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Weapons recovered in Manipur-मणिपुर में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं और पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। यह अभियान 13-14 जून की रात को मणिपुर पुलिस, सीएपीएफ (केंद्रीय अर्धसैनिक बल), भारतीय सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीमों ने चलाया।
जब्त की गई कुल 328 वस्तुओं में 151 एसएलआर, 65 इंसास राइफल, 73 अन्य राइफल, पांच कार्बाइन, दो एमपी5 बंदूकें, 12 हल्की मशीन गन, एके सीरीज की छह राइफल, दो अमोघ राइफल, एक मोर्टार, छह पिस्तौल, एक एआर-15 और दो फ्लेयर बंदूक शामिल हैं।
मणिपुर में सुरक्षाबलों ने इंफाल घाटी के पांच जिलों से 328 से अधिक राइफल समेत बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार और शनिवार की मध्यरात्रि खुफिया सूचना पर आधारित एक समन्वित अभियान के दौरान मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और सेना की संयुक्त टीमों ने बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए।
मणिपुर पिछले काफी समय से अशांत चल रहा है। इस बीच हथियारों जखीरे का पकड़ा जाना बेहद महत्व रखता है।
सुरक्षा बलों ने अलग-अलग जगहों से पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी जबरन वसूली में शामिल थे और प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों से जुड़े हुए हैं।
कहां से और कौन पकड़ा गया?
काकचिंग जिले से यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी ऑफ कांगलीपाक (यूपीपीके) का सदस्य अकोइजाम रॉबिन्सन (51) पकड़ा गया। थौबल जिले के मेला ग्राउंड से कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (नोयोन) का एक सदस्य गिरफ्तार हुआ। तेंगनौपाल जिले के शांगटोंग इलाके (भारत-म्यांमार सीमा के पास) से पीआरईपीएके और पीआरईपीएके (प्रो) के एक-एक कार्यकर्ता पकड़े गए। इंफाल पश्चिम जिले के लांगोल गेम गांव से केसीपी (PWG) का एक सदस्य गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, इन उग्रवादियों पर लोगों से जबरन वसूली करने के गंभीर आरोप हैं और ये मणिपुर में अशांति फैलाने की कोशिशों में शामिल थे।
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