Parliament Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र गुरुवार को फिर हंगामे की भेंट चढ़ गया।
चौथे दिन की शुरुआत से ही विपक्षी दलों ने बिहार वोटर वेरिफिकेशन मामले को लेकर लोकसभा में जोरदार प्रदर्शन किया।
संसद के अंदर जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर रहा, वहीं बाहर कांग्रेस ने मकर द्वार पर तीसरे दिन भी प्रदर्शन किया।
सोनिया गांधी भी प्रदर्शन में शामिल हुईं। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथ में “लोकतंत्र खतरे में है” लिखा पोस्टर भी लहराया।
जानें लोकसभा और राज्यसभा में क्या हुआ
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने वेल में आकर पोस्टर लहराए, तख्तियां दिखाईं और नारेबाजी की।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा, तख्तियां लेकर आएंगे तो सदन नहीं चलेगा। ये आपके संस्कार नहीं हैं।
हंगामा इतना बढ़ा कि लोकसभा की कार्यवाही महज 6 मिनट ही चल सकी और उसे दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
हालांकि, राज्यसभा में कोई हंगामा नहीं हुआ और कार्यवाही सामान्य रूप से जारी रही।
राज्यसभा के 5 सांसदों का कार्यकाल आज खत्म हो रहा है, जिन्होंने सदन में विदाई भाषण दिया।
इनमें एम मोहम्मद अब्दुल्ला, एन चंद्रशेखरन, एम षणमुगम, वाइको, पी विल्सन शामिल हैं।
वहीं, वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम ने राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली।
बिहार विवाद पर पक्ष-विपक्ष से किसने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी – जब भी विपक्ष सवाल उठाता है, उसे बोलने नहीं दिया जाता। हम चर्चा की मांग करते रहे हैं, तो उन्हें सहमत होना चाहिए। वे ऐसा टॉपिक चुनते ताकि हम उस पर रिएक्शन दें और फिर हंगामा होता था।
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी – जिस तरह से बिहार चुनाव में SIR को लाया गया है, उसने बिहार के मतदाताओं को आश्वस्त करने के बजाय कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों को बार-बार वही दस्तावेज लाने को कहा जा रहा है जो उनके पास कभी थे ही नहीं। हमें वाकई यह जानने की ज़रूरत है कि लोकसभा चुनाव के दौरान इन सभी मतदाताओं के साथ क्या हुआ। क्या उनका दुरुपयोग किया गया?
आप सांसद संजय सिंह – दिल्ली और बिहार दोनों जगह बिहारियों को परेशान किया जा रहा है। दिल्ली में पूर्वांचली लोगों के घर-दुकान तोड़े जा रहे हैं, अब बिहार में उनके वोट छीने जा रहे हैं।
RJD सांसद मनोज झा – अगर यह सरकार बिहारियों को मतदाता सूची से बेदखल करने की योजना बना रही है, तो वे आग से खेल रहे हैं। एक भी फर्जी मतदाता का प्रमाण नहीं दिया गया है। अगर हमारे चुनाव आयोग का व्यवहार बांग्लादेश चुनाव आयोग जैसा है, तो पार्टियों और नागरिकों के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा।
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला – यह लड़ाई अब सिर्फ वोटर लिस्ट की नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने की है। हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक चुनाव आयोग लोगों की बात नहीं सुनता। वोट देने का अधिकार हर नागरिक का मूल अधिकार है।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले – अगर वे (तेजस्वी यादव) चुनाव बहिष्कार की बात कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि उन्होंने पहले ही हार मान ली है। बता दें बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा था कि विपक्ष विधानसभा चुनाव का बायकॉट कर सकता है। इसे लेकर महागठबंधन की सभी पार्टियों के बीच विचार करेंगे।
भाजपा सांसद कंगना रनोट – विपक्ष की जिम्मेदारी होती है कि वह चर्चा में भाग ले। लेकिन ये लोग वेल में जाकर नारेबाजी कर लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं। मंत्री पूरी तैयारी से आते हैं, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया जाता।
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