सत्तन बोले गुप्ता को टिकट देना भाजपा के बड़ी भूल ..
कोई एक शब्द, एक नारा, गलती कैसे पूरी राजनीति का रुख मोड़ देती है, ये इंदौर की एक नंबर विस में देखिये. गुरुवार तक भाजपा प्रत्याशी सुदर्शन गुप्ता बढ़त लिए हुए दिख रहे थे. उसी दिन वे एक अखबार के दफ्तर में प्रत्याशी आमने-सामने आयोजन में जाते हैं. अमेरिका और ब्रिटेन की तर्ज पर दोनों प्रत्याशियों को न्यूज़रूम में बैठाकर बहस करवाई गई. जाहिर है, रिपोर्टर भी होंगे. खूब सवाल जवाब हुए. सुदर्शन के सामने थे कांग्रेस के प्रत्याशी संजय शुक्ला. बहस इतनी गर्म हुई कि गुप्ता ने संजय के पूरे कुनबे को गुंडा तक कह दिया. इसके बाद वे यह भी बोल गए कि तुम्हारे पिता विष्णुप्रसाद शुक्ला गुंडे हैं. विष्णु शुक्ला भाजपा के सक्रिय नेता हैं, और तीन बार विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं. संजय ने सुदर्शन से कहा-मेरे पिता गुंडे हैं, पर टिकट आपकी पार्टी ने ही उन्हें दिया. अपने बड़बोलेपन से भरे सुदर्शन बोल उठे-ये मेरी पार्टी की गलती है कि एक गुंडे को टिकट दे दिया.
इस बहस ने एक नंबर विधानसभा का पूरा गणित बदल दिया. कल तक टिकट के लिए तरस रहे संजय आज मुकाबले में हैं. आने वाले दिनों में मतदाता के बीच उनको बड़ी सहानुभूति मिल सकती है. संजय ने भी एक घुटे हुए नेता कि तरह न्यूज़ रूम में ही बहस के बाद सुदर्शन से कहा-अब गले मिल लो, सुदर्शन तब भी नहीं संभले बोले, मैं गुंडों के गले नहीं लगता. संजय के पैर छूने पर उन्होंने पैर खींच लिए. शुक्रवार को इंदौर प्रेस क्लब के कार्यक्रम में भी भाजपा का ये सुदर्शन चेहरा वैसे ही तुनक मिजाजी से खुद को गुंडों से दूर बताता रहा, गले मिलने से इंकार भी कर दिया. किसी भी प्रत्याशी के लिए ऐसा व्यवहार उसे जनता से दूर करता है.
…. और इस घटनाक्रम के बाद भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी को फटकार लगाई. संजय शुक्ला
के पिता विष्णुप्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में खुद को पक्का जनसंघी बताते हुए कहा-मुझे पार्टी के लोग ही गुंडा कह रहे हैं. भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बड़े शुक्ला को एक भला आदमी बताते हुए कहा-वे हमारे समर्पित कार्यकर्त्ता हैं, और कांग्रेस ने उनपर झूठे मुक़दमे लगा दिए. वरिष्ठ भाजपा नेता और कवि सत्यनारायण सत्तन ने कह दिया -सुदर्शन को टिकट देना भाजपा की सबसे बड़ी भूल. अब पार्टी का ये चेहरा कितना सुदर्शन बना रहेगा ये परिणामों से सामने आ जायेगा …