एक चर्चा चल पड़ी है कि शंकर जीत गए तो पूरे देश के सिंधी शरणार्थी इंदौर में बस जाएंगे।
इंदौर। पश्चिम बंगाल और देश के दूसरे हिस्सों में रह रहे बांग्लादेशियों पर सवाल उठाने वाली भारतीय जनता पार्टी को इंदौर पर भी नजर डालनी चाहिए। इंदौर में हजारों पाकिस्तानी खासकर सिंधी अवैध रूप से रह रहे हैं। आरोप है कि इन्हे शरण देने के पीछे इंदौर लोकसभा से बीजेपी के प्रत्याशी शंकर लालवानी की बड़ी भूमिका है। शंकर लम्बे समय से अवैध रूप से इंदौर में रह रहे पाकिस्तानियों की पैरवी कर रहे हैं। वे उनको भारतीय नागरिकता दिलवाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते है। ऐसे सैकड़ों केस है। उनके करीबियों ने तो उनके नाम से पाकिस्तानियों से बड़ी वसूली की है। पाकिस्तान से जुड़े मामलों में शंकर कभी भी कोई बयां नहीं देते। दरअसल ;लालवानी का पूरा परिवार पाकिस्तानी मूल का है। भारत पाक बंटवारे के समय ये इंदौर आकर बसे। जनता में एक बड़ा वर्ग जो भाजपाई है वो भी ये सवाल कर रहा है कि क्या एक पाकिस्तान से प्रेम रखने वाले को हम वोट दे सकते हैं। एक चर्चा चल पड़ी है कि शंकर जीत गए तो पूरे देश के सिंधी शरणार्थी इंदौर में बस जाएंगे।
शंकर जवाब दें, क्या वो भी पाक आतंकियों के साथ हैं ?
साध्वी प्रज्ञा के बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी 26/11 हमले में शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल उठाये हैं। सुमित्रा महाजन ने कहा है कि हेमंत करकरे की भूमिका ATS चीफ के तौर पर ठीक नहीं थी। ये शहीदों का अपमान है। क्या आप ऐसे राजनीतिक दल के साथ जाना चाहेंगे जो शहीदों का लगातार अपमान करते है। इस मामले में इंदौर बीजेपी के प्रत्याशी शंकर लालवानी को भी साफ़ करना चाहिए कि वे इस मामले में सुमित्रा महाजन के साथ हैं या नहीं। शंकर को वैसे भी पाकिस्तानी नागरिकों से विशेष प्यार है। क्या पाक आतंकियों से भी वे ऐसी ही सहानुभूति रखते हैं। इसका उन्हें जवाब देना चाहिए।
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