नई दिल्ली। आमतौर पर लोगों को गिरफ्तार करके तिहाड़ ले जाया जाता है। पर आज मामला उलटा हुआ। पूर्व वित्तमंत्री पी चिंदम्बरम को प्रवर्तन निदेशालय ने तिहाड़ जाकर गिरफ्तार किया। आईएनएक्स मीडिया मामले से जुड़े मनी लॉन्डरिंग के केस में ये कार्रवाई बुधवार को हुई। इससे जुड़े एकमामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के अधिकारियों का एक दल बुधवार को तिहाड़ जेल पहुंचा। अब तक पी चिदंबरम की गिरफतारी पर अदालत ने रोक लगा रखी थी। एक स्थानीय अदालत ने मंगलवार को पूछताछ करने और जरूरत पड़ने पर उन्हें गिरफ्तार करने की अनुमति दे दी थी। इसके बाद ईडी के अधिकारी हरकत में आये। सूचना है कि चिदंबरम की पत्नी नलिनी और बेटे कार्ति भी तिहाड़ जेल परिसर में देखे गए।
मालूम हो कि चिदंबरम को जमानत देने से अदालत ने इस आधार पर इंकार कर दिया था कि वे प्रभावशाली नेता है और सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम करीब 55 दिन सीबीआई और न्यायिक हिरासत में बिता चुके हैं। 21 अगस्त को उन्हें इस मामले में हिरासत में लिया गया था। चिदंबरम 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार के दौरान केंद्रीय वित्त और गृह मंत्री रहे। आईएनएक्स मामला 2007 का है। उस साल 305 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश हासिल करने के लिए आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी मिली थी। इसमें अनियमितता का आरोप लगाते हुए सीबीआई ने 15 मई, 2017 को एक प्राथमिकी दर्ज की थी। इसे आधार बनाकर ईडी ने 2017 में मनी लॉन्डरिंग का एक अलग मामला दर्ज किया था। उधर, पी चिदंबरम अपने पर लगे तमाम आरोपों को खारिज करते हुए इसे मोदी सरकार की राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताते रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार उन्हें नीचा दिखाने के लिए प्रताड़ित कर रही है।