Parliament Operation Sindoor

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राहुल-प्रियंका ने पूछे सवाल, PM मोदी बोले- दुनिया के किसी नेता ने जंग नहीं रुकवाई : पढ़ें लोकसभा और राज्यसभा में क्या-क्या हुआ?

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Parliament Operation Sindoor: लोकसभा में लगातार दूसरे दिन ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है।

राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से माफी मांगनी पड़ी।

लोकसभा में चर्चा की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की, उन्होंने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र नहीं किया पर ‘ऑपरेशन महादेव’ पर बात की।

लोकसभा के नेता विपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हम अपनी सरकार-सेना के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं।

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा- लोग सरकार के भरोसे पहलगाम गए थे, लेकिन सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया।

पहलगाम में जब लोगों को मारा जा रहा था, तब वहां एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं दिखा। प्रधानमंत्री श्रेय लेने आगे आ जाते हैं, जिम्मेदारी लेने क्यों नहीं आते।

प्रियंका से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र से सवाल किया कि सरकार बताए कि पाकिस्तान के पीछे कौन सा देश है।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर सदन को संबोधित किया।

दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं है।

UN के 193 देशों में सिर्फ 3 देशों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया।

मैं सदन में भारत का पक्ष रखने के लिए खड़ा हुआ हूं

पीएम मोदी ने कहा कि यह विजय उत्सव सिंदूर की सौगंध पूरा करने का है।

यह सत्र भारत के विजय उत्सव का सत्र है। संसद का यह सत्र भारत के गौरव गान का सत्र है।

यह भारत की सेना के शौर्य की विजय गाथा का है। मैं इसी विजय भाव से इस सदन में भारत का पक्ष रखने खड़ा हुआ हूं।

मैं 140 करोड़ लोगों की भावनाओं में अपना स्वर मिलाने खड़ा हूं। उनकी आवाज की गूंज में अपना स्वर मिलाने खड़ा हूं।

पीएम ने कहा जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता है उन्हें मैं कायनात दिखाने के लिए खड़ा हुआ हूं।

हमें अपने सैन्य बलों की क्षमता और साहर पर पूरा भरोसा है।

मैंने कहा था यह हमारा संकल्प है कि हम आतंकियों को मिट्‌टी में मिला देंगे।

मैंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि सजा उनके आकाओं को भी होगी और कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।

22 अप्रैल को मैं विदेश में था, मैं तुरंत लौटकर आया और आने के तुरंत बाद मैंने बैठक बुलाई।

उसमें साफ साफ निर्देश दिए कि आतंकवाद को करारा जवाब देना होगा और ये हमारा राष्ट्रीय संकल्प है।

पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछकर गोलियां मारी यह क्रूरता की पराकाष्ठा है।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिस तरह देश के लोगों ने मेरा साथ दिया मुझे आशीर्वाद दिया। वह मुझ पर कर्ज है।

मैं आज देश वासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया।

दुनिया के किसी नेता ने जंग नहीं रुकवाई

पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का नाम लिए बिना कहा दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन रोकने नहीं कहा था।

पीएम ने कहा कि 9 मई की रात अमेरिका के उप राष्ट्रपति जी ने मुझसे बात करने का प्रयास किया, वो घंटे भर कोशिश कर रहे थे।

तब मेरी सेना के साथ मीटिंग चल रही थी। मैंने बाद में उन्हें फोन किया। तब उन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है।

मेरा जो जवाब था- जिनको समझ नहीं आता उनकाे नहीं आएगा। अगर पाकिस्तान का ये इरादा है तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा।

एक और आंकड़ा बताना चाहता हूं पूरा देश गर्व से भर जाएगा। पाकिस्तान ने 1000 मिसाइलों से हमला किया था।

ये अगर गिरती तो बहुत तबाही मच जाती, लेकिन एयर डिफेंस ने ये मिसाइलें आसमान में ही चूर-चूर कर दीं।

