#politicswala report
roza iftari indore- इंदौर रोजा इफ्तार को लेकर देश भर में नेताओं की अलग अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। एक तरफ महारष्ट्र में अजित पवार के बयान को लेकर चर्चाएं हैं तो वहीं बीजेपी के इंदौर नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा के बयान को लेकर पार्टी को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। रोजा इफ्तार के उनके बयान वाला वीडियो आज तेजी से वायरल हो रहा है। मीडिया से एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान इंदौर में बीजेपी कार्यालय पर जब सुमित मिश्रा से पूछा गया कि रोजा इफ्तार पार्टी होगी तो इस पर उन्होंने कहा, नहीं होगा। रोजा इफ्तार… सीधा ही सवाल है, नहीं होगा। बीजेपी अध्यक्ष के इस वीडियो के सामने आते ही कांग्रेस ने बयानबाजी चालू कर दी है।
नगर अध्यक्ष मिश्रा और वहां मौजूद पार्टी के अन्य नेता यह जवाब देने के बाद हंसते हुए चले गए। नगर अध्यक्ष के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेस ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अमिनुल खान सूरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट में लिखा है कि गंजे को कंघी…जब गंजे को कंघी मिल जाती हैं तो वह खुजा-खुजा के सर से खून निकाल लेता हैं।
इंदौर में आज बीजेपी बिहार महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस आयोजन में सीएम और पूर्व केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे। इस आयोजन के पहले
दरसअल, शुक्रवार को सामाजिक समरसता की बात करने वाली बीजेपी के नगर अध्यक्ष मिश्रा ने रोजा इफ्तार को लेकर इस तरह का बयान दिया।
कांग्रेस ने भी बनाई थी दूरी
सीएम हाउस पर शिवराज सरकार में प्रदेश स्तर पर होने वाली रोजा इफ्तार दावत को कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद बंद कर दिया था। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर कमलनाथ ने सरकार बनाई। इसके बाद पहला रमजान साल 2019 में आया। सॉफ्ट हिंदुत्व की तरफ बढ़ चुके कमलनाथ ने इस आयोजन से दूरी बना ली। बरसों की सीएम हाउस रोजा इफ्तार दावत का सिलसिला थमा तो फिर थमा ही रह गया। अगले दो वर्ष कोरोना की सावधानियों के चलते ये आयोजन नहीं हुआ। जबकि वर्ष 2023 में हालात सामान्य होने के बावजूद भी तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस आयोजन से दूरी बनाए रखी।
You may also like
-
पाक की टू-नेशन थ्योरी! आर्मी चीफ जनरल बोले- हमारी सोच अलग, इसलिए दो अलग देश बने
-
वक़्फ़ कानून पर कोई रोक नहीं, केंद्र 7 दिन में दे जवाब- सुप्रीम कोर्ट
-
BJP के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए पीएम मोदी ने संभाली कमान, फैसला जल्द
-
बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला: सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत, शर्तों के साथ दिसंबर तक पढ़ा सकेंगे टीचर्स
-
श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में बनेगा 84 कोसी परिक्रमा मार्ग