भाजपा की ‘गटर’ कैबिनेट… शाह अकेले नहीं, कतार लंबी है

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राजेश चतुर्वेदी 

घृणा और नफ़रत से भरी भाषा का इस्तेमाल करने वालों में मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह इकलौते नहीं हैं। भाजपा में ऐसे नामों की बड़ी लिस्ट है, जो शीर्ष के नेताओं से शुरू होती है और नीचे तक जाती है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने 14 मई को कहा था- विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी के लिए गटर की भाषा का इस्तेमाल किया है। नफ़रत और ‘गटर’ की भाषा भाजपा में सिर्फ विजय शाह की नहीं… एक लम्बी कतार है

हालांकि, एक-डेढ़ दशक पहले तक अटल-आडवाणी युग में पार्टी के नेता-नुमाइंदे, विभाजनकारी, सांप्रदायिक और जहरीले जुमलों को इस्तेमाल करने में एहतियात बरतते थे। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में लिहाज, संकोच और परहेज का भाव टूटा, कमजोर पड़ा है। नफरती और जहर बुझे बयानों को ‘तरक्की की सीढ़ी’ मान लिया गया है। क्योंकि, रोका-टोका नहीं जाता, कार्रवाई नहीं होती। यही वजह है कि निरंकुशता बढ़ गई है और शायद इसीलिए विजय शाह जैसे लोग जो मन में आया, बक देते हैं और, कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बताने से पहले एक बार भी नहीं सोचते कि “इसका मतलब क्या है?” और यह ख्याल भी नहीं करते कि इस ‘गटर बयान’ के बाद उनका खुद का क्या हश्र होगा?

दरअसल, बीजेपी ने ‘कार्रवाई’ की ऐसी कोई मिसाल कायम नहीं की है, जो उसके नेताओं को ‘हेट स्पीच’ देने से पहले सौ बार सोचने के लिए विवश करे। विजय शाह का मामला भी सुप्रीम कोर्ट तक इसलिए पहुंच गया, क्योंकि मध्यप्रदेश की हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान ले लिया। वर्ना, पार्टी ने तो उनको अब तक मंत्री पद पर बरकरार रखा है। यदि कोर्ट ऐसा नहीं करती तो, मुमकिन था कि टीवी पर शाह के माफी मांगने भर से मामला सुलट जाता।

चूंकि, अतीत में बीजपी ने किसी पर ऐसा कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया, जो दूसरों के लिए नज़ीर बने या उन्हें डराए, लिहाजा मुसलमानों को टारगेट करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है।
अन्यथा, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे ‘ईवीएम’ (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का यह मतलब कतई नहीं समझाते कि- “एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला.”
भले ही, बीजेपी की मातृ संस्था आरएसएस कहे कि “हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों ढूंढ़ना,” लेकिन पार्टी के नेता अवसर को ‘ध्रुवीकरण’ की सियासत में तब्दील करने में अब शायद पारंगत हो गए हैं। कोई मौका हो, उनके बयान, भाषण, जुमले ‘हिंदू-मुसलमान’ किए बिना मुकम्मल नहीं होते। देखिए किसने क्या-क्या कहा? इनमें से किसके साथ पार्टी ने क्या किया? किसी को घर बैठाया? किसकी राजनीति बंद हुई? तो विजय शाह को कैसे घर बैठा देंगे? शायद, भाजपा का यह सियासी ‘न्यू नॉर्मल’ है. मोदी राज में।

विजय शाह, मंत्री मध्यप्रदेश

उन्होंने (आतंकियों ने) कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा। अब मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते। इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा कि तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है, तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करके छोड़ेगी। देश का मान-सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति, समाज की बहनों को पाकिस्तान भेजकर ले सकते हैं। मोदी जी ने कहा था कि घर में घुसकर मारूंगा। जमीन के अंदर कर दूंगा। आतंकवादी तीन मंजिला घर में बैठे थे। बड़े बम से छत उड़ाई, फिर बीच की छत उड़ाई और अंदर जाकर उनके परिवार की ऐसी की तैसी कर दी। यह 56 इंच का सीना वाला ही कर सकता है। (मई 2025)