मैं फिर से लोकतंत्र के इस मंदिर में दोहराना चाहता हूं। ऑपरेशन सिंदूर जारी है।

पाकिस्तान ने दुस्साहस किया तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आज का भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है।

कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से चल रहा है। कांग्रेस के बिल्कुल नए सदस्य कहते हैं ऑपरेशन सिंदूर, ये तो तमाशा था।

हमले के पहले पाक को बताया, 35 मिनट में सरेंडर किया

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ जी कह रहे थे 1.45 बजे रात में ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ और 22 मिनट में खत्म हुआ।

उन्होंने सबसे हैरानी वाली बात कही हमने 1.35 पर पाकिस्तान को बताया कि हम सेना के ठिकानों को निशाना नहीं बना रहे हैं।

दो लोगों के बीच लड़ाई हो रही थी, एक आदमी ने दूसरे को सीधे जाकर यह बताया कि आपके पास लड़ने की पॉलिटिकल विल है ही नहीं आप लड़ना ही नहीं चाहते हो।

हम एस्केलेशन नहीं चाहते हैं आप जवाब न दीजिए। भारत सरकार ने जाकर उनको बताया कि हम लड़ाई नहीं चाहते हैं यानी हमने 35 मिनट में सरेंडर कर दिया।

राहुल ने कहा- सर, टाइगर को पूरी फ्रीडम देनी पड़ती है। दो शब्द हैं- पॉलिटिकल विल और फुल फ्रीडम।

अगर आप सेना के लिए काम करना चाहते हो, आपके पास पॉलिटिकल विल होनी चाहिए। दूसरा, सेना का प्रयोग करना चाहते हो तो उसके फुल फ्रीडम देना होगी।

अगर पीएम में इंदिरा गांधी की तरह 50 प्रतिशत भी दम है तो कहें कि ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान में सीजफायर नहीं कराया। ऑपरेशन सिंदूर में भारत के एक भी फाइटर जेट नहीं गिरा है।

लोग सरकार भरोसे पहलगाम गए थे – प्रियंका

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि लोग सरकार के भरोसे पहलगाम गए थे, लेकिन सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया।

ऑपरेशन सिंदूर जब शुरू हुआ, हम सब समर्थन में खड़े हो गए।

हमें अपनी सेना पर गर्व है कि उन्होंने वीरता से लड़ाई लड़ी, लेकिन इसका श्रेय हमारे प्रधानमंत्री चाहते हैं।

ओलिंपिक्स में मेडल आता है, उसका श्रेय भी ले लेते हैं। वे ले लें। लेकिन श्रेय ले रहे हैं तो जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी।

मेरी मां के आंसुओं की बात करूं तो वे तब गिरे, जब मेरे पिता शहीद हुए, तब वे सिर्फ 44 साल की थीं।

आज उनकी आंखों में 26 लोगों के मारे जाने के आंसू हैं। ये सोने का नहीं, कांटों का ताज है।

जब सरकार झूठी और कायर हो तो सेना के पराक्रम को भी कमजोर कर देती है।

प्रियंका ने कहा कि आपको तो एक बहाना चाहिए। पूरे परिवार का नाम गिना देते हैं।

साल 2014 से तो आपकी सरकार है। अब पूरी जिम्मेदारी तो आपकी बनती है।

इस सदन में सभी के पास सुरक्षा व्यवस्था है। आप जहां जाएंगे, वहां सुरक्षा मिल जाएगी।

लेकिन, जितने भी लोग बायसरन में थे उनके लिए कोई सुरक्षा नहीं थी। आपने उनको सुरक्षित नहीं किया।

राजनाथ जी, उरी और पठानकोट के समय गृह मंत्री थे। आज जो गृह मंत्री हैं, उनके सामने पूरा मणिपुर जल गया।

आज देश खोखले भाषण नहीं चाहता, आज देश जानना चाहता है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में क्या हुआ और क्यों हुआ?

