चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में बाजवा भाइयों के बीच सियासी जंग शुरू हो सकती है। राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कादियां सीट से 2022 चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इस सीट से अभी उनके भाई फतेहजंग बाजवा कांग्रेसी विधायक हैं।
प्रताप बाजवा ने कहा कि वह कादियां से चुनाव लड़ेंगे। इस बारे में पार्टी हाईकमान से बात हो चुकी है। लेकिल इस पर अभी फतेहजंग की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सांसद प्रताप बाजवा ने कहा कि मुझे हाईकमान का ग्रीन सिग्नल मिल चुका है। वह भी चाहते हैं कि मैं पंजाब में काम करूं। यह मुद्दा इसलिए अहम है, क्योंकि 3 दिन पहले ही पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू कादियां से फतेहजंग को टिकट के संकेत दे गए थे।
भाई पर बोले- परमात्मा जाने : प्रताप बाजवा से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद पूछा गया कि अभी इस सीट से उनके भाई MLA हैं। अगर वे चुनाव लड़ेंगे तो भाई फतेहजंग बाजवा कहां जाएंगे? इस पर प्रताप ने कहा कि यह परमात्मा जाने।
भाइयों की पुरानी जंग : कादियां में प्रताप और फतेहजंग की यह जंग नई नहीं है। 2012 तक यहां से प्रताप बाजवा ही चुनाव लड़ते रहे हैं। उनकी पत्नी चरणजीत कौर बाजवा 2012 में यहां से MLA रहीं। हालांकि उसके बाद 2017 में फतेहजंग को यह सीट दे दी गई थी। वह चुनाव जीत भी गए। प्रताप के अब फिर से इस सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा से कांग्रेस के भीतर नई कलह शुरू होनी तय है।
सिद्धू गए थे कादियां रैली में : नवजोत सिद्धू तीन दिन पहले ही फतेहजंग बाजवा के हक में रैली करने कादियां गए थे। वहां सिद्धू ने फतेहजंग की खूब तारीफ की। सिद्धू ने कहा था कि फतेहजंग अपनी सीट से बड़े अंतर से जीत हासिल करेंगे। इससे खुश फतेहजंग बाजवा ने भी सिद्धू को अगला सीएम बनाने की सांकेतिक पैरवी की।
प्रताप बाजवा ने इस रैली से दूरी बनाई थी। सिद्धू ने तब कहा था कि प्रताप बाजवा का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि अब नए समीकरण से कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर नई किचकिच हो सकती है।
बटाला में थे सक्रिय, कैप्टन के हटते ही किनारे हुए : इससे पहले प्रताप बाजवा बटाला में सक्रिय थे। वहां पर वह अगला विस चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। हालांकि अचानक कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के CM की कुर्सी से हटा दिया गया, जिसके बाद बाजवा के करीबियों को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट और मार्केट कमेटी से हटा दिया गया। अब प्रताप ने कादियां में सरगर्मी बढ़ा दी है।