पूर्व मुख्यमंत्री ने अफसरों को शिवराज सरकार के लिए वसूली और
दलाली करने वाला बताते हुए सुधरने की चेतावनी भी दे डाली
इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह रविवार अपने पुराने रुतबे में दिखे। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की ख़ुशी उनके चेहरे और लहजे दोनों से साफ़ दिख रही थी। सिंह ने शिवराज के शासन का नाम लेकर प्रदेश की नौकरशाही पर खूब प्रहार किये। उनके शब्दों में अफसरों पर आरोप के साथ भविष्य की चेतावनी भी दिखी। दिग्विजय ने साफ़ शब्दों में कहा कि शिवराज सरकार ने पुलिस अधीक्षकों
और कलेक्टरों को वसूली का काम सौंप रखा था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में जिलों में अफसरों की नियुक्ति भी पैसों के लेनदेन से ही होती रही है। उन्होंने कहा कि अफसरों को शिवराज की सभाओं के लिए भीड़ जुटाने का भी काम दिया हुआ था। दिग्विजय अफसरों को सरकारके इशारे पर वसूली और दलाली करने वाले कहने से भी नहीं चूके। पूर्व मुख्यमंत्री ने साफ़ शब्दों में कहा कि प्रशासन का ये तरीका बदलना होगा। पूरे तंत्र को कांग्रेस सरकार सुधारेगी।
हनुमानजी को जाति में बांटने वालों का बहिष्कार करें दिग्विजय ने कहा कि हनुमानजी हमारे आराध्य हैं। उन पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले नेताओं के खिलाफ अखाड़ा परिषद, विश्व हिंदू परिषद, भाजपा और आरएसएस को कार्रवाई करते हुए तिरस्कार करना चाहिए। मैं ऐसे बयानों की घोर निंदा करता हूं। यह बात भी दिग्विजय सिंह ने कही।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा महंत आदित्यनाथ ने हनुमानजी को दलित बताया। भाजपा के बुक्कल नवाब साहब आए, उन्होंने कहा हनुमानजी तो मुसलमान थे, रहमान, फरहान, रमजान…। अब भाजपा के एक चौधरी साहब ने उन्हें जाट बताया। हनुमानजी को जात-पांत में बांटकर ये नेता किस धर्म का पालन कर रहे हैं। उन्हें इस तरह की टिप्पणी पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए। हम हनुमानजी को ईश्वर का अवतार मानते हैं, शंकर का अवतार मानते हैं।
बोले-टाइगर के नाखून और दांत दोनों निकल गए
दिग्विजय सिंह ने शिवराजसिंह चौहान के टाइगर वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा- टाइगर के नाखून भी निकल गए और दांत भी। हम टाइगर का ख्याल रखेंगे।