तुलसी समर्थकों पर कार्रवाई की साजिश रच रहीभाजपा ?
भाजपा प्रवक्ता और कट्टर हिंदूवादी नेता उमेश शर्मा ने ट्वीट के जरिये ताज़िये निकालने वाले उस्मान पटेल का पक्ष लेकर सांवेर की नर्मदा कलश यात्रा पर उठाये सवाल
दर्शक
इंदौर। शहर के खजराना इलाके में मुहर्रम पर ताज़िये निकलने के मामले में नया मोड़ आ गया है। इंदौर भाजपा के वरिष्ठ नेता उमेश शर्मा ने ताज़िये निकालने वाले उस्मान पटेल के पक्ष में खड़े हो गए हैं। कोरोना प्रोटोकाल तोड़कर ताज़िये निकालने के जुर्म में पटेल को गिरफतार कर जेल भेज दिया गया है। उस्मान पटेल पर जिला प्रशासन ने रासुका भी लगा दी है। भाजपा नेता उमेश शर्मा का कहना है कि उस्मान के साथ ज्यादती हुई है। उनका जुर्म इतना बड़ा नहीं है।
एक मुस्लिम के पक्ष में कट्टर हिंदूवादी नेता का नरम रुख बड़ा बदलाव है। उमेश शर्मा की ये खिलाफत भाजपा से है, या भाजपा भी उस्मान पटेल के साथ खड़ी है। भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए। उमेश शर्मा ने अपने ट्वीट के बाद #नर्मदे हर भी लिखा।
यदि ये भाजपा प्रेरित ट्वीट नहीं है तो भाजपा को उमेश शर्मा पर कार्रवाई करनी चाहिए। वैसे उमेश शर्मा शब्दों के साथ साथ बिना बड़े नेताओं के सहमति के ऐसा करे ये सम्भव नहीं दिखता। राजनीति के गुणा भाग वे बिना सोचे नहीं करते।
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इसके मायने है कि शर्मा इशारों में ये बता रहे है कि सांवेर में भाजपा के तुलसी सिलावट नर्मदा यात्रा निकाल सकते हैं, तो उस्मान ताज़िये क्यों नहीं। क्या शर्मा का ये बयान तुलसी सिलावट को कमजोर करने की भाजपा की सुनियोजित कोशिश का हिस्सा है। क्या उस्मान जैसी कार्रवाई तुलसी और उनके करीबियों पर करने की कोशिश तो नहीं।
उमेश शर्मा ने ट्विट में लिखा है – मौजूदा परिस्थिति में उस्मान पटेल की रासुका पर पुनर्विचार करना चाहिए। संभव हो तो निरस्त की जाना चाहिए#नर्मदे हर
मुहर्रम पर मनाही के बावजूद भाजपा से कांग्रेस में गए उस्मान ने ताज़िये निकाले थे। इसके बाद उमेश शर्मा ही सबसे पहले आगे आये और चेतावनी दी थी कि ताजिया उठाने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं भी अनंत चतुर्दशी पर पर भीड़-भाड़ के साथ गणेश प्रतिमा विसर्जन करूंगा। केवल सात दिनों में ही उमेश शर्मा का ये यू टर्न समझ से परे हैं।
वैसे उमेश शर्मा भाजपा में उपेक्षित चल रहे हैं, शहर अध्यक्ष की दौड़ में होने के बावजूद गौरव रणदिवे को पार्टी ने मौका दिया , शर्मा की मांग, चेतावनी के बाद उस्मान पटेल, उनके भाई इस्माइल पटेल, शहजाद पटेल, राजा पटेल और मोहब्बत अली पटेल पर रासुका की कार्रवाई की गई। उस्मान पटेल के एडवोकेट बेटे तनवीर सहित बीसियों लोगों को अनेक प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत जेल में डाल दिया गया है। अभी तक एसडीएम इनकी जमानत नहीं ले रहे हैं।
उमेश शर्मा का इशारा सांवेर की सांवेर की कलश यात्रा की तरफ है। सांवेर की कलश यात्रा को लेकर बहुत सवाल उठ रहे हैं। इलाके में भाजपा ने गांव में प्रतिदिन कलश यात्रा के आयोजन शुरू किये हैं। तुलसी सिलावट यहाँ से मैदान में हैं। कलश यात्रा में हजारों महिलाएं शामिल हो रही हैं। प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव है।
वही तुलसी सिलावट का कहना है कि ये धार्मिक आयोजन है इसमें कोई रोक नहीं होगी। सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने भी सिलावट की यात्रा रोकना चाहती है, पर वे मानने को राज़ी नहीं। ऐसे उमेश शर्मा को भाजपा ने ही आगे किया है। ऐसे में यात्रा के आयोजन तुलसी सिलावट पर क्या प्रशासन उस्मान पटेल जैसे कार्रवाई का साहस आकर सकेगा।
मीडिया से उमेश शर्मा ने कहा कि वे अपना ट्वीट नहीं हटाएंगे। फिर चाहे इसके लिए जो नुकसान होना हो हो जाए। उस्मान पटेल सहित अन्य लोगों पर रासुका लगने से वे दुखी हैं और वे चाहते थे कि संबंधित धाराओं में कार्रवाई हो।