#Politicswala Report
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हरियाणा, महाराष्ट्र और उपचुनावों में इंडिया गठबंधन के खराब प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है। एक इंटरव्यू में ममता ने कहा, “मैंने इंडिया गठबंधन बनाया। अगर इसका नेतृत्व करने वाले इसे ठीक से नहीं चला सकते, तो मुझे मौका दें। मैं बंगाल से ही गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हूं।”
ममता के इस बयान का शिवसेना के सांसद संजय राउत और समाजवादी पार्टी ने समर्थन किया है। राउत ने कहा, “हम भी चाहते हैं कि ममता बनर्जी विपक्षी इंडिया गठबंधन की प्रमुख भागीदार बनें। चाहे वह ममता हों, अरविंद केजरीवाल हों या शिवसेना, हम सब एक साथ हैं। हम जल्द ही कोलकाता में ममता से बात करेंगे।” वहीं, सपा नेता उदयवीर सिंह ने भी ममता के बयान को समर्थन देते हुए कहा, “लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों में से सपा ने 37 सीटें जीतीं, वहीं बंगाल में टीएमसी ने 42 में से 29 सीटें जीतीं। भाजपा को इन दोनों राज्यों में 35 सीटों का नुकसान हुआ। यदि सभी दल सहमत हों तो सपा ममता का समर्थन करेगी।”
भा.ज.पा. ने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व पर भरोसा नहीं है। भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्ष में कई नेता राहुल गांधी को राजनीति का ‘कच्चा खिलाड़ी’ मानते हैं और उन्हें राजनीतिक विफलता मानते हैं।
रणनीतिकारों के जरिए चुनाव नहीं जीते जाते – ममता बनर्जी
ममता ने चुनावी रणनीतिकारों के बारे में कहा, “कुछ रणनीतिकार घर बैठे सर्वे करते हैं और बाद में उन्हें बदल देते हैं। वे चीजों की प्लानिंग कर सकते हैं, लेकिन वोटर्स को बूथ पर नहीं ला सकते। सिर्फ बूथ कार्यकर्ता ही गांवों और लोगों को जानते हैं, वे चुनाव जिताते हैं। चुनावी रणनीतिकार केवल पैसे के बदले काम करते हैं, लेकिन उनके जरिए चुनाव नहीं जीते जाते।”
उत्तराधिकारी पर ममता ने कहा – पार्टी तय करेगी
जब ममता से उनके उत्तराधिकारी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “टीएमसी एक अनुशासित पार्टी है। यहां कोई भी नेता अपनी शर्तें तय नहीं कर सकता। पार्टी तय करेगी कि लोगों के लिए क्या सबसे अच्छा है। हमारे पास विधायक, सांसद और बूथ कार्यकर्ता हैं, जो तय करेंगे कि मेरे बाद पार्टी कौन संभालेगा।”
ममता ने पार्टी में उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी और करीबी नेताओं के बीच मतभेद की स्थिति पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा, “पार्टी के लिए हर कोई महत्वपूर्ण है। आज का नया चेहरा कल का अनुभवी होगा।” टीएमसी की ओर से ममता बनर्जी के नेतृत्व में पार्टी के भविष्य और इंडिया गठबंधन के भविष्य को लेकर चर्चा जारी है, जो आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना रखती है।