इंदौर में ‘ताई ‘ किताब के विमोचन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सुमित्रा महाजन को संस्कारी और ताई शब्द को सार्थक करने वाली संवेदनशील नेता बताया
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इंदौर। ताई यानी बड़ी बहन। सुमित्रा महाजन ने इस नाम को साबित भी किया। अपने राजनीतिक जीवन में वे संस्कारी बड़ी बहन की भूमिका निभाती रही। ताई शब्द को उन्होंने सार्थक किया।
मैं यहाँ इस मौके पर उपस्थित हूँ ये मेरा सौभाग्य है। आज की होर्डिंग, बड़े कटआउट की राजनीति के दौर में लोगों के सुख दुःख में जुड़े रहना बड़ी बात है। ताई की संवेदनशीलता ही उनकी ताकत है।
ये उदगार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंदौर में गुरुवार को व्यक्त किये। गडकरी सुमित्रा महाजन के लोकसभा अध्यक्ष के कार्यकाल के पांच वर्षों पर लिखी किताब ‘ताई ‘ के विमोचन समारोह में आये थे। गडकरी ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में कहा कि-फूल मालाएं पहनना मुझे पसंद नहीं। ये पैसों की बर्बादी है।
गडकरी ने कहा कि वे होर्डिंग और कटआउट वाली राजनीति के भी खिलाफ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा मैंने आजतक कोई कटआउट नहीं लगाया, न ही समर्थकों को लगाने दिया। गडकरी ने एयरपोर्ट पर लेने और छोड़ने आने वाली परंपरा को भी फिजूल बताया। बोले-छोड़ने और लेने जाना समय और एनर्जी दोनों की हानि है।
इससे पहले सुमित्रा महाजन ने कहा कि बड़े संकोच के साथ मैंने इस किताब के लिए हाँ कहा। ये किताब मेरी पूरी ज़िंदगी पर नहीं बल्कि सिर्फ लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर मेरे कार्यकाल और अनुभव पर है।
ताई ने कहा कि मैंने इसके विमोचन के लिए बहुत पहले से ही गडकरी जी का नाम तय कर लिया था क्योंकि वे कर्तव्य और कर्म में भरोसा रखते हैं, प्रदर्शन में नहीं।
इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, सांसद शंकर लालवानी, इंदौर शहर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे, मंत्री तुलसी सिलावट, सावन सोनकर और राजेश सोनकर भी मच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विकास दवे ने किया।