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Tej Pratap On Social Media : तेज प्रताप यादव ने रविवार को परिवार के नाम दो सोशल मीडिया पोस्ट किए। इन भावनात्मक पोस्ट्स में दो जयचंदों की बात की है। उन्होंने माता-पिता को अपना सबकुछ बताया है। तेजप्रताप ने किसे कहा जयचंद…. बिहार की राजनीति में आया भूचाल
भाई तेजस्वी के लिए कहा- हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं।
आईए जानते हैं आखिर इन पोस्ट्स के मायने क्या हैं -आखिर वो जयचंद कौन हैं, जो लालू परिवार में फूट डालना चाहते हैं?
Tej Pratap News। सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव सुर्खियों में हैं। रविवार को उन्होंने दो पोस्ट किए.पहला माता-पिता के नाम और दूसरा पोस्ट छोटे भाई तेजस्वी के नाम। उन्होंने ना सिर्फ रिश्तों में तनातनी, पारिवारिक दूरी पर चुप्पी तोड़ी, बल्कि ‘कृष्ण-अर्जुन’ वाली भूमिका से जुड़ा भावनात्मक पोस्ट किया। तेज प्रताप ने तेजस्वी को अर्जुन बताया और छोटे भाई कहकर आशीर्वाद भी दिया। तेजप्रताप ने किसे कहा जयचंद…. बिहार की राजनीति में आया भूचाल
25 मई के बाद से अब तक X पर तेज प्रताप ने 5 पोस्ट किए। एक पोस्ट में तेजस्वी को पिता बनने की बधाई दी। दो पोस्ट में नीतीश सरकार को घेरा, लेकिन सुर्खियों में आईं 1 जून की दो
पोस्ट। इसमें तेज प्रताप ने अपने माता, पिता और भाई के लिए तो भावुक संदेश लिखे, लेकिन किसी राजनीतिक ‘जयचंद’ का भी जिक्र किया। अब सवाल उठता है कि कौन है ये ‘जयचंद’?
अनुष्का यादव के साथ तस्वीरें वायरल होने के बाद तेज प्रताप यादव को पिता लालू ने पार्टी और परिवार से निकाल दिया था। 6 दिनों बाद 1 जून को तेज प्रताप यादव ने दो पोस्ट किए।
पहली पोस्ट में लिखा-
मेरे प्यारे मम्मी पापा… मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में समाई है। पापा, आप नहीं होते तो न ये पार्टी होती और न मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग।
दूसरी पोस्ट में लिखा-
मेरे भाई भरोसा रखना। मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं। भाई मम्मी-पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह हैं, अंदर भी और बाहर भी।
तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालने के पीछे की कहानी क्या है, वो अपनी पोस्ट में किस ‘जयचंद’ का जिक्र कर रहे और क्या बिहार चुनाव से पहले वापसी होगी
बिहार की राजनीति को करीब से समझने वाले बताते हैं, ‘तेज प्रताप के क्लैरिफिकेशन के बाद लगा कि मामला दब जाएगा, लेकिन अगले दिन लालू यादव की घोषणा ने सभी को हैरान कर दिया। ट्वीट में जिस संस्कृतनिष्ठ हिंदी का इस्तेमाल किया गया, वैसा लालू बोलते ही नहीं।’
इस पूरे मामले पर तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हमें ये सब अच्छा नहीं लगता है, बर्दाश्त भी नहीं कर सकते हैं। वो (तेज प्रताप) एडल्ट हैं, उनका अधिकार है कि वह क्या निर्णय लेते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष (लालू यादव) ने उनके बारे में जो कुछ कहा वो सार्वजनिक है।’
बिहार की राजनीति को करीब से समझने वाले पत्रकारों और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप यादव का इशारा तेजस्वी के पॉलिटिकल एडवाइजर संजय यादव की तरफ है।
इससे पहले 2021 में भी तेज प्रताप ने तारापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान संजय यादव को आड़े हाथ लेते हुए कहा था-
‘हरियाणवी स्क्रिप्ट राइटर, तुम ये फालतू की सी ग्रेड कहानी कहीं और लिखना। बिहारी सब समझते हैं।’
RJD सुप्रीमो के पुत्र तेजप्रताप की फेसबुक पोस्ट राजनीतिक और परिवारिक रिश्तों में सवाल खड़े कर दिए हैं।
लालू परिवार में एक ऐसी आग लग चुकी है जिसकी तपिश अभी तक महसूस की जा सकती है।
पार्टी से निकाले जाने के 7 दिन बाद तेज प्रताप ने तोड़ी चुप्पी
25 और 26 मई को मचे इस बवाल में रविवार 1 मई को कई नई चीजें हुई। सबसे बड़ी बात यह कि पार्टी और परिवार से निकाले जाने की घोषणा के बाद 7 दिन से चुप्पी की चादर ओढ़े तेज प्रताप यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी। तेज प्रताप यादव ने 8 घंटे में परिवार के नाम दो सोशल मीडिया पोस्ट किए।
भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया आदेशः तेज प्रताप
मेरे प्यारे मम्मी पापा….