प्रियंका ने कहा कि अगर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे लड़ाकू विमानों का नुकसान नहीं हुआ तो सदन में रक्षा मंत्री क्यों नहीं बता देते।

राज्यसभा में खड़गे नाराज हुए तो नड्‌डा ने माफी मांगी

राज्यसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से माफी मांगनी पड़ी।

विपक्ष की ओर से खड़गे ने कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले के लिए कौन जिम्मेदार है, वह कुर्सी खाली करें। अगर कोई जिम्मेदार नहीं है तो पीएम जवाब दें।

इस पर जेपी नड्डा ने कहा, उन्होंने (खड़गे) प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की है, वह (मोदी) दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

आप पार्टी से इतने जुड़ गए हैं कि देश गौण हो जाता है और मेंटल बैलेंस खोकर इस तरीके से बात कर रहे।

जेपी नड्डा के इस बयान पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया और खड़गे नाराज हो गए।

खड़गे ने कहा कि उन्होंने (जेपी नड्डा) मुझे मेंटल कहा है, तो मैं इसे छोड़ने वाला नहीं हूं।

इसके बाद जेपी नड्डा ने कहा कि अगर आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं इसके लिए आपसे माफी भी मांगता हूं।

इसके बाद सदन के रिकॉर्ड से जेपी नड्डा का कमेंट हटाया गया।

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इससे पहले राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत किसी हद तक जाएगा।

हमारी सेना ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या करने वाले तीनों आतंकवादियों को मार गिराया है।

ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र नहीं, ‘ऑपरेशन महादेव’ पर बात

लोकसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या पाकिस्तान द्वारा की गई।

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए परमिशन दी और सेना ने पाकिस्तानी अड्डों को चूर-चूर कर दिया, मैं इस पर जवाब देने के लिए खड़ा हुआ हूं।

उन्होंने कहा कि कल से सदन में पक्ष और विपक्ष दोनों की चर्चा चल रही है। आगे घटना न हो, इस पर भी चिंतन होना चाहिए।

मैं पूरे देश को ‘ऑपरेशन महादेव’ की जानकारी देना चाहता हूं। पहलगाम हमले के 3 आतंकी मारे गए है।

28 जुलाई को सुलेमान, फैजल अफगान और जिब्रान तीन आतंकी एक संयुक्त अभियान में मारे गए।

सुलेमान लश्कर का कमांडर था, इसके ढेरों सबूत हैं। अफगान और जिब्रान ए श्रेणी के आतंकी थे।

जिस दिन पहलागाम अटैक हुआ, उसी रात को एक सुरक्षा मीटिंग हुई थी।

इन्होंने कहा कि सिर्फ राहुल गांधी गए। 22 अप्रैल को 1 बजे हमला हुआ, साढ़े पांच बजे मैं कश्मीर में था।

23 अप्रैल को सुरक्षा मीटिंग हुई, इसमें निर्णय हुआ कि हत्यारे पाकिस्तान भागने न पाएं।

22 मई को IB के पास इंटेल आई और दाचीगाम में आतंकियों की मौजूदगी की बात आई।

इस सूचना के पुख्ता करने के लिए मई से जुलाई तक प्रयास किए गए।

ठंड में हमारे अधिकारी आतंकियों के सिग्नल हासिल करने के लिए घूमते रहे।

सुरक्षाबलों ने इन्हें घेरने का काम किया और कल जो हुआ, वो सबके सामने है।

निर्दोष लोगों को मारने वालों को हमारी सेनमा ने मौत के घाट उतार दिया है।

मोदी जी ने पहलगाम के हमलावर आतंकी और उन्हें भेजने वाले आतंकी, दोनों को मार गिराया।

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3 आतंकी ढेर: नाम सुलेमान, फैजल और जिब्रान

अमित शाह ने कहा, कल शाम मुझे वीडियो कॉल पर बताया गया कि मारे गए पहलगाम के आतंकी हैं।