 

 

ऊषा ठाकुर, पूर्व मंत्री मध्यप्रदेश :

जिस कार्यक्रम में विजय शाह कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में शर्मनाक टिप्पणी कर रहे थे, वह मंच पर बैठी मुस्कुरा रही थीं। बाद में कहा, जो होना था, सो हो चुका। कई बार जुबान फिसल जाती है। मेरी भगवान से बात होती है, वोट बीजेपी को देना, नहीं तो अगले जन्म में ऊंट, भेड़-बकरी, कुत्ते-बिल्ली जैसे जानवर बनोगे। (19 अप्रैल 2025).

मदरसों में सभी आतंकवादी पैदा होते हैं। मदरसों ने जम्मू-कश्मीर को आतंकवादी कारखाने में बदल दिया था। 8 सितंबर 2022- गरबा पंडाल लव जिहाद का बड़ा माध्यम बन चुके थे। इनमें आईडी कार्ड देखकर ही प्रवेश दिया जाए। (21 अक्टूबर 2020). किसी भी मुसलमान को दुर्गा पूजा पंडाल में नहीं आने देना चाहिए। (25 सितंबर 2015)

रमेश बिधूड़ी

 

‘ओए …, ओए उग्रवादी, ऐ उग्रवादी बीच में मत बोलना, ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है… इसकी बात नोट करते रहना, अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को.’ ( 22 सितंबर 2023 संसद में तत्कालीन बसपा सांसद दानिश अली से बिधूड़ी)

 

 

निशिकांत दुबे

देश में सभी गृह युद्धों के लिए सीजेआई संजीव खन्ना जिम्मेदार हैं। सुप्रीम कोर्ट इस देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहता है। (19 अप्रैल 2025) .
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी तो मुस्लिम आयुक्त थे। (20 अप्रैल 2025).
आजकल कलमा सीख रहा हूं, पता नहीं कब जरूरत पड़े (पहलगाम आतंकी हमले के बाद) (24 अप्रैल 2025).
सुप्रीम कोर्ट उन मामलों में भी हस्तक्षेप करता है, जिनमें उसे नहीं करना चाहिए. (24 मार्च 2025).
आईएसआई और चीन वक़्फ़ बिल पर प्रतिक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं. (25 सितंबर 2024).
राहुल गांधी संन्यासी हैं, उनकी कोई जाति नहीं है. (6 अगस्त 2024).
कांग्रेस में पिछड़ा वर्ग का कोई मुख्यमंत्री नहीं बचा. (6 दिसंबर 2023).
‘दुबई दीदी’ महुआ मोइत्रा (27 अक्टूबर 2023).
यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए रूस को पूरी तरह दोषी नहीं माना जाना चाहिए (21 मार्च 2022).
हिंदी भाषी लोगों से तृणमूल कांग्रेस को एलर्जी है। मुझे बिहारी गुंडा कहा. (29 जुलाई 2021).
जीडीपी को बाइबिल, रामायण और महाभारत की तरह नहीं मानना चाहिए. (3 दिसंबर 2019).
बीजेपी उम्मीदवार का समर्थन करो, चाहे फिर वह अपंग हो, चोर, डकैत या अपराधी (अक्टूबर 2019).
राहुल गांधी भूत हैं, आपने एक आत्मा को बोलने दिया (8 फरवरी 2023)

गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री :

