Prajwal Revanna: बेंगलुरु की स्पेशल कोर्ट ने शनिवार 2 अगस्त को जनता दल (सेक्युलर) के पूर्व सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना को रेप केस में उम्रकैद की सजा सुनाई।
अदालत ने उनके ऊपर 11 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है, जिसमें से 11 लाख 25 हजार रुपये पीड़िता को मुआवजे के रूप में देने का आदेश दिया गया है।
कोर्ट ने इसे गंभीर अपराध मानते हुए आजीवन कारावास की सजा दी। यह मामला उनके फार्महाउस में काम करने वाली 48 वर्षीय घरेलू सहायिका (मेड) से बलात्कार से जुड़ा है।
प्रज्वल पर आरोप था कि उन्होंने महिला का यौन शोषण किया और उसे धमकाया कि अगर उसने किसी को बताया तो उसका वीडियो वायरल कर देगा।
15 महीने की जांच और 113 गवाह
यह केस अप्रैल 2023 में तब दर्ज हुआ, जब पीड़िता ने पुलिस को बताया कि प्रज्वल रेवन्ना ने 2021 से उसके साथ कई बार रेप किया।
वह डर और धमकी के कारण चुप रही, लेकिन आखिरकार उसने हिम्मत जुटाकर FIR दर्ज कराई।
जांच के दौरान पुलिस ने 113 गवाहों के बयान, एक वीडियो क्लिप और एक साड़ी को सबूत के तौर पर इकट्ठा किया।
15 महीने चली इस जांच के बाद अदालत ने 1 अगस्त को प्रज्वल को दोषी करार दिया और 2 अगस्त को सजा सुनाई।
कोर्ट के फैसले के वक्त प्रज्वल कोर्ट रूम में फूट-फूटकर रोने लगे और दावा किया कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया।
लेकिन कोर्ट ने सबूतों और गवाहों के आधार पर उन्हें दोषी माना।
इस केस की सुनवाई सांसदों/विधायकों के मामलों की स्पेशल कोर्ट में जज संतोष गजानन भट ने की।
उन्होंने कहा कि यह एक अत्यंत गंभीर मामला है जिसमें प्रभावशाली व्यक्ति ने अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया।
अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रभावशाली पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति के लिए भी कानून समान है।
कोर्ट ने प्रज्वल पर रेप, आपराधिक धमकी, ताक-झांक और अश्लील वीडियो लीक करने जैसी धाराओं में आरोप तय किए थे।
प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ अन्य केस
रेप का यह पहला केस है जिसमें प्रज्वल रेवन्ना को दोषी ठहराया गया है। उनके खिलाफ चार रेप केस दर्ज हैं।
एक केस कर्नाटक सेक्स स्कैंडल से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें कई महिलाओं का शोषण और अश्लील वीडियो सामने आए थे।
बाकी मामलों में भी जांच और ट्रायल जारी है।
बता दें प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक के हासन से सांसद रह चुके हैं और JDS के प्रमुख नेता एचडी रेवन्ना के बेटे हैं।
उनके दादा एचडी देवेगौड़ा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री रहे हैं। इस परिवार को राज्य की राजनीति में बेहद प्रभावशाली माना जाता है।
इस केस में सजा मिलना यह साबित करता है कि चाहे आरोपी कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून के सामने सब बराबर हैं।
यह फैसला पीड़ितों के लिए न्याय की उम्मीद और समाज के लिए सशक्त संदेश है कि अपराध करने वालों को सजा जरूर मिलती है।
ये खबर भी पढ़ें – देवेगौड़ा का पोता रेप केस में दोषी करार, जज का फैसला सुनते ही कोर्ट में रो पड़ा पूर्व JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना
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