#POLITICSWALA REPORT
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी बिना चेहरा, नाम देखे लोगों को ज्वाइन करवा रही है। पर अपने ही एक पूर्व मुख्यमंत्री और संस्थापक के बेटे के लिए नियम शर्तें लागू कर रही है। आखिर क्यों बीजेपी कैलाश जोशी के बेटे की वापसी को रोक रही है।
बीजेपी की न्यू जॉइनिंग टोली के प्रमुख डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी की घरवापसी केपर कहा कि पार्टी में सबकी सहमति से किसी की भी वापसी या जॉईनिंग होती है। उधर दीपक जोशी ने कहा कि वीडी शर्मा और नरोत्तम मिश्रा ने मेरी घर वापसी के पहले कॉल किया और कहा पहले दो नेताओं के घर जाकर माफ़ी मांगों फिर पार्टी में वापसी होगी।
जोशी बोले- मैंने 2 नेताओं के घर जाकर माफी मांगने से मना कर दिया। मेरे मामले को कुछ लोगों ने निजी मुद्दा बना लिया है। अब मैं बीजेपी में नहीं जाऊंगा। कांग्रेस का ही प्रचार करूँगा।
इधर नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया कि आपने कांग्रेस के दीपक को तो ले लिया, लेकिन बीजेपी के दीपक के लिए दरवाजे बंद क्यों हैं? इसके जवाब में नरोत्तम मिश्रा ने कहा- ‘दरवाजे किसी के लिए बंद नहीं हैं। जॉइनिंग के लिए पार्टी की प्रक्रिया है। हमने कोई भी जॉइनिंग सीधे नहीं की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा- ‘कुछ लोगों ने मेरे मामले को पर्सनल इश्यू बना लिया है। मैं उन लोगों के नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन इतना जरूर कहना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस में हूं। अब और मजबूती से कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार कर रहा हूं। अभी छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के प्रचार में आया हूं। मैंने बीजेपी में वापसी का विचार त्याग दिया है।
जोशी ने खुलासा करते हुए कहा कि मेरे पास 9 मार्च को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का फोन आया था। उन्होंने 2 नेताओं के नाम लिए। कहा कि आप इनसे माफी मांग लो। मैंने कहा कि पार्टी से माफी मांगनी हो, तो मैं तैयार हूं, लेकिन घर जाकर किसी व्यक्ति विशेष से माफी नहीं मांगूंगा। चूंकि मेरे ऊपर करीबियों की ओर से घरवापसी का दबाव था, इसलिए मैंने सहमति दे दी थी, लेकिन मैंने पहल नहीं की। पहल बीजेपी की ओर से की गई थी।’