फ्रांस के एयरबेस पर लड़ाकू विमान राफेल हासिल करते हुए विजयादशमी पर रक्षामंत्री राजनाथ ने शस्त्र पूजा की तर्ज पर नींबू भी रखे और ॐ का निशान भी बनाया
इंदौर। (politicswala Desk)राफेल के नीचे नींबू रखने के मामले में राजनीतिक मिर्ची लगी हुई है। अमित शाह ने इसे भारतीय परम्परा बताया। शाह ने कहा इसका मजाक उड़ाने वाले भारतीय परम्परा के विरोधी है। शाह ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा, क्वात्रोची की पूजा करने वाले निम्बू ,मिर्ची और शस्त्र पूजा को क्या समझेंगे ? आज बीजेपी जिस नींबू,मिर्ची के पक्ष में खड़ी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस परम्परा को अन्धविश्वास बताते हुए इसका मजाक उड़ा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में नोएडा में मेट्रो रेल परियोजना पर ये बयान दिया था। तब नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में मेट्रो रेल के उद्घाटन के दौरान एक कार्यक्रम में इस तरह के अंधविश्वास का मज़ाक उड़ाया था। प्रधानमंत्री ने कहा था- आपने देखा होगा कि एक मुख्यमंत्री ने कार खरीदी, किसी ने कार के रंग के संबंध में कुछ बता दिया तो उन्होंने कार के ऊपर नींबू, मिर्च और जाने क्या-क्या रख दिया। मैं आधुनिक युग की बात कर रहा हूं। मोदी का कहना था कि ऐसे अंधविश्वासी लोग देश को क्या प्रेरणा देंगे। ऐसे लोग सार्वजनिक जीवन का बहुत अहित करते हैं।
मालूम को कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के एयरबेस पर विजयदशमी को लड़ाकू विमान राफेल हासिल किया। इस आयोजन में राजनाथ सिंह ने राफेल के पहियों के नीचे नीबू रखा, उस पर ॐ लिखा, भारतीय परंपरा अनुसार स्वास्तिक भी बनाया। कांग्रेस ने इसे तमाशा बताया है। पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब उनकी सरकार के दौरान बोफोर्स तोपें खरीदी गई थीं तो इस तरह का दिखावा नहीं किया गया था।
खुद कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता संजय निरूपम ने भी मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता। मल्लिकार्जुन खड़गे नास्तिक हैं, लेकिन कांग्रेस में सभी नास्तिक नहीं है।