मध्यप्रदेश में बजरंग दल और संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा दो आदिवासियों को पीट-पीटकर मार डालने के मामले में राजनीति गरमाई, कांग्रेस ने दिए बड़े आंदोलन के संकेत
भोपाल। मध्यप्रदेश में आदिवासी सियासत गरमा रही है। पिछले आठ महीने में आदिवासी और दलितों को लेकर सरकार घिरती रही है। इसके पहले भी देवास जिले में आदिवासी परिवार की हत्या का मामला सामने आया था।
मंगलवार को सिवनी में मॉब लिंचिंग में दो आदिवासियों की मौत हो गई। आरोप है कि बजरंग दल और संघ के लोगों ने पीट-पीटकर आदिवासियों की हत्या कर दी। इस मामले में अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी सक्रीय हुई हैं।
प्रियंका की सक्रियता को देखते हुए लगता है कि जल्द ही प्रदेश कांग्रेस इस मुद्दे पर एकजुट होगी। देवास में आदिवासियों की हत्या वाले मुद्दे पर जयस और भीमसेना ने तगड़ा विरोध दर्ज करवाया था। तब कांग्रेस आदिवासियों की आवाज नहीं बन सकी।
मॉब लिंचिंग में पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है।
उन्होंने लिखा कि सिवनी (मप्र) में बजरंग दल (आरएसएस) के लोगों ने दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
आरएसएस-भाजपा का संविधान व दलित-आदिवासियों से नफरत का एजेंडा, आदिवासियों के प्रति हिंसा को बढ़ावा दे रहा है। हमें एकजुट होकर नफरत से भरे इस एजेंडे को रोकना होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने घटना पर शोक जताया है। साथ ही जांच के निर्देश दिए हैं।
इधर, कांग्रेस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 3 वरिष्ठ नेताओं की एक कमेटी गठित की है। ये कमेटी घटनास्थल पर जाकर आदिवासी परिवारों से मिलेगी।
कमेटी घटना को लेकर जानकारी जुटाएगी और प्रदेश अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। जिनमें ओंकार सिंह मरकाम विधायक, डॉक्टर अशोक मर्सकोले विधायक, नारायण पट्टा विधायक शामिल हैं।
आरोपियों में शेरसिंह राठौर, अजय साहू, वेदांत चौहान, दीपक अवधिया, बंसत रघुवंशी, रघुनंदन रघुवंशी, अंशुल चौरसिया, शिवराज रघुवंशी, रिंकू पाल सहित 5 अन्य आरोपी शामिल हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्याम कुमार मरावी ने बताया कि ये किसी संगठन से हैं या नहीं, अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। मामले की जांच की जा रही है।
गोमांस तस्करी के शक में हुई हत्या
सिवनी जिले की कुरई तहसील के सिमरिया गांव में मंगलवार को गोमांस तस्करी के शक में तीन आदिवासियों को लाठियों से जमकर पीटा था।
इसमें दो की मौत हो गई थी, वहीं एक युवक गंभीर घायल है। ग्रामीणों ने बजरंग दल से जुड़े लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया था। गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया था।