पहलगाम आतंकी हमले का ‘शादी’ पर साइड इफेक्ट
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Side effect of Pahalgam terrorist attack- ‘पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सीमा पर आने जाने पर रोक लगा दी है। सरहद पर लगी चौकसी अक्सर प्रेम और शादी में बाधा बन जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ राजस्थान और भोपाल के युबकों के साथ। राजस्थान के शैतान सिंह अपनी बारात सीमा पर नहीं ले जा सके तो भोपाल के उवैस अपनी दुल्हन हिरा को पाकिस्तान से नहीं ला पाए। पहलगाम आतंकी हमले का ‘शादी’ पर साइड इफेक्ट- पाकिस्तान नहीं जा पाई शैतान सिंह की बारात, उवैस नहीं ला पाए दुल्हन
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है, जिसके चलते राजस्थान के शैतान सिंह की शादी अटक गई है। शैतान सिंह अपनी बारात लेकर पाकिस्तान जा रहे थे, लेकिन अटारी बॉर्डर पर उन्हें रोक दिया गया क्योंकि भारत ने पाकिस्तानी सीमा को बंद कर दिया है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरा देश तनाव और आक्रोश में है। आतंकी हमला होने से भारफ़त पाकिस्तान सीमाओं पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। भारत ने पाकिस्तानी सीमा को बंद कर दिया है। और इन घटनाओं और साइड इफ़ेक्ट का एक असर ये है कि राजस्थान के शैतान सिंह की शादी अटक गयी। शैतान सिंह बारात लेकर पाकिस्तान नहीं जा पाए। उन्हें अटारी बॉर्डर पर रोक दिया गया। वहां उनको पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। शादी के अरमानों का टूटना इसलिए और तकलीफ दायक है कि शैतान सिंह को वीसा मिलने में पूरे 3 साल लग गए थे।
दूल्हे शैतान सिंह ने बताया कि उनकी 4 साल पहले सगाई पाकिस्तान के अमरकोट जिले की केसर कंवर (21) से हुई थी। बीते 3 साल से उनका परिवार वीजा के लिए कोशिश कर रहे थे। इंद्रोई गांव के रहने वाले शैतान सिंह (25) की 30 अप्रैल को वहां शादी होनी थी, लेकिन पहलगाम अटैक (22 अप्रैल) के कारण बॉर्डर बंद हो गया। शादी अब कब होगी, इसको लेकर परिवार चिंतित है।
शैतान सिंह ने बताया कि ‘आतंकवादियों ने जो किया है, वह गलत है। अब हमें शादी के लिए पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी जा रही हैं।’
बॉर्डर के दोनों और है रिश्तेदारी
पाकिस्तान सिंध प्रांत में सोढ़ा राजपूतों की बड़ी आबादी है, जो गोत्र परंपरा को मानते हैं। वे समुदाय से बाहर शादी करने के लिए सरहद के इस पार के राजपूत युवाओं को वरीयता देते हैं। इस इलाके में काफी परिवार ऐसे हैं जिनके रिश्तेदारी पाकिस्तान में भी है। फाइनेंस का काम करने वाले शैतान सिंह की भी शादी भी इस तरह रिश्तेदारी से तय हुई थी।
भोपाल के इंजीनियर की दुल्हन पाकिस्तान में फंसी
भोपाल के हार्डवेयर इंजीनियर उवैस की दुल्हन हिरा पाकिस्तान में फंस गई है। पहलगाम आतंकी हमले के पाकिस्तान ने उनके वीजा को मंजूरी नहीं दी। इससे उनका भारत आना एक बार फिर टल गया। इससे पहले पुलवामा हमले के समय भी इनकी शादी की तैयारियां अंतिम दौर में थीं। हिरा अपने परिवार के साथ भारत आने वाली थी। लेकिन हमले के बाद वीजा अस्वीकृत हो गया। तब ऑनलाइन निकाह ही आखिरी विकल्प बचा था। मार्च 2024 में ही दोनों ने ऑनलाइन निकाह किया था।
16 साल पुरानी मोहब्बत
भोपाल के कोहेफिजा के रहने वाले हार्डवेयर इंजीनियर उवैस खान ने बताया कि हम दोनों की मोहब्बत 16 साल पुरानी है। निकाह की राह भी तकनीक के सहारे पार की। जब मिलने का समय आया तो सरहद के दोनों तरफ बिगड़े हालात इस मिलन की राह में दीवार बन गए हैं 19 मई को हिरा को लेकर लौटना था। लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने वीजा मंजूरी रोक दी।
13 साल पहले हुई थी आखिरी मुलाकात
उवैस बताते हैं कि हिरा का ननिहाल भोपाल में ही है। बचपन में वह अक्सर भोपाल आया करती थी। यहीं दोनों की मुलाकात हुई। 16 साल से दोनों का अफेयर चल रहा है। निकाह के बाद दस्तावेजों से लेकर पासपोर्ट और दूतावास की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी थीं। मगर अब राजनीतिक हालातों ने फिर से दोनों को अलग कर दिया है।
पाकिस्तानियों को देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने अपना रुख पाकिस्तान के लिए कड़ा कर दिया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस वीजा योजना के तहत फिलहाल भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
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