मेरी सारी दुनिया बस आपदोनों में ही समाई है।भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश।आप है तो सबकुछ है मेरे पास।मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और।पापा आप नही होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे…— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) May 31, 2025
तेजज प्रताप यादव ने ‘एक्स’ पोस्ट पर लिखा- “मेरे प्यारे मम्मी पापा….मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है. भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश. आप है तो सबकुछ है मेरे पास. मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और. पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग. बस मम्मी पापा आप दोनों स्वस्थ और खुश रहें हमेशा.”
तेजस्वी के लिए लिखा- हर साजिश जल्द बेनकाब करूंगा
मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों ,तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नही हो सकोगे,कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नही।हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा।बस मेरे भाई भरोषा रखना मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूँ,फिलहाल दूर हूँ लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा… pic.twitter.com/Ysf2wq1rVB
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 1, 2025
इसके बाद तेज प्रताप ने एक दूसरे पोस्ट में तेजस्वी के लिए भावुक संदेश लिखा. तेज प्रताप ने लिखा- मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे. कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नहीं. हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा.
तेजस्वी के लिखा- भरोसा रखना भाई, मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ
तेज प्रताप ने आगे लिखा- बस मेरे भाई भरोसा रखना. मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूँ, फिलहाल दूर हूँ लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा. मेरे भाई मम्मी-पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी.
आखिर वो जयचंद कौन? जो लालू परिवार में डालना चाहता है फूट
रविवार को किए तेज प्रताप यादव के इन दोनों सोशल मीडिया पोस्ट के बाद अब सवाल उठता है कि आखिर वो जयचंद कौन हैं, जो लालू परिवार में फूट डालना चाहते हैं।
तेजस्वी और तेज प्रताप दोनों के तरफ से जयचंद
लालू परिवार में पसरे इस कलह में जयचंद को तलाशना मुश्किल है, क्योंकि सारी बातें छिप-छिपाकर हो रही हैं।
बहुत सारी चीजे हैं जो अभी सामने नहीं आई हैं। लेकिन बिहार की राजनीति और लालू परिवार को करीब से जानने वाले लोगों की माने तो पूरे विवाद में जयचंद की भूमिका में दोनों तरफ के लोग हैं।
दोनों तरफ का मतलब- तेजस्वी के तरफ से भी और तेज प्रताप यादव के तरफ से भी.
तेज प्रताप के लिए जयचंद कौन?
इस पूरे विवाद को देखें तो तेज प्रताप के एंगल जयचंद के रूप में पार्टी के कुछ बड़े नेताओं का नाम जेहन में आता है। जिसमें सबसे बड़ा नाम संजय यादव का है। संजय यादव इस समय राजद के राज्यसभा सांसद हैं। वो तेजस्वी यादव के बेहद करीबी हैं।
तेजस्वी के साथ संजय यादव
हरियाणा के रहने वाले संजय यादव से तेज प्रताप की शुरू से नहीं बनती है। तेज प्रताप ने पहले भी कहा था कि संजय यादव सोशल मीडिया पर मुझे गाली दिलवाते हैं।
दोनों भाइयों को आपस में लड़वाने की कोशिश करते हैं।
संजय यादव तेजस्वी के बेहद करीबी और सहालकार हैं। ऐसा माना जाता है कि इस समय राजद के हर बड़े फैसलों में संजय यादव की भूमिका बड़ी होती है।
इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह, रामचंद्र पूर्वे सहित अन्य नेताओं के साथ तेज प्रताप के तकरार की कहानियां पहले से बिहार की सियासत में मौजूद हैं।
तेज प्रताप के रवैये से पार्टी के कई नेता पहले भी असहज रहे हैं।
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