आकाश विजयवर्गीय की जीत के रास्ते का जमीनी सच

Share Politics Wala News

इंदौर में इस वक्त सबसे रोचक चुनावी मुकाबला
सबसे रोचक चुनावी मुकाबला

इंदौर. इस वक्त सबसे रोचक चुनावी मुकाबला दो राजनीतिक परिवारों के बीच चल रहा है. एकतरफ कांग्रेस के मजबूत नेता और दिग्विजय सिंह के करीबी रहे महेश जोशी के भतीजे अश्विन जोशी है. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के हारी बाजी को जीतने का दम रखने वाले कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश हैं. वर्तमान राजनीतिक ताकत के हिसाब से देखें तो आकाश के लिए चुनाव जीतना बिलकुल मुश्किल नहीं होता. पर चुनौती ये है कि आकाश अपने पिता के वर्चस्व वाली विस-२ या महू के बजाय कांग्रेस की मजबूती वाली विस तीन से मैदान में हैं.

चुनौतियों को न्योता

चुनौतियों को न्योता देना और उनसे पार पाना कैलाश विजयवर्गीय को खूब पसंद हैं. आसान राह वे चुनते ही नहीं. राजनीति में शायद ही कोई पिता ऐसी हिम्मत करे कि बेटे को पहला चुनाव ही चुनौतीपूर्ण सीट पर उतार दे. आकाश जीत सकते हैं, पर सबसे बड़ी दिक्कत शहर के दो अलग-अलग इलाकों, विचारों, और समझ की है. आकाश पूर्वी क्षेत्र से हैं और अश्विन पश्चिमी क्षेत्र में ही पले-बढे हैं. उनके साथ लोगों का अपनापन है. हालांकि कैलाश विजयवर्गीय और उनके करीबी रमेश मेंदोला का तीन नंबर में बड़ा नेटवर्क है. कई प्ररिवारों से उनके करीबी रिश्ते हैं.

कुछ बातें समझनी होगी

मामला कार्यकर्ताओं का है. इस चुनाव को जीतने के लिए आकाश के रणनीतिकारों को कुछ बातें बहुत मजबूती से समझनी होगी. पहली उन्हें क्षेत्र तीन के बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को ही जिम्मेदारी सौपनी चाहिए. उनके चेहरे को सम्मान देकर आगे रखना होगा.उमा भारती दो दिन पहले जब चुनाव कार्यालय का शुभारम्भ करने आयी तब भी स्थानीय नेताओं को तवज्जों नहीं मिली थी. कई नेताओं के नाम बाद में माइक से पुकारे गए, तब तक वे जा चुके थे. कैलाशजी के करीबी दो नंबर विस के चेहरों को परदे के पीछे रखकर सिर्फ रणनीति का काम सौंपा जाना चाहिए. जितने ज्यादा बाहरी चेहरे इस विस में दिखेंगे उतने अश्विन मजबूत होंगे और आकाश के वोट में कटौती की संभावना बढ़ेगी.

मराठी वोटर्स को साधना बड़ी चुनौती

दूसरा इस इलाके के मराठी वोटर्स को साधना बड़ी चुनौती है, उन्हें होशियारी से संभालना होगा. वे बीजेपी समर्थक होने के बावजूद पिछले कई चुनावों में अश्विन को वोट देते रहे हैं. तीसरा संघ को मैदान में उतारना होगा. तीन नंबर की तासीर एक दम अलग है. ये भावनाओं और सम्मान के लिए जीने वाला इलाका है, यहां व्यापारी,मजदूर, और अलग अलग जातियों के लोग हैं, पर सब शांति और कुछ अच्छे शब्दों से आपके प्रति वफ़ादारी निभाने को तैयार हो जाते हैं. कांग्रेस प्रत्याशी के पास ऐसे शब्दों की भी कमी है. … रास्ता लम्बा है. .

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *