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Hemant Khandelwal New BJP state president in MP-मध्यप्रदेश को आखिर भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष मिल ही गया।
बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल को मध्यप्रदेश भाजपा का निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया।
अपने पहले ही भाषण से ही हेमंत खंडेलवाल चर्चा में हैं .
अपने भाषण में उन्होंने जो कहा उससे भाजपा के बड़े नेता भी सकते में आ गए।
हेमंत खंडेलवाल का सीधा आशय यह रहा कि पार्टी में ठीक से रहें।
यानि अपनी लाइन और लेंथ बनाकर रखें।
बेवजह बयानबाजी और पार्टी की रीति नीति से अलग विचारधारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हेमंत खंडेलवाल ने कार्यकर्ताओं से कहा-
हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम जनता की भावना के अनुरूप आचरण रखें।
जो कार्यकर्ता समर्पित है, उसका सम्मान होगा। जो दाएं-बाएं
करेगा उसे दिक्कत आएगी।
हमारी पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है।
इतने बड़े-बड़े चुनाव हो जाते हैं और सभी प्रमुख लोग एक ही नामांकन भरते हैं।
मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं। जैसा चुनाव हमारे प्रदेश का होता है, आप वार्ड का
भी करवा दो तो हम सम्मान कर देंगे।
उन्होंने कहा- मुझे पद नहीं दायित्व सौंपा गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनसंघ से लेकर अब तक 27 अध्यक्ष रह चुके हैं।
कुशाभाऊ ठाकरे जी ने बीजेपी को दुनिया का सबसे बड़ा आर्दश संगठन बनाया।
वहीं, उन्होंने अटलजी से लेकर राजमाता सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्षों के कामों का जिक्र किया।
हेमंत ने कहा- भाजपा की बुलंदी को बरकरार रखने के साथ साथ और आगे बढ़ाना है।
बीजेपी का झंडा हमेशा बुलंद रहे यही मेरी प्राथमिकता
हेमंत खंडेलवाल ने अपने पहले संबोधन में अपनी प्राथमिकता गिनाई।
उन्होंने कहा कि बीजेपी का झंडा हमेशा बुलंद रहे।
हर कार्यकर्ता का सम्मान रहेगा, जो क्षमता कार्यकर्ता की होगी उसे वह कार्य मिलेगा।
जनता की भावना के अनुरूप काम करें। हमे अनुशासन में रहना है।
उन्होंने कहा कि उनमें कोई अतिरिक्त योग्यता नहीं है।
वे भी आम कार्यकर्ता हैं। भाजपा आम कार्यकर्ता को पद पर बैठा देती है।
हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के नेतृत्व में काम करना है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वे नई परिभाषा लिख रहे हैं।
प्रदेश रोजगार के माध्यम से उन्नति कैसे पाए, इस दिशा में वे सतत प्रयास कर रहे हैं।
सरकार की हर विकास कार्य योजना को पार्टी के कार्यकर्ता जमीन पर उतारेंगे।
उन्होंने कहा कि उनका परिवार पिछले 100 साल से कांग्रेस के खिलाफ झंडा बुलंद करता रहा।
उनके पिता दिवंगत विजय खंडेलवाल चार बार सांसद रहे।
उन्होंने कहा कि
वे स्वयं कई वर्ष पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे।
यह पद उनके लिए केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि संगठन की सेवा का एक बड़ा अवसर है।
पार्टी की नीतियों और विचारों को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने का काम वे पूरी प्रतिबद्धता और समर्पण से करेंगे।
संगठन के हर कार्यकर्ता तक पार्टी की रीति और नीतियों को पहुंचाना उनकी प्राथमिकता होगी।
आने वाले समय में कई चुनौतियां सामने आएंगी, लेकिन वे किसी भी कठिनाई से घबराने वाले नहीं हैं।
हर चुनौती का डटकर सामना किया जाएगा और संगठन को और अधिक मजबूत बनाने का प्रयास लगातार जारी रहेगा।
आगामी रणनीतियों के बारे में कहा कि उन्होंने शुरुआत मुलाकात और संवाद से की है।
कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मिलने का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है।
इसी संवाद के आधार पर वे आने वाले दिनों में संगठनात्मक दिशा और कार्ययोजना तय करेंगे।
इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला,
जगदीश देवड़ा, कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा सहित तमाम दिग्गज मौजूद रहे।
मालवा-निमाड़ से पहले भी बने बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष
मालवा-निमाड़ क्षेत्र से भाजपा ने सबसे ज्यादा 8 बार संगठन को नेतृत्व दिया।
भाजपा के पहले प्रदेशाध्यक्ष रहे सुंदरलाल पटवा (सामान्य) मंदसौर के थे।
इस पद पर वे दो बार रहे। 1980 से 1983 तक और 1986 से 1990 तक।
इसके बाद रतलाम के लक्ष्मीनारायण पाण्डे (सामान्य) 1994 से 1997 तके प्रदेशाध्यक्ष रहे।
मालवा क्षेत्र से धार के विक्रम वर्मा (ओबीसी) 2000 से 2002 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे।
देवास से पूर्व सीएम कैलाश जोशी (सामान्य) ने 2002 से 2005 तक संगठन का नेतृत्व किया।
उज्जैन के सत्यनारायण जटिया (एससी) फरवरी 2006 से नवंबर 2006 तक प्रदेशाध्यक्ष रहे।
खंडवा सांसद रहे नंदकुमार सिंह चौहान (सामान्य) इस पद पर 2016 से 2018 तक रहे।
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