राष्ट्रपति बोले..योग और आयुर्वेद का कोई धर्म नहीं, तनाव ठीक नहीं

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए योग और अन्न भी ठीक चाहिए। मैं  थोप नहीं रहा हूं, पर आंत शाकाहार के लिए है।

भोपाल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद शनिवार को भोपाल आये। राष्ट्रपति ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग के नवीन स्वास्थ्य संस्था भवनों के भूमि-पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए ।

इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने योग और आयुर्वेद को मजहब से जोड़ने पर सवाल उठाये। कोविद ने कहा कि योग को किसी मजहब या धर्म से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा, किसी डॉक्टर के पास, दो मजहब के लोग जाएं। डॉक्टर यह कहे कि आप सुबह पांच बजे उठिए, घूमने जाए, योगा करें। डॉक्टर के कहने पर वो ये करेगा। यह नहीं कहता कि मेरा मजहब इसके आड़े आड़े आ रहा है। फिर ऐसे मजहबी सवाल क्यों स्वास्थ्य पहले है।

राष्ट्रपति ने कहा कि पूरी दुनिया मेंहिंदुस्तान जितना सस्ता इलाज और कहीं नहीं। यही वजह है कि दिल्ली के अस्पतालों में पड़ोसी देशों से मरीज इलाज के लिए आते हैं।

आज के बच्चे पिज्जा खाते, थम्स-अप पीते: राज्यपाल

राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि आज के बच्चे पिज्जा खाते हैं और थम्स-अप की बोतल साथ रखते हैं। खाना कैसे पचा सकेंगे? पहले लोग सात्विक-पौष्टिक आहार लेते थे औरमेहनत भी करते थे। मजबूत राष्ट्र के लिए नागरिकों का बीमारियों से मुक्त होकर स्वस्थ और खुशहाल होना जरूरी है।

हम जैसा खाते हैं, वैसा बनते हैं: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- स्वस्थ रहने के लिए योग और अन्न भी ठीक चाहिए। मैं किसी पर थोप नहीं रहा हूं। मेरा व्यक्तिगत विचार है। हम जैसा खाते हैं, वैसा बनते हैं। आंत-दांत देख लो, मुझे लगता है कि शाकाहार के लिए बनी है।

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