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भोपाल। विधानसभा में बोलते हुए आलोट के विधायक ने अप्रैल-मई 2028 सिहंस्थ में स्थाई जमीन अधिग्रहण मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की खिंचाई कर डाली। आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा उज्जैन का किसान डरा -सहमा है। परेशान है। उसकी जमीन के स्थायी अधिग्रहण का नोटिस आ गया है। पहले किसानों की जमीन केवल 3-6 महीनों के लिए अधिग्रहित की जाती थी।
चिंतामणि ने आगे कहा कि पता नहीं किस अधिकारी ने यह विचार रखा है कि, स्पिरिचुअल सिटी (आध्यात्मिक नगरी) बनाएंगे। मैं बताना चाहता हूं कि स्प्रिचुअलिटी किसी सिटी में नहीं रहती है। वह तो त्याग करने वाले लोगों से होती है। हम क्रांक्रीट के भवन बनाकर स्पिरिचुअल सिटी नहीं बना सकते।
मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
बजट पर बोलते हुए आलोट से बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा- मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने 2 हजार करोड़ रुपए उज्जैन सिंहस्थ के लिए रखे हैं, उज्जैन उन पर अभिमान करता है। लेकिन किसानों के हित में काम किया जाये। उन्होंने कहा किसानों को डर है कि ये सारा काम भू माफिया और कोलोनाइजर्स का है।
सिंहस्थ की जमीन का ऐसा प्रयोग क्यों
चिंतामणि मालवीय ने कहा- हम तो पानी के बुलबुले हैं, भोर के सितारे हैं, लेकिन सिंहस्थ पांच हजार वर्षों तक चलेगा। जब तक इस देश में हिन्दू है और विश्व में कहीं भी हिन्दू हैं, सिंहस्थ चलेगा। हम सिंहस्थ की जमीन का इस तरह प्रयोग नहीं कर सकते कि उससे बड़ा नुकसान हो जाए।
उन्होंने कहा- मुझे एक बहुत अच्छा शेर याद आता है कि “ये जब्र भी देखा है, तारीख की नज़रों ने, लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सजा पाई” कहीं यह न हो कि हम सिंहस्थ की जमीन को हमेशा-हमेशा के लिए खो दें।
यह उन अधिकारियों के लिए भी है, जो इस तरह की सलाह देते हैं। इसका कोई औचित्य नहीं है। जिन्होंने जमीन नहीं देखी है। सिंहस्थ तंबुओं में होता है, वह बिल्डिंग्स बनाना चाह रहे हैं। कॉलोनाइजर्स को लाभ देना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री से करें निवेदन
तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने डॉ. चिंतामणि मालवीय , सतीश जी और अनिल जैन से कहा मैं आपसे निवेदन करना चाहता हूं कि, उज्जैन के किसानों को बचाने के लिए हम सब मिलकर मुख्यमंत्री जी से निवेदन करें।
संस्कृति को शिखर पर पहुंचा रही सरकार
उज्जैन उत्तर के बीजेपी विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने कहा- हमारी सरकार अन्य धार्मिक चेतना स्थलों को श्री देव महालोक सलकनपुर, संतश्री रविदास महालोक सागर, श्री रामराजा महालोक ओरछा और ओंकारेश्वर महालोक के निर्माण के साथ-साथ ओंकारेश्वर में आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत संस्थान को विकसित करने जा रही है। पिछले सिहंस्थ में आग, पानी आदि में आयी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बड़ी जमीन ली जा रही है।
कैसे तय करेंगे कितनी भीड़ आएगी?
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा- सिंहस्थ क्षेत्र में सरकार किसानों की जमीन लैंड पुलिंग के माध्यम से अधिग्रहण करके स्थायी निर्माण करने जा रही है। किसानों ने कभी भी जमीन देने से मना नहीं किया। एक-दो साल के लिए किसान जमीन देने के लिए तैयार हैं। लेकिन सरकार किसानों की जमीन पर कब्जा करना चाहती है। सरकार वहां पक्के निर्माण करने जा रही है। आप कैसे तय करेंगे कितनी भीड़ आएगी?
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