हमारे पुरखों ने 1947 में मुसलमानों को पाकिस्तान न भेजकर गलती कर दी। मुसलमानों को यहां से भेजना था और हिंदुओं को पाकिस्तान से ले आना था। ऐसा नहीं हुआ, जिसकी हमें भारी कीमत चुकानी पड़ी है. ( 21 फरवरी 2020).
हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान किशनगंज में हिंदुओं से अपील कि वे आत्मरक्षा के लिए अपने घरों में भाला, त्रिशूल, तलवार रखें. लव जिहाद के कारण बिहार में महिलाएं असुरक्षित हैं।
हर साल कई हिंदू लड़कियां लव जिहाद में फंसकर मुसलमान बन जाती हैं. (22 अक्टूबर 2024).
नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों की जगह पाकिस्तान में है. पटना में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद उन्होंने कहा था: “मुझे हैरानी है कि नीतीश कुमार इतनी नीचता पर कैसे उतर सकते हैं? गांधी मैदान धमाकों के बाद कोई जांच नहीं कराई गई, इससे साफ है कि नीतीश कुमार मोदी को मरवाना चाहते थे। ” जेडीयू ने उनके इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी, लेकिन राज्य भाजपा नेतृत्व ने उन्हें कोई फटकार नहीं लगाई. (21 अप्रैल 2014) और भी बयान।

प्रदीप कुमार सिंह (दो बार के भाजपा सांसद) :

22 अक्टूबर 2024- यदि किसी को अररिया में रहना है तो उसे हिंदू बनना पड़ेगा.

तेजस्वी सूर्या :

भाजपा जयनगर उपचुनाव मुस्लिम वोटों के कारण हार गई. (जून 2018).
जो मोदी का समर्थन नहीं करते, वे भारत विरोधी ताकतों के साथ हैं. (मार्च 2019).
सीएए का विरोध पंक्चर वाले और जाहिल लोग कर रहे हैं. (दिसंबर 2019).
यदि बहुसंख्यक समुदाय (हिंदू) सतर्क नहीं रहा, तो देश में मुगलों का शासन लौट आएगा. (फरवरी 2020).
धर्म के लिए कर्नाटक की सत्ता पर हिंदुओं का नियंत्रण आवश्यक है. (अगस्त 2020)

 

सुवेन्दु अधिकारी :

 

 

बंद करो, “सबका साथ, सबका विकास.” पार्टी का यह नारा गलत है. मुसलमानों ने बीजेपी को वोट नहीं दिया. पार्टी संगठन में अल्पसंख्यक मोर्चा को भी बंद कर देना चाहिए. (17 जुलाई 2024)
हम पश्चिम बंगाल की सत्ता में आए तो मुस्लिम विधायकों को विधानसभा से बाहर फेंक देंगे. (12 मार्च 2025)
बंगाल में हिंदुओं के लिए पृथक पोलिंग बूथ बनाए जाने चाहिए. (22 अप्रैल 2025)

 

हिमंत बिस्वा सरमा, असम के मुख्यमंत्री :

(झारखंड चुनाव) – हम हारेंगे न तो ये पीताम्बर, नीलाम्बर, सिद्धू, कान्हू, बिरसा मुंडा की भूमि को अरफान, इरफ़ान, अंसारी, आलम गीर आलम लूट लेगा. हमारी बेटियों को लूटा, हमारी जमीन को लूटा, हमारी सरकार को लूटा, हमारे अंहकार को लूटा। हमें आवाज उठाना होगा। हमें एक होना है। हम बंटे तो ये इरफ़ान, अंसारी, आलम हमें लूट ले जाएंगे। (29 मार्च 2025).
असम को मियां भूमि नहीं बनने दूंगा। मियां मुसलमानों से मछली न खरीदें। उनकी मछली दूषित होती है. 2 (सितंबर 2024).
बीजेपी को 10 साल तक मुसलमानों के वोट नहीं चाहिए। वे चाहें तो भगवा ब्रिगेड के पक्ष में नारे लगा सकते हैं, भले ही वोट न दें. (2 अक्टूबर 2023).
सब्जियों के दाम मियां मुसलमान बढ़ा रहे हैं.(15 जुलाई 2023)

नितेश राणे, मंत्री, महाराष्ट्र :