जब आतंकियों के शव श्रीनगर आए, उनकी पहचान कराई गई। हम लोगों ने कोई जल्दबाजी नहीं की।

जो कारतूस मिले, उसका FSL कराकर रखा था। इनके पास एक अमेरिकन और दो AK-47 राइफलें मिलीं।

मिलान होने पर तय हो गया कि इन्हीं राइफलों से पहलगाम हमले को अंजाम दिया गया था।

आतंकी कहां से आए, कहां गए, ये जिम्मेदारी किसकी है? ये हमारी ही जिम्मेदारी है।

जब आपकी सरकार थी, तब किसकी जिम्मेदारी थी।

कल चिदंबरम ने सवाल उठाया कि आतंकी पाकिस्तान से आए, इसका सबूत कहां है।

मैं चिदंबरम जी को कहना चाहता हूं कि हमारे पास सबूत है कि तीनों पाकिस्तानी थे।

दो के तो पाकिस्तान के वोटर होने की बात मौजूद हैं। इनके पास जो चॉकलेट मिलीं, वो भी पाकिस्तान मेड हैं।

सपा प्रमुख अखिलेश की टिप्पणी से सदन में हंगामा

गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने टिप्पणी की, जिससे सदन में हंगामा मच गया।

अखिलेश यादव का कहना था- आपकी पाकिस्तान से बात हुई। इस पर गृह मंत्री ने उनसे कहा- बैठ जाइए, बात सुन लीजिए।

अमित शाह ने अखिलेश से कहा कि आतंकियों का धर्म देखकर दुखी मत हों, आतंकी मारे गए, इसकी भी खुशी नहीं हो रही।

मैं अपेक्षा करता था कि जब विपक्ष आतंकियों के मारे जाने की सूचना सुनेगा तो विपक्ष में खुशी की लहर दौड़ जाएगी, लेकिन इनके चेहरे पर स्याही फैल गई।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र से सवाल किया कि सरकार बताए कि पाकिस्तान के पीछे कौन सा देश है।

हमें चीन से उतना ही खतरा है, जितना आतंकवाद से हैं। जिन एयरक्राफ्ट को नींबू-मिर्च लगाकर पूजा, वे कितने उड़े थे?

हमारे पड़ोसी देश या तो अतिक्रमण कर रहे हैं या हमारे साथ नहीं है। सरकार के ऐसे मामलों में सतर्कता से काम लेना होगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि हमें अपनी फौज पर गर्व है। सेना ने अपना ऑपरेशन शुरू किया तो टेरर कैंप और वहां के एयरबेस को भी ध्वस्त किया।

सीजफायर की घोषणा सरकार करती तो अच्छा था। लेकिन सरकार ने किस दबाव के चलते सीजफायर स्वीकार किया?

सरकार जनता के इमोशंस का फायदा उठा रही है। हमले के दिन हर पर्यटक पूछ रहा था कि कोई हमारी रक्षा करने वाला, बचाने वाला क्यों नहीं था।

जो सरकार दावा करती है कि 370 के बाद कश्मीर में कोई घटना नहीं होगी। वहां लोग सरकार के आश्वासन पर गए थे। आखिर वहां सिक्योरिटी लैप्स की जिम्मेदारी कौन लेगा?

पहलगाम की घटना इसी वजह से है। सरकार को ये जरूर बताना चाहिए कि भविष्य में ये न हो, इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।

वहीं सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा- जब हजारों टूरिस्ट्स जम्मू-कश्मीर घूमने जा रहे थे, तो सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई थी।

इस घटना के लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है और इसके लिए जबावदेही तय करनी पड़ेगी।

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ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पक्ष-विपक्ष से किसने क्या कहा?

  • केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

कांग्रेस ने तय किया है कि भारत के सेना के शौर्य के खिलाफ दुनिया में माहौल बनाएं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

मैं उन्हें देशद्रोही तो नहीं सकता लेकिन यह हरकत सेना के शौर्य को नकारना और देश के प्रति नकारात्मक सोच रखना है।

  • कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम

हम समझते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर क्यों हुआ, लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि इसकी वजह क्या थी।

दरअसल, पहलगाम में हुई खुफिया और सुरक्षा संबंधी चूक इसकी वजह है।

सरकार इससे सबक ले, हर सैन्य अभियान की सफलताएं और असफलताएं होती हैं। सरकार को सब शेयर करना चाहिए।

  • कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई

हमें भारत के टॉप डिफेंस अधिकारियों के बयानों को पढ़ना चाहिए।

अगर कोई ऐसा दावा कर रहा है, तो क्या वे यह कह रहे हैं कि हमारे देश के CDS पाकिस्तान की तरफ हैं?

लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं? हमारे वरिष्ठ अधिकारी पाकिस्तान की तरफ हैं?

क्या हमारे बहादुर सैनिक और पायलट, जिनके मन में आज सवाल उठ रहे होंगे, वे पाकिस्तान की तरफ हैं?

  • कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर

हम चाहते हैं कि चर्चा जारी रहे, लेकिन सरकार चर्चा को रोकने की कोशिश कर रही है।

वे सवालों के जवाब नहीं दे रहे थे। वे बस गोल-मोल बातें कर रहे थे। उन्हें कांग्रेस पार्टी के सवालों का जवाब देना चाहिए।

  • कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला

जंग के दौरान कुछ न कुछ नुकसान होता है। राफेल गिरने की चर्चा हुई, हमारी सेना नहीं मानती हम भी नहीं मानते कि ऐसा हुआ।

मेरी गुजारिश है प्रधानमंत्री जी से, रक्षा मंत्री जी से राफेल की परेड कराकर दुनिया को दिखा दीजिए।

अपने मित्र डोनाल्ड ट्रंप को भी दिखा दीजिए कि हमारे पास 35 के 35 राफेल जस के तस  हैं।

  • कांग्रस सांसद बृजेंद्र सिंह ओला

पुलवामा में जो घटना हुई यह पूरी तरह से इंटेलिजेंस फेलियर था।

प्रधानमंत्री जी का क्रार्यक्रम था, इनपुट मिला कि ऐसी घटना हो सकती है।

मैं उस राज्य से आता हूं जहां से सबसे ज्यादा सैनिक सेना में जाते हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि एक भी सैनिक की शहादत नहीं हुई।

मैं जिस जिले से आता हूं, वहां के सुरेंद्र सिंह जी की इसी एक्शन में शहादत हुई है।

  • सपा सांसद धर्मेंद्र यादव

 ये गलती जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर से लेकर दिल्ली में गृह मंत्रालय तक ही है।

पूरे 140 करोड़ देशवासी इस घटना के बाद सेना और प्रधानमंत्री जी के साथ थे।

अमेरिका के राष्ट्रपति कहते हैं कि हमने व्यापार के दबाव में सीजफायर करा दिया यह हमारे देश के लिए शर्म की बात है।

आप लोग दिनभर नेहरू जी की आलोचना करते हो लेकिन उन्होंने दूसरे देश के सामने कभी घुटने नहीं टेके।

  • सपा सांसद राजीव राय

केंद्र सरकार सरकार सवालों से भागने की कोशिश कर रही हैं। विदेश मंत्री ने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।

अगर उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से बात नहीं की, तो क्या डोनाल्ड ट्रंप महाभारत के संजय हैं जो खुद ही सब कुछ जानते थे?

  • शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी

लोगों के मन में जो सवाल हैं, उनका जवाब मिलना ही चाहिए। हमें लोकसभा में चर्चा के लिए 16 घंटे का समय दिया गया है।

लेकिन, असली मुद्दा यह है कि जब भी हम सवाल उठाते हैं, हम पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया जाता है।

 

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