Air India plane crash: विमान का ब्लैक बॉक्स मिला,आगे की जांच में मिलेगी सहायता

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Air India plane crash-अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान का एक ब्लैक बॉक्स मिल गया है। 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान के दो ब्लैक बॉक्स में से एक मिल गया है, इससे विमान हादसे की वजह का पता लगाने में मदद मिलेगी। हादसे में जिसमें 241 लोग मारे गए। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो विमान के पिछले हिस्से में ब्लैक बॉक्स मिला और उसे सुरक्षित तरीके से रख दिया गया है। Air India plane crash: विमान का ब्लैक बॉक्स मिला,आगे की जांच में मिलेगी सहायता
गुजरात एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि हमने विमान के मलबे से डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) बरामद किया है। गुजरात ATS ने विमान के मलबे से फ्लाइट का डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किया है। ATS के एक अधिकारी ने बताया कि फोरेंसिक टीम जल्द ही यहां आएगी।

रिपोर्ट के मुताबिक, विमान के अगले हिस्से में लगा ब्लैक बॉक्स अभी तक नहीं मिला है।

विमान दुर्घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड हुई जानकारी काफी अहम मानी जाती है।
आइए जानते हैं ब्लैक बॉक्स क्या होता है और यह कैसे काम करता है।

ब्लैक बॉक्स क्या है?

-विमान के एक कोने में रखे छोटे से बॉक्स को ब्लैक बॉक्स कहा जाता है।

-यह एक छोटी मशीन होती है जो उड़ान के दौरान विमान के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करती है।

-ब्लैक बॉक्स मुख्य रूप से फ्लाइट रिकॉर्डर है।

-इसमें दो उपकरण होते हैं – कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर)

-सीवीआर रेडियो प्रसारण और पायलट की आवाज और इंजन की आवाज जैसी आवाजें रिकॉर्ड करता है।

-इसके जरिये जांच अधिकारी इंजन की गति और अन्य सिस्टम में खामी का पता लगा सकते हैं।

-ब्लैक बॉक्स स्टील या टाइटेनियम जैसे मजबूत पदार्थों से बना होता है।

-यह भीषण आग में भी सुरक्षित रहता है।

-ब्लैक बॉक्स को विमान के पिछले हिस्से की ओर रखा जाता है, जहां दुर्घटना का प्रभाव आमतौर पर सबसे कम होता है।

-यह नारंगी या पीले रंग का आयताकार बॉक्स विस्फोट, आग, पानी के दबाव और तेज गति से होने वाली दुर्घटनाओं को झेल सकता है।

आगे की जांच में  मदद करता है ब्लैक बॉक्स

विमान में लगे दोनों ब्लैक बॉक्स- CVR और FDR उड़ान के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करते हैं।

इससे विमान दुर्घटना को फिर से रोकने में मदद मिलती है।

CVR रेडियो प्रसारण और कॉकपिट में अन्य आवाज को रिकॉर्ड करता है, जिसमें पायलटों के बीच बातचीत और इंजन की ध्वनि शामिल हैं।

जबकि एफडीआर जहाज से संबंधित 80 से अधिक विभिन्न प्रकार की जानकारी रिकॉर्ड करता है, जैसे ऊंचाई, हवा की गति, उड़ान की दिशा, ऑटोपायलट स्थिति आदि।

एअर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट ने 12 जून की दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरी और एक मिनट के भीतर यह विमान 625 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गया। विमान ने उड़ान भरने के तुरंत बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को MAYDAY कॉल किया। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के एक बयान के अनुसार, इसके बाद ATC द्वारा विमान को किए गए कॉल का जवाब नहीं दिया गया।

प्लेन हादसे की जांच कर रही हैं ये  7 एजेंसियां

  • नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA)
  • गुजरात पुलिस
  • एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB)
  • डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA)
  • यूनाइटेड किंगडम की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टीगेशन ब्रांच (UK-AAIB)
  • यूनाइटेड स्टेट्स की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB)
  • फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA)

 इमारत की छत पर मिला ब्लैक बॉक्स

अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि वायरल हो रहा वीडियो DFDR (डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) का नहीं है। असली ब्लैक बॉक्स इमारत की छत पर मिला और उसे बरामद कर लिया गया है। AAIB ने तुरंत जांच शुरू की, वहीं राज्य सरकार के 40 से ज्यादा अफसरों ने मौके पर पहुंचकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीम के साथ जांच में सहयोग किया।

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