Tej Pratap Yadav Mahua Seat: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है।
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने सोमवार को अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।
इस सूची में खुद तेजप्रताप यादव ने महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
महुआ वही सीट है, जहां से उन्होंने 2015 में पहली बार विधायक बनकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।
नए और युवा चेहरों के साथ महिलाओं को मौका
जनशक्ति जनता दल की इस पहली लिस्ट में कई नए और युवा चेहरों को मौका दिया गया है।
पार्टी ने दावा किया है कि इन उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह जनता से जुड़े मुद्दों, उनकी छवि और जमीनी कार्यशैली को देखते हुए किया गया है।
जारी सूची में दो महिला उम्मीदवारों को भी टिकट दिया गया है, जिसे पार्टी ने महिलाओं की सशक्त भागीदारी की दिशा में कदम बताया है।
तेजप्रताप यादव ने लिस्ट जारी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बिहार की राजनीति में नई सोच और स्वच्छ छवि को आगे लाना है।
उन्होंने कहा, जनशक्ति जनता दल आम लोगों की आवाज बनेगी। हमारा फोकस भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और गरीबी जैसे असली मुद्दों पर रहेगा। हम जनता से वादे नहीं, बल्कि भरोसे का रिश्ता बनाने निकले हैं।

पुराने गढ़ से फिर खेला तेजप्रताप ने दांव
वर्तमान में तेजप्रताप यादव हसनपुर सीट से विधायक हैं, लेकिन अब उन्होंने अपने पुराने गढ़ महुआ से चुनाव लड़ने का ऐलान कर सियासी हलचल तेज कर दी है।
महुआ सीट से इस समय आरजेडी के मुकेश कुमार विधायक हैं।
उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू की आशमा परवीन को 13,687 वोटों के अंतर से हराया था।
अब तेजप्रताप का वहां से मैदान में उतरना न सिर्फ आरजेडी के लिए चुनौती बनेगा, बल्कि यादव वोट बैंक के भीतर भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजप्रताप यादव का यह कदम बिहार के चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
बिहार की सियासत में नई हलचल
एक ओर जहां वे आरजेडी से अलग अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर यह कदम उनके और भाई तेजस्वी यादव के बीच मतभेदों को और उजागर करता दिख रहा है।
जनशक्ति जनता दल की पहली लिस्ट जारी होने के साथ ही बिहार की सियासत में नई हलचल मच गई है।
पार्टी ने यह संकेत भी दिया है कि वह आने वाले दिनों में दूसरी सूची भी जारी करेगी।
तेजप्रताप के समर्थकों का कहना है कि यह पार्टी “जनता के लिए राजनीति” करने का प्रतीक बनेगी और युवाओं को आगे बढ़ाने का मंच प्रदान करेगी।
अब देखना होगा कि तेजप्रताप यादव की यह नई सियासी रणनीति आगामी चुनाव में कितना असर दिखा पाती है।
क्योंकि महुआ की जंग इस बार सिर्फ सीट की नहीं, बल्कि राजनीतिक विरासत और जनाधार की परीक्षा भी साबित होगी।
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