मध्यप्रदेश में सत्ता बदलाव की आहट से कांग्रेस के एक नेता बड़े आहत दिख रहे हैं। ये हैं कांग्रेस के एक पूर्व मुख्यमंत्री । पहले चुनाव अभियान के बीच चुटकियां लेते रहे। इस राजा को मीडिया में आने का इतना शौक कि कांग्रेस को ही परास्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। कांग्रेस के प्रत्येक बड़े आयोजन के बीच खुद कुछ ऐसी सुरसुरी छोड़ते हैं, कि मुख्य आयोजन से बड़े खुद दिखने लगते हैं। सोनिया गांधी भोपाल आईं, तो दिग्गी राजा नेताओं के कटआउट से गायब हो गए। सवाल उठे, दिग्गी को किया दरकिनार, बस बन गये मैडम गांधी से बड़ी हैडलाइन। बाद में पता लगा खुद ने ही हटवाया था अपना चेहरा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इंदौर आये। इस बार कैसे चूक जाते, नाम ही दिग्विजय है। राहुल के आने के ठीक पहले बोल पड़े-मेरे भाषण देने से कांग्रेस के वोट कट जाते हैं।एक बार फिर राहुल पीछे सोशल मीडिया के सिहांसन पर बैठ गए राजाजी अपने नेताओं, पार्टी से खुद को बड़ा दिखाने का गुर उनसे ज्यादा कोई नहीं जान पाया। अब जब कांग्रेस मध्यप्रदेश में सत्ता की उम्मीद लगाये बैठी है, ये महाशय सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं, ईश्वर ने चाहा तो कांग्रेस की सरकार बनेगी। विरोधी दल भी इनका चेहरा दिखाकर ही जनता से वोट मांगता है, और इनके लगातार सक्रिय रहने की दुआ करता है। दिल है कि मानता नहीं, फिर तमन्ना है इनकी मुख्यमंत्री की शपथ उठाने की.
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