लॉक डाउन के दौरान सिर्फ आवश्यक वस्तुओं का परिवहन करने वाले वाहनों का ही हो रहा है संचालन फिर भी स्टेट हाई पर नहीं मिल रही छूट, ट्रांसपोर्टर्स ने राज्य सरकार से की टोल हटाने की मांग
इंदौर।देश में बढ़ रहे कोरोना के खतरे को देखते हुए 25 मार्च से पूरे देश में 21 दिन का लॉक डाउन घोषित किया गया है। इस दौरान सिर्फ आवश्यक सामग्री के परिवहन में लगे वाहनों को ही चलने की छूट है। इसे देखते हुए लॉक डाउन के अगले ही दिन नेशनल हाईवे अथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने देश के सभी नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स की वसूली को बंद कर दिया था, ताकी वाहनों को बेवजह ना रूकना पड़े और स्टाफ का भी वाहन चालकों से संपर्क ना हो, लेकिन एनएचएआई के इस फैसले के बाद भी प्रदेश के स्टेट हाईवे पर टोल की छूट नहीं दी गई है।
इन टोल बूथों का संचालन मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीआरडीसी) द्वारा किया जाता है। इसे लेकर प्रदेश के ट्रांसपोर्टर्स ने एमपीआरडीसी से टोल में छूट दिए जाने की मांग की है, ताकी आवश्यक कार्यों में लगे वाहनों को रूकना ना पड़े। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सी.एल. मुकाती ने बताया कि जब सामान्य वाहनों के संचालन पर पूरी तरह रोक है और जो वाहन चल रहे हैं वो सरकार के आदेश पर ही सिर्फ आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चल रहे हैं तो वैसे भी उनसे टोल टैक्स नहीं लिया जा सकता है।
इसके बाद भी एमपीआरडीसी द्वारा इस संबंध में आदेश जारी ना किए जाने के कारण वाहनों को टोल पर रूकना पड़ता है और जानकारी देना पड़ती है। कई बार टोलकर्मी उनसे टोल तक मांगते हैं। उन्होंने बताया कि इसके विरोध में उन्होंने इंदौर के प्रशासनिक और परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ ही एमपीआरडीसी को भी शिकायत करते हुए स्टेट हाईवे पर भी टोल टैक्स की वसूली बंद किए जाने की मांग की है।
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