Gorakhpur NEET Aspirant

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गोरखपुर में NEET छात्र की हत्या से बवाल: ग्रामीणों ने पीट-पीटकर कर तस्कर को किया अधमरा, CM योगी बोले- दोषियों को बख्शेंगे नहीं

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Gorakhpur NEET Aspirant: गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र के मऊआचापी गांव में सोमवार देर रात हुई वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया।

पशु तस्करों और ग्रामीणों के बीच भिड़ंत में 19 वर्षीय दीपक गुप्ता, जो मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रहा था, उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।

घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया। मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने गोरखपुर–पिपराइच रोड जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई, जिसमें एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच थाना प्रभारी गंभीर रूप से घायल हो गए।

मामला सीएम योगी तक पहुंच गया। उन्होंने अफसरों को जल्द से जल्द मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

वारदात की पूरी कहानी

सोमवार रात करीब साढ़े 11 बजे 10–12 पशु तस्कर तीन पिकअप गाड़ियों से गांव में दाखिल हुए।

सुनसान देखकर उन्होंने दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश की।

ऊपर बने ट्रैवल ऑफिस में दुर्गेश की बहन का बेटा सो रहा था।

शटर पीटने की आवाज सुनकर उसने मामा के बेटे दीपक गुप्ता को फोन किया।

सूचना मिलते ही दीपक स्कूटी से दुकान की तरफ दौड़ा और शोर मचाया। ग्रामीण भी पीछे-पीछे मौके पर पहुंचे।

भीड़ देखकर तस्कर भागने लगे, लेकिन आमना-सामना होते ही उन्होंने फायरिंग कर दी।

दीपक सबसे आगे था, इसलिए तस्करों ने उसे अपनी गाड़ी में खींच लिया।

वहीं ग्रामीणों ने एक तस्कर को पकड़कर उसकी गाड़ी फूंक दी और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।

इसी बीच पुलिस पहुंची और तस्कर को भीड़ से छुड़ाने की कोशिश की।

इस दौरान ग्रामीण और पुलिस आमने-सामने हो गए।

झड़प में एसपी नॉर्थ और थाना प्रभारी गंभीर रूप से घायल हुए।

प्रदर्शन-बवाल-आगजनी

गांव से 4 किलोमीटर दूर दीपक का शव खून से लथपथ हालत में बरामद हुआ।

उसका सिर बुरी तरह कुचला हुआ था।

यह खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया और गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया।

मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने गोरखपुर–पिपराइच रोड जाम कर दिया।

पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई।

भीड़ की मांग है कि पकड़े गए तस्करों का तुरंत एनकाउंटर किया जाए और पुलिस आरोपी को ग्रामीणों को सौंपे।

गांव और आसपास के इलाकों में माहौल बेहद तनावपूर्ण है।

दीपक की मां ने बिलखते हुए कहा – मेरे बेटे के हत्यारों को जान से मार दिया जाए, तभी शांति मिलेगी।

वहीं, पिता ने प्रशासन को लेटर सौंपकर मांग की कि परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।

एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीणों और परिवार के खिलाफ किसी तरह की पुलिस कार्रवाई न की जाए और लापरवाह पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए।

पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई

घटना की गंभीरता को देखते हुए गोरखपुर DIG शिवसिंपी चनप्पा और SSP राजकरण नय्यर मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने परिजनों से बातचीत भी की।

सीओ चौरी चौरा अनुराग सिंह ने बताया कि हत्या के मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

रात में एक तस्कर को पकड़ा गया था, उससे पूछताछ की जा रही है। उसका मोबाइल भी जब्त कर जांच की जा रही है।

इधर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस ने पकड़े गए तस्कर को बचाया।

ग्रामीणों का आरोप है कि दीपक को गोली भी मारी गई थी और चौकी इंचार्ज पिपराइच ने आरोपी को संरक्षण दिया।

उनका कहना है कि अब पुलिस-प्रशासन ग्रामीणों और पीड़ित परिवार को ही परेशान कर रहा है।

बहरहाल, इस मामले ने बड़ा रूप ले लिया है। भीड़ और पुलिस अभी भी आमने-सामने है। हालात तनावपूर्ण है और प्रशासन अलर्ट है।

प्रशासन हालात को काबू करने की कोशिश में जुटा है। अफसर लगातार मौके पर डटे हैं और हालात सामान्य करने की कोशिशें जारी हैं।

 

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