#politicswala Special Report
इंदौर/भोपाल/दिल्ली। मध्य्रपदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली की बैठक के बाद ये सवाल भी चर्चा में है। बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़वाने की बात उठी। जिसके बाद प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भी चुनाव मैदान में उतरना चाहिए। जीतू पटवारी के लिए दो सीटों की चर्चा भी बैठक में आई। पहली मंदसौर, दूसरी इंदौर।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का एक धड़ा (वरिष्ठ नेता और कमलनाथ के करीबी ) चाहते हैं कि पटवारी को भी चुनाव लड़ना चाहिए। इंदौर को लेकर चर्चा में ये बात सामने आई कि सत्यनारायण पटेल और संजय शुक्ला दोनों ही चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं है। ऐसे में पटवारी ही एक बड़ा चेहरा दिखते। हैं।
इंदौर में पटवारी को उसी सूरत में मैदान में उतारा जाएगा जब भाजपा इस सीट से कोई एक दम नया चेहरा लाती है। इंदौर भाजपा का पिछले दस चुनाव से गढ़ बना हुआ है। ऐसे में यदि बीजेपी कोई प्रयोग करेगी तो कांग्रेस इस बार पूरी ताकत से लड़ने की कोशिश में रहेगी ऐसे में जीतू पटवारी को मैदान में आना पड़ सकता है।
दूसरी सीट मंदसौर से भी पटवारी के नाम की चर्चा है। इस पूरे इलाके में पटवारी अच्छी पहचान रखते हैं। किसान आंदोलन के बाद से ही वे लगातार इस इलाके में सक्रीय रहे हैं। किसान और जातिगत दोनों समीकरण से पार्टी इस सीट पर उनके नाम पर विचार कर रही है। मंदसौर में मिनाक्षी नटराजन कांग्रेसके टिकट पर चुनाव जीती थीं। इसके बाद कोई बड़ा चेहरा यहाँ से नहीं लड़ा है।
पटवारी के अध्यक्ष बनने के बाद सबसे बड़ी रैली और स्वागत भी उनका इसी इलाके में हुआ था। किसान आंदोलन के दौरान वे राहुल गांधी के साथ इस पूरे इलाके में आये थे। इसके बाद घर -घर उनका चेहरा जाना पहचाना है।
हालांकि पटवारी खुद चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। उनके पास पूरे संगठन की जिम्मेदारी है, ऐसे में वे किसी एक सीट पर बंधना नहीं चाहते। पर पटवारी के ही बयान कि कोई चुनाव लड़ने से मना करेगा तो ये अनुशासनहीनता मानी जायेगी। पार्टी का जिसको आदेश होगा। उसको लड़ना पड़ेगा। इसी बयांन के आधार पर दूसरे खेमे के नेता पटवारी को आगे कर रहे हैं। इंदौर से भी बड़े नेताओं की यही राय पार्टी को भेजी गई है।