देखो यह घुसपैठी बांग्लादेशी मुंबई में क्या कर रहे हैं। देखो इनकी हिम्मत. पहले सड़क पर रहते थे, अब लोगों के घर में घुस रहे हैं।
सैफ अली खान के घर में घुसे. शायद वे उसे (सैफ को) ले जाने आए थे। यह अच्छा है, कचरा हटा दिया जाना चाहिए। जब भी शाहरुख खान या सैफ अली खान जैसे किसी खान को चोट लगती है, तो हर कोई इसके बारे में बात करना शुरू कर देता है। जब सुशांत सिंह राजपूत जैसे हिंदू अभिनेता को प्रताड़ित किया जाता है, तो कोई भी कुछ कहने के लिए आगे नहीं आता है. (23 जनवरी 2025)
हम गर्व से कह रहे हैं कि हम ईवीएम की वजह से चुनाव जीते हैं और हमने इस बात से कभी इनकार नहीं किया. लेकिन विपक्ष ईवीएम के अर्थ को समझने में नाकमयाब रहा. ईवीएम का मतलब है- ‘एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला.’ हमारे विरोधी ईवीएम को लेकर किस तरह चिल्लाते हैं. वे इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि कैसे हिंदू एकजुट होकर हिंदुओं को वोट दे रहे हैं. (11 जनवरी 2025).
औरंगजेब का मकबरा गंदगी है वो यहां रखने लायक नहीं है. उसे शौचालय भी घोषित करेंगे तो गलत नहीं है. हमारे छत्रपति शिवाजी और संभाजी महाराज के साथ जो कुछ भी किया था, उसकी कोई भी गंदगी हमारे राज्य में रखने लायक नहीं है. (18 मार्च 2025).
(पहलगाम आतंकी हमले के बाद) उन्होंने मारने से पहले हमारा धर्म पूछा. इसलिए हिंदुओं को भी कुछ खरीदने से पहले उनका धर्म पूछना चाहिए. ऐसा भी हो सकता है कि कुछ दुकानदार अपना धर्म नहीं बताएं या अपनी आस्था के बारे में झूठ बोलें. अगर वे कहते हैं कि वे हिंदू हैं तो उन्हें हनुमान चालीसा सुनाने के लिए कहें. अगर उन्हें हनुमान चालीसा नहीं आती तो उनसे कुछ भी न खरीदें. (26 अप्रैल 2025)
केरल एक मिनी पाकिस्तान है. इसलिए राहुल गांधी और उनकी बहन वहां से चुनाव जीतते आ रहे हैं. सभी आतंकवादी उन्हें वोटिंग करते हैं. सभी आतंकवादियों को जोड़कर ही यह लोग सांसद बने हैं. (30 दिसंबर 2024)
अगर हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ तुमने कुछ भी किया तो तुम्हारी मस्जिदों के अंदर आकर चुन-चुनके मारेंगे. इतना ध्यान रखना. (1 सितंबर 2024)

प्रज्ञा ठाकुर, पूर्व सांसद भाजपा :

लव जिहाद करने वालों को लव जिहाद जैसा उत्तर दो। अपनी लड़कियों को सुरक्षित रखो। अपनी लड़कियों संस्कारित करो। अपने घर में हथियार रखो। कुछ नहीं तो सब्जी काटने वाला चाकू जरा तेज रखो। स्पष्ट बोल रही हूं कि हमारे घरों में भी सब्जी काटने के लिए हथियार तेज होना चाहिए। उन्होंने चाकू से हमारे हर्षा को गोदा था। उन्होंने हमारे वीरों को, हिंदू वीरों को, बजरंग दल के कार्यकर्ता, भाजपा के कार्यकर्ता, युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को गोदा है, काटा है. तो हम भी सब्जी काटने वाले चाकुओं को जरा तेज रख लें। पता नहीं कब कैसा मौका आए। जब हमारी सब्जी अच्छे से कटेगी, तो निश्चित रूप से दुश्मनों के मुंह और सिर भी अच्छे से कटेंगे। (26 दिसंबर 2022)

यह फेहरिस्त पूरी नहीं हैं।

 

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