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दिल्ली। धार्मिक तिथि के अनुसार महाकुम्भ का समापन हो चुका है लेकिन श्रद्धालु अभी भी गंगा स्नान कर रहे हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “एकता का महाकुम्भ- युग परिवर्तन की आहट” नाम से एक ब्लॉग लिखा है। जिसमें उन्होंने पवित्र नदियों और जनता से माफ़ी मांगी है। और यह भी लिखा है कि इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था।
उन्होंने लिखा है – इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था। मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से…मां यमुना से…मां सरस्वती से…हे मां हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा। श्रद्धालुओं की सेवा में भी कुछ कमी रह गई हो, तो मैं जनता जनार्दन का भी क्षमाप्रार्थी हूं।
इससे पहले उन्होंने अपने x पर एक पोस्ट लिखी। जिसमें लिखा है महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का प्रयास किया है।
उन्होंने एक x पोस्ट में लिखा है प्रयागराज का महाकुंभ आज दुनियाभर के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के साथ ही प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए भी रिसर्च का विषय बन गया है।
45 दिन तक चले महाकुंभ के समापन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ संगम पहुंचे। उनके साथ दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी थे। योगी और दोनों डिप्टी सीएम ने अरैल घाट पर झाड़ू लगाई। सभी ने गंगा के कूड़ा-कचरा निकाला। गंगा की पूजा की। योगी ने गंगा पंडाल में सफाईकर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया।
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