प्रिन्स परमानंद गुर्जर (#politicswala Ground Report )
मन्दसौर। लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। भाजपा ने 29 में से 24 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वही कांग्रेस अभी निर्णय नही कर पाई है। दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की बैठक चल रही है। पहली सूची कल तक आने की सम्भावना है। कांग्रेस यहाँ लम्बे समय से कोई ठीक उम्मीदवार नहीं दे सकी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इस इलाके से बहुत उम्मीद रखते हैं।
मध्यप्रदेश की मन्दसौर लोकसभा सीट पर भाजपा ने तीसरी बार सामान्य चेहरे पर दांव खेला है सुधीर गुप्ता फिर मौका मिला है। कांग्रेस अभी उम्मीदवार की खोज में ही लगी है। मन्दसौर संसदीय क्षेत्र में मन्दसौर-जावरा-रतलाम (कुछ हिस्सा ) सम्मिलित है। भाजपा उम्मीदवार का ये गृह नगर है। कांग्रेस यहाँ से बाहरी उम्मीदवार को भी मौका दे सकती है।
कांग्रेस इस बार किसी बाहरी को मौका दे सकती है। मन्दसौर लोकसभा सीट से कांग्रेस में आधा दर्जन नामों की चर्चाएं हो रही है। जिसमें पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन कांग्रेस की वरिष्ट नेता है। उनकी इलाके में अपनी पैठ हैं। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम करके अपना ग्राफ ऊँचा किया है।
इनके अलावा कांग्रेस से मन्दसौर विधानसभा से नव निर्वाचित विधायक विपिन जैन,पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेंद्र नाहटा के पुत्र सोमिल नाहटा,महेंद्र सिंह गुर्जर,राकेश पाटीदार तथा नीमच क्षेत्र से समंदर पटेल एवं जावरा क्षेत्र से डीपी धाकड़ के नाम की चर्चाएं चल रही है।
इसके आलवा पार्टी बाहरी चेहरे को भी मैदान में उतार सकती है जिसमें वर्तमान में नागदा से चौथी बार विधायक चुने गए दिलीप गुर्जर का नाम भी सामने आ रहा है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के पास स्थानीय चेहरों के अलावा अंतिम नाम बाहरी हो सकता है जिसमें दिलीप गुर्जर शामिल है गुर्जर पिछड़ा वर्ग से आते है तथा मन्दसौर संसदीय क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य भी है ऐसे में कांग्रेस एक बार विचार कर सकती है।