Rahul Gandhi

Rahul Gandhi

राहुल गांधी का संदेश- मैं Gen Z के साथ: सैम पित्रोदा ने कहा- पाक-बांग्लादेश घर जैसा, BJP बोली- इनका घर ही जलाएंगे लोग

Share Politics Wala News

 

Rahul Gandhi: भारत में लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर से सियासी विवाद छिड़ गया है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Election Commission of India) और भाजपा (BJP) पर वोट चोरी करने और वोटर लिस्ट में हेरफेर करने के आरोप लगाए हैं।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दावा किया कि विभिन्न राज्यों में सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल कर वोटर्स के नाम हटाए और जोड़े जा रहे हैं।

राहुल ने X पोस्ट (पूर्व Twitter) पर लिखा – चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा, चोरों को बचाता रहा। साथ ही 37 सेकेंड का वीडियो शेयर किया।

इस क्लिप में उन्होंने आरोप लगाया कि सुबह 4 बजे उठो, 36 सेकेंड में 2 वोट डिलीट करो, फिर सो जाओ – ऐसे भी हुई वोट चोरी।

राहुल ने इस क्लिप में विशेष रूप से कर्नाटक के आलंद क्षेत्र का हवाला दिया और बताया कि वहां 6018 वोटर्स के नाम डिलीट करने की कोशिश हुई।

राहुल की Gen-Z से लोकतंत्र बचाने की अपील

राहुल गांधी ने 18 अगस्त की अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस की क्लिप शेयर की है।

इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक के आलंद और अन्य राज्यों में सॉफ़्टवेयर के माध्यम से अवैध रूप से वोटर्स की लिस्ट में बदलाव किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी यही प्रक्रिया चल रही है।

18 सितंबर को राहुल गांधी ने दूसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग के प्रमुख ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरों की रक्षा करने का आरोप लगाया।

राहुल ने कहा, चुनाव आयोग जानबूझकर कांग्रेस के वोटों को निशाना बना रहा है और उनके नाम डिलीट कर रहा है।

उन्होंने देश के छात्रों और 2000 के दशक में जन्मी Gen-Z पीढ़ी से अपील की कि वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में निर्णायक भूमिका निभाएं।

राहुल ने कहा, देश के युवा, देश के छात्र, देश के जेन-ज़ी संविधान बचाएंगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोटों की चोरी रोकेंगे। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा।

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि उन्होंने 31 मिनट के प्रजेंटेशन में सभी सबूत देश के सामने रखे और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।

उनके अनुसार, कर्नाटक और महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में अवैध बदलाव किए जा रहे हैं और इसमें चुनाव आयोग की चुप्पी संदिग्ध है।

देश को गृह युद्ध में फंसाना चाहते हैं राहुल 

राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

  • गिरिराज सिंह (केंद्रीय मंत्री): राहुल गांधी फ्रस्ट्रेशन और हताशा में हैं। कभी नरेंद्र मोदी की नकल करते हैं, कभी Gen-Z की बात करते हैं। वे भारत को गृह युद्ध में फंसाना चाहते हैं। कभी मुसलमानों को भड़काते हैं, कभी ऊल-जुलूल बातें करते हैं। भारत कभी राहुल गांधी जैसे अर्बन नक्सल को स्वीकार नहीं करेगा।
  • निशिकांत दुबे (सांसद): मैं आलंद चुनाव का पार्टी इंचार्ज था। कांग्रेस कभी वहां जीतती नहीं थी। अगर वोट चोरी हुई, तो कांग्रेस को धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि आजादी के बाद पहली बार आलंद सीट उन्हें मिली।
  • रविशंकर प्रसाद (सांसद): राहुल गांधी लगातार झूठ बोल रहे हैं। वे लोकतांत्रिक परंपराओं और LoP (Leader of Opposition) की गरिमा से विश्वासघात कर रहे हैं।
  • सुब्रत पाठक (पूर्व सांसद, कन्नौज): अगर नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी क्रांतियां भारत में भड़क उठीं, तो लोग राहुल गांधी और अखिलेश यादव के घरों में आग लगा देंगे।

बीजेपी नेताओं ने राहुल के Gen-Z अपील पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे कांग्रेस की हताशा और सत्ता बचाने का माध्यम बताया।

वहीं, दूसरी ओर चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया। आयोग ने स्पष्ट किया कि कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन किसी का वोट डिलीट नहीं कर सकता।

इसके अलावा वोट हटाने से पहले संबंधित व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है। आयोग ने कहा कि राहुल गांधी के द्वारा प्रस्तुत तथ्यों में गलतियां और भ्रामक जानकारी है।

पित्रोदा ने आग में घी डालने का किया काम

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने इस विवाद में फिर से चर्चा में आने वाला बयान दिया।

पित्रोदा ने कहा, मुझे पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल में घर जैसा लगता है।

उन्होंने राहुल की तरह Gen-Z से लोकतंत्र की रक्षा करने की अपील भी दोहराई।

सैम पित्रोदा पहले भी अपने विवादित बयानों के कारण निशाने पर रह चुके हैं।

उन्होंने भारत की विविधता, विरासत टैक्स और चीन से संबंधित बयान देकर विवाद खड़ा किया था।

उनके बयान ने राहुल गांधी के वोट चोरी विवाद को और भी सियासी तूल दिया।

दरअसल, राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस और सोशल मीडिया पोस्ट में जेन-ज़ी से लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की अपील की।

उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को आगे आना चाहिए और लोकतंत्र को बचाने के लिए उनके साथ खड़ा होना चाहिए।

राहुल का यह संदेश विशेष रूप से उन छात्रों और युवा मतदाताओं को लक्षित करता है जो डिजिटल माध्यमों के जरिए राजनीति में सक्रिय हैं।

बीजेपी नेताओं ने इसे कांग्रेस की हताशा और राजनीति का हिस्सा बताया।

गिरिराज सिंह ने राहुल के बयान को “अर्बन नक्सल की भूमिका” करार दिया, जबकि निशिकांत दुबे और रविशंकर प्रसाद ने इसे झूठ और लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया।

 

ये खबर भी पढ़ें – राहुल गांधी का हाइड्रोजन बम: वोट चोरी पर दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस, EC बोला- आरोप झूठे, नाम ऑनलाइन डिलीट नहीं होते

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *