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AAP MLA Gopal Italia : 35 साल के गोपाल इटालिया जहां कई विवादों में आ चुके हैं तो वहीं वे कई भूमिका भी निभा चुके हैं।
उन्होंने भाजपा के गढ़ में चुनाव जीता है और आम आदमी पार्टी ने लगातार दूसरी बार विसावदर सीट जीती है।
आम आदमी पार्टी नेता गोपाल इटालिया गुजरात की विसावदर सीट से उपचुनाव जीत गए हैं।
अब गुजरात विधानसभा में AAP के 4 विधायक हो गए हैं।
केजरीवाल ने चैलेंज किया था कि बीजेपी ने भूपत भायाणी
(पिछले विधायक) को तोड़ लिया। अगर बीजेपी गोपाल
इटालिया को खरीद ले तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इटालिया
केजरीवाल के भरोसेमंद माने जाते हैं।
कभी अहमदबााद पुलिस के मधुपुरा थाने में महज एक पुलिस कांस्टेबल की नौकरी करने वाले गोपाल इटालिया ने गुजरात विधानसभा उप चुनावों में बड़ी जीत दर्ज करके चौंका दिया है।
30 महीने पहले गोपाल इटालिया 2022 के विधानसभा चुनावों मे सूरत की कतारगाम विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे लेकिन अब उन्होंने विसावदर उप चुनाव में जीतकर विधानसभा में एंट्री कर ली है।
राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि गोपाल इटालिया की वजह से विसावदर में बीजेपी एक बार फिर हार गई।
बीजेपी इस सीट पर 2007 में आखिरी बात जीती थी।
कांस्टेबल फिर क्लर्क
गोपाल इटालिया का जन्म 21 जुलाई 1989 को गुजरात बोटाद में हुआ था।
इटालिया ने जनवरी 2013 से, इटालिया ने 2016 तक अहमदाबाद पुलिस के मधुपुरा पुलिस स्टेशन में बतौर कांस्टेबल काम किया।
2014 में वह अहमदाबाद कलेक्ट्रेट के तहत धंधुका तालुका उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के कार्यालय में एक राजस्व क्लर्क के रूप में तैनात हुए।
गृहमंत्री पर फेंका जूता
मार्च 2017 में गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा पर कथित तौर पर जूता फेंकने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
इसके बाद इटालिया ने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया।
इससे पहले उन्हें बतौर पुलिसकर्मी भी एक मामले में शराबबंदी से जुड़े मामले में बोलने के लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई।
इटालिया और अन्य ने एक मामले में 10 दिन जेल में भी बिताए, जहां उन्होंने एक भाजपा नेता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
जून 2020 में इटालिया आम आदमी पार्टी (आप) की गुजरात राज्य इकाई में राज्य उपाध्यक्ष के रूप में शामिल हुए।
इसके बाद उन्होंने राज्य में युवा जोड़ो यात्रा निकाली और केजरीवाल का ध्यान खींचा।
उन्हें 12 दिसंबर 2020 को राज्य अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
30 महीने बाद मजबूत वापसी
गोपाल इटालिया वकालत में सक्रिय हुए। उन्होंने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से एलएलबी फि एल एल एम की डिग्री ली।
विसावदर से जीते भूपत भायाणी ने जब इस्तीफा दे दिया और आप में चले गए तो पार्टी के सामने विसावदर की सीट बचाने की चुनौती थी।
लंबे इंतजार के बाद जब मई में चुनाव घोषित हुए थे। तो आप गोपाल इटालिया को दिल्ली चुनावों के बाद ही कैंडिडेट बना चुकी थी।
इटालिया ने इस चुनाव में बीजेपी के किरीट पटेल को शिकस्त दी।
कवितायेँ भी लिखते हैं गोपाल
फुल टाइम पॉलिटिक्स करने वाले गोपाल इटालिया आप के सबसे युवा प्रदेश अध्यक्ष हैं।
गोपाल इटालिया को कविताएं लिखने का शौक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विवादित शब्द का प्रयोग करने पर इटालिया को दिल्ली पुलिस और फिर बाद में राष्ट्रीय महिला आयोग की कार्रवाई का सामना करना पड़ा था।
विसावदर के चुनावों में अरविंद केजरीवाल ने इटालिया को हीरो बताकर पेश किया था।
इटालिया ने सामाजिक और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर कई सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया है।
2021 में, उन्होंने पेपर लीक के कारण गुजरात हेड क्लर्क परीक्षा रद्द करने में जवाबदेही की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया।
अपनी जमीनी अपील और स्पष्ट सार्वजनिक टिप्पणियों के लिए जाने जाने वाले, वे युवाओं और किसानों के लिए एक प्रमुख आवाज़ बने हुए हैं।
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