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Mayawati tweeted again about Akash Anand-उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को लेकर एक और बयान जारी किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट किए हैं। सोमवार को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया ने सिलसिलेवार 4 पोस्ट्स किए। इन पोस्ट्स में उनके भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकालने और उन्हें वापस लेने के बारे में बात की गई है।
एक्स पर मायावती ने लिखा, “विदित है कि बीएसपी से जुडे़ कुछ लोग अपनी नासमझी, जोश और लापरवाही या विरोधी पार्टियों के षड्यन्त्र के बहकावे में आकर काफी ग़लती कर बैठते हैं, जिन्हें फिर पार्टी हित में सुधारने के लिए पार्टी की ज़िम्मेवारी से अलग करना और गंभीर मामलों में निकालना भी पड़ता है। उनमें से कुछ में परिवर्तन आने व माफी मांगने के बाद फिर पार्टी और मूवमेंट के हित में लेना भी पड़ता है। और जबसे पार्टी बनी है तो ऐसा किया जाता रहा है, जिन्हें पार्टी से कई-कई बार निकाला भी है और उन्हें वापस भी लिया है। ऐसा अन्य पार्टियों में भी होता है।”
ऐसे अवसरवादी व स्वार्थी तत्वों से पार्टी के लोग सतर्क रहें तथा आकाश आनन्द का अब हौंसला भी ज़रूर बढाएं ताकि वह पार्टी के कार्याें में पूरे जी-जान से जुट जाएं। इसी प्रकार, पार्टी में अन्य जो भी लोग वापस लिए गए हैं उन्हें भी पूरा आदर-सम्मान दिया जाए, जो पार्टी हित में है।
घर वापसी के बाद पूरा सम्मान – मायावती
बसपा सुप्रीमो ने आगे लिखा, ‘आकाश आनंद के मामले में ख़ासकर बहुजन समाज के कुछ स्वार्थी और बिकाऊ लोग, जिन्होंने पार्टी के वोटों को बांटने और कमज़ोर करने के लिए अपनी अनेक पार्टी और संगठन आदि बनाये हुये हैं, वे इस बात का मीडिया में आए दिन काफी ग़लत प्रचार करते रहते हैं। ऐसे अवसरवादी और स्वार्थी तत्वों से पार्टी के लोग सतर्क रहें और आकाश आनंद का अब हौसला भी जरूर बढ़ाएं ताकि वह पार्टी के कार्यों में पूरे जी-जान से जुट जाएं। इसी प्रकार, पार्टी में अन्य जो भी लोग वापस लिए गए हैं उन्हें भी पूरा आदर-सम्मान दिया जाए, जो पार्टी हित में है।”
फरवरी से मार्च 2025 के दौरान आकाश आनंद बसपा से निकाले गए और फिर बाद में माफी के बाद उनकी वापसी हुई। हालांकि, अब तक उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी नहीं मिली है। दरअसल, हाल ही में आकाश आनंद के मांफी मांगने के बाद मायावती ने उन्हें पार्टी में वापस ले लिया था।
मायावती ही एकमात्र गुरु
आकाश आनंद ने एक्स पर एक पोस्ट में मायावती को अपना दिल से एकमात्र राजनीतिक गुरू और आदर्श मानने की बात लिखी थी। साथ ही प्रण लिया था कि बहुजन समाज पार्टी के हित के लिए वह अपने रिश्ते-नातों को और खासकर अपने ससुराल वालों को कतई भी बाधा नहीं बनने देंगे। जिसके बाद मायावती ने लिखा था कि आकाश आनंद ने आज सार्वजनिक तौर पर अपनी गलतियों को मानने और सीनियर लोगों को पूरा आदर-सम्मान देने की बात लिखी। इसके मद्देनजर इन्हें एक और मौका दिए जाने का निर्णय लिया गया।
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