गठबंधन को लेकर चर्चाएं फिर से शुरू
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना का साथ छूटने के बाद भाजपा अब नए सिरे से गठबंधन की तलाश में जुट गई है। भाजपा ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे को साधने में जुट गई है।
इसी कड़ी में महाराष्ट्र के पूर्व CM और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस बुधवार को अपनी पत्नी अमृता फडणवीस के साथ MNS प्रमुख राज ठाकरे के नए बंगले शिवतीर्थ पर पहुंचे। दोनों परिवारों के बीच तकरीबन दो घंटे तक मुलाकात चली।
हालांकि, मुलाकात देखने में पर्सनल लग रही है, लेकिन आगामी BMC चुनाव और अन्य चुनावों में दोनों दलों के गठबंधन की खबरों को चर्चा शुरू हो गई है।
इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल और राज ठाकरे की मुलाकात के बाद मनसे-भाजपा गठबंधन की खूब चर्चा हुई थी।
हालांकि, तब यह कहा गया कि कुछ मुद्दों पर असहमति के कारण गठबंधन की बातचीत को टाल दिया गया है। नवंबर की शुरुआत में कोरोना वायरस को हराने के बाद राज ठाकरे दिवाली के दिन अपने नए घर में शिफ्ट हो गए थे। कृष्णाकुंज के पास राज ठाकरे ने नया घर बनवाया है।
भाजपा विधायक आशीष शेलार ने भी दिवाली पर राज ठाकरे से मुलाकात की थी। इससे पहले चंद्रकांत पाटिल और राज ठाकरे की मुलाकात नासिक में हुई थी।
मनसे-भाजपा गठबंधन पिछले दो-तीन महीने से चर्चा में है। अब जब फडणवीस राज ठाकरे के घर पहुंचे हैं तो चर्चा तेज होना स्वभाविक है।
2019 में शिवसेना और भाजपा का 30 साल पुराना गठबंधन टूट गया था। शिवसेना को छोड़ने के बाद भाजपा नए सहयोगियों के साथ गठबंधन के विकल्प को तलाश रही है। ऐसे में फडणवीस और राज ठाकरे की मुलाकात एक बार फिर से गठबंधन की हवा को जोर दे सकती है।
इस गठबंधन का पहला प्रयोग मुंबई नगर निगम चुनाव में किया जा सकता है। बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो हिंदुत्व की विचारधारा में विश्वास करती है। मनसे का मूल मन्त्र भी यही है। राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है, इसलिए भविष्य में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
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