भोपाल। मध्यप्रदेश प्रदेश सरकार में श्रम मंत्री एवं अशोकनगर जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया को ज्योतिरादित्य का चमचा कहलाना पसंद है। मंत्री जी का कहना है कि सिंधिया का चमचा हूं और रहूंगा, ये मेरे लिए गर्व की बात है। ऐसे मंत्री ने इसलिए कहा क्योंकि बीजेपी सांसद केपी यादव ने जनाक्रोश रैली में महेंद्र सिसोदिया को ज्योतिरादित्य का चमचा कहा था। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि जीवन भर ज्योतिरादित्य सिंधिया का चमचा रहना पसंद करूंगा और यह मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सांसद केपी यादव उन्हें सिर्फ चमचा नहीं कढ़ाई भी कहते तब भी कोई दिक्कत नहीं थी।
श्रम मंत्री श्री सिसौदिया ने विश्राम गृह में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ,सांसद केपी यादव में नैतिक शिष्टाचार भी नहीं है ।भारतीय परंपरा में किसी भी व्यक्ति के घर शोक जताने जाने का प्रचलन है ।और ज्योतिरादित्य सिंधिया उसी परंपरा के तहत सांसद के पिताजी स्व रघुवीर सिंह के निधन पर शोक जताने उनके घर आ रहे थे ।मगर जनाक्रोश सभा में सांसद के पी यादव द्वारा जो बातें की है।वह शिष्टाचार की नहीं थी और उन्हें अगर सिंधिया का अपने घर आना पसंद नहीं ,तो सिंधिया जी ने अपना कार्यक्रम उनके घर जाने का बदल दिया है ।
इसके अलावा जन आक्रोश रैली में सिसौदिया को बीजेपी सांसद डॉ के पी यादव द्वारा सिंधिया का चमचा कहे जाने को लेकर श्रम मंत्री ने कहा कि अगर वह मुझे चमचा के साथ कड़ाई भी कहते तब भी कोई आपत्ति नहीं है ।उन्होंने स्वीकार किया कि मैं सिंधिया का चमचा हूं ,और जीवन भर रहूंगा और इस बात का मुझे गर्व है ।साथ ही उन्होंने केपी यादव से सवाल किया कि सांसद बनने से पहले क्या वह सिंधिया के चमचा नहीं थे, क्या वह सिंधिया की गाड़ी के आगे पीछे नहीं घूमते थे ।
सिसौदिया ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी नेता सोनिया गांधी है और सिंधिया बड़े कद के नेता है उन जैसे नेता को किसी भी दल में इग्नोर नहीं किया जा सकता। इसलिए उन्हें जल्द ही अच्छा पद मिलेगा। श्रम मंत्री सिसौदिया ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की नौटंकी अब प्रदेश में नहीं चलने वाली ।उन्होंने कहा गुना में नगर पालिका अध्यक्ष रहते राजेंद्र सलूजा ने अपने भाई की होटल की परमिशन नहीं ली थी। इसलिए उसका टूटना न्यायसंगत है ।उन्होंने कहा कि 18 तारीख को शिवराज सिंह आए उन से खुली चर्चा के लिए तैयार हूं।