Vidya Bharti's Practice Class

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भोपाल में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने किया विद्या भारती के प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन

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Vidya Bharti’s Practice Class: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने मंगलवार को भोपाल के शारदा विहार स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान (VBABSS) के पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर भारत की गौरवशाली संस्कृति, विज्ञान और शिक्षा की झलक प्रस्तुत करने वाली डिजिटल और मैन्युअल प्रदर्शनियां भी लगाई जाएंगी। आयोजन स्थल को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त और पर्यावरण-संवेदनशील बनाने का संकल्प लिया गया है। कार्यकर्ताओं को स्किलिंग बाय स्कूलिंग यानी शिक्षा के साथ कौशल विकास को बढ़ावा देने की दिशा में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण देने की योजना भी बनाई गई है, जिससे स्थानीय स्तर पर भी सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।

शिक्षा, संस्कार और आधुनिक तकनीक पर होगा फोकस

इस अभ्यास वर्ग में शिक्षा नीति, सांस्कृतिक जागरण, भारतीय संस्कारों का प्रसार जैसे विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा, जिसमें देशभर से 700 से ज्यादा पूर्णकालिक कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं।  इस बार शिक्षकों और कार्यकर्ताओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप टेक्नोलॉजी जैसे आधुनिक विषयों पर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि नई तकनीकों के साथ शिक्षा को और प्रभावी बनाया जा सके। 5 दिन तक चलने वाले अभ्यास वर्ग में एनसीईआरटी, सीबीएसई और भाषा भारती जैसे शैक्षणिक संस्थानों के विशेषज्ञ कुल 22 सत्रों में अपने विचार रखेंगे। विद्या भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष रामकृष्ण राव ने बताया कि देशभर में संचालित 22 हजार से अधिक औपचारिक और अनौपचारिक विद्यालयों में कार्यरत 1 लाख 6 हजार शिक्षकों को नई शिक्षा नीति और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों से अपडेट करने के लिए यह अभ्यास वर्ग आयोजित किया गया है।

भागवत में बोले- टेक्नोलॉजी के लिए बनानी होगी मानवीय नीति

उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि विश्व भारत की ओर देख रहा है उसे मानवता की दिशा देनी होगी। मानवता को सही दिशा देने के लिए आवश्यक है कि हम अपने कार्य को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना है। शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे व्यापक दृष्टिकोण से देखना होगा। विद्या भारती केवल शिक्षा प्रदान करने का काम नहीं करती, बल्कि समाज को सही दिशा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विद्या भारती अपने विचारों के अनुरूप शिक्षा का कार्य कर रही है। यह शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह छात्रों के जीवन मूल्यों और संस्कारों का निर्माण भी करती है।

आरएसएस के सरसंघचालक ने कहा कि आज के समय में तकनीक समाज के हर क्षेत्र में अपना प्रभाव डाल रही है। हमें टेक्नोलॉजी के लिए एक मानवीय नीति बनानी होगी। आधुनिक विज्ञान और तकनीक में जो कुछ गलत है, उसे छोड़ना पड़ेगा और जो अच्छा है, उसे स्वीकार कर आगे बढ़ना होगा। वहीं विद्या भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष दूसी रामकृष्ण राव ने कहा कि विद्या भारती के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण हमारा मुख्य लक्ष्य है। जिससे वे शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें।

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