Rekha Gupta Husband: दिल्ली की राजनीति इस समय एक नए विवाद से गरमाई हुई है।
दरअसल, सूबे की मुख्यमंत्री रविवार को शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में पहुंचीं थी।
लेकिन, इस बैठक में अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता भी बगल में बैठे नजर आए।
दिल्ली सीएम ने खुद इस बैठक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं थी।
जिसके बाद विपक्ष ने भाजपा सरकार पर परिवारवाद और असंवैधानिक कामकाज का आरोप लगा दिया।
“फुलेरा पंचायत” की सरकार- AAP का
आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर करारा प्रहार किया।
AAP ने ‘पंचायत’ वेब सीरीज का एक वीडियो शेयर करते हुए तंज कसा कि दिल्ली में अब “फुलेरा पंचायत” की सरकार चल रही है।
दिल्ली में ‘फुलेरा की पंचायत’ की सरकार‼️
👉 CM रेखा गुप्ता के पति ले रहे अधिकारियों की मीटिंग pic.twitter.com/01xmVPSzOJ
— AAP (@AamAadmiParty) September 7, 2025
AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी ने दो मुख्यमंत्री बनाए हैं। रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री हैं और उनके पति सुपर मुख्यमंत्री। भाजपा ने 6 महीने में दिल्ली का कबाड़ा कर दिया है।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने इसे परिवारवाद करार देते हुए लिखा कि जैसे फुलेरा पंचायत में महिला प्रधान की जगह उसका पति काम करता था, वैसे ही अब दिल्ली में CM का पति आधिकारिक बैठकों में बैठ रहा है।
उन्होंने कहा, यह पूरी तरह असंवैधानिक है। भाजपा परिवारवाद पर कांग्रेस को गालियां देती है, लेकिन खुद दिल्ली में परिवारवाद का खुला खेल खेल रही है।
दिल्ली सरकार बनी फुलेरा पंचायत
जैसे फुलेरा की पंचायत में महिला प्रधान के पति प्रधान की तरह काम करते थे , आज दिल्ली में CM के पति आधिकारिक मीटिंग में बैठ रहे हैं ।
हमने पहले भी बताया था कि CM आले पति आधिकारिक मीटिंग में बैठते हैं , अधिकारियों के साथ मीटिंग और इंस्पेक्शन करते… pic.twitter.com/40D3kz5OXU
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) September 7, 2025
पूर्व सीएम आतिशी ने तंज कसा, पहले हम सुनते थे कि गांवों में महिला सरपंच बनने पर उसका पति सरकारी काम संभालता है।
लेकिन अब देश में पहली बार ऐसा हो रहा है कि महिला मुख्यमंत्री बनी है और सारा सरकारी काम उसका पति कर रहा है।
5 महीने में दूसरी बार दिखे CM के पति
कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने का मौका नहीं गंवाया।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाया कि आखिर दिल्ली की सरकार कौन चला रहा है—मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता या उनके पति?
विपक्ष का आरोप है कि भाजपा सरकार ने जनता को वास्तविक नेतृत्व से वंचित कर दिया है और सत्ता को परिवारवाद के दायरे में सीमित कर दिया है।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता किसी आधिकारिक बैठक में शामिल हुए हों।
इससे पहले 12 अप्रैल को नगर निगम, जल बोर्ड, PWD और दिल्ली अर्बन सेंटर इम्प्रूवमेंट बोर्ड की बैठक में भी उनके शामिल होने की तस्वीरें सामने आई थीं।
उस समय भी AAP और कांग्रेस ने भाजपा पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।
फिलहाल, दिल्ली सीएम ने अपने पति की मौजूदगी पर कोई टिप्पणी नहीं की और न ही विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया।
You may also like
-
साक्षात्कार … मैं सिर्फ अखिलेश से मिलूंगा….. जब मेरी पत्नी ईद पर अकेली रो रही थी, तो क्या कोई भी आया ?’
-
#BiharElection… औरतों के नाम खूब कटे, नीतीश की चिंता बढ़ी
-
सपा में फिर एकजुटता का संदेश: जेल से छूटने के बाद आजम खान-अखिलेश यादव की पहली मुलाकात
-
UN में भारत ने बंद की पाक की बोलती: कहा- जिनकी सेना 4 लाख महिलाओं से दुष्कर्म करे, उन्हें दूसरों को सिखाने का हक नहीं
-
रायबरेली मॉब लिंचिंग: राहुल गांधी बोले- यह एक इंसान की नहीं बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या