तरह दूर हो गईं।
हालांकि, इन सभी मामलों पर ममता का कहना है कि वे झूठे आरोपों का शिकार हुईं।
