Karnataka MLC SL Bhojegowda: कर्नाटक में MLC एसएल भोजेगौड़ा ने ऐसा बयान दिया, जिसने पूरे राज्य में राजनीतिक और सामाजिक बहस छेड़ दी।
आवारा कुत्तों के मुद्दे पर चर्चा के दौरान उन्होंने दावा किया कि जब वे चिक्कमगलूर नगर परिषद के अध्यक्ष थे।
तब उन्होंने करीब 2800 आवारा कुत्तों को जहर देकर मरवाया और नारियल के पेड़ों के नीचे दफनाया था।
भोजेगौड़ा ने कहा कि यह कदम उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए उठाया था और इसके लिए वह जेल जाने को भी तैयार हैं।
पशु प्रेमी भी खतरा हैं – एसएल भोजेगौड़ा
कर्नाटक विधान परिषद में बुधवार को भोजेगौड़ा ने कहा कि उन्हें जानवरों की चिंता है।
लेकिन पशु प्रेमी भी एक खतरा हैं, क्योंकि वे कुत्तों को हटाने की किसी भी कार्रवाई में बाधा डालते हैं।
उन्होंने सुझाव दिया कि जो लोग सड़कों से कुत्तों को हटाने का विरोध कर रहे हैं।
उनके घरों में 10-10 कुत्ते छोड़ दिए जाएं, ताकि उन्हें असलियत समझ में आ सके।
उन्होंने सवाल उठाया, अगर कोई आवारा कुत्ता आपके बच्चों को काट ले तो आप क्या करेंगे?
रोजाना कुत्तों के काटने के मामले आते हैं और पीड़ित अस्पताल में भर्ती होते हैं।
ऐसे में केवल पशु अधिकार की बातें करना व्यावहारिक नहीं है।
सरकार ने जताई असहायता, विपक्ष ने कसा तंज
भोजेगौड़ा के बयान के जवाब में नगर प्रशासन एवं हज मंत्री रहीम खान ने कहा कि अदालत में लंबित याचिकाओं और पशु प्रेमियों के विरोध के कारण प्रशासन के हाथ बंधे हुए हैं।
इस पर कई एमएलसी ने तंज कसते हुए कहा कि हर पशु प्रेमी के घर कुत्ते छोड़े जाने चाहिए।
गौर करने वाली बात है, यह बयान ऐसे समय आया है जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR की सड़कों से अवारा कुत्ते हटाने का आदेश दिया है।
नगर निकायों को आवारा कुत्तों को पकड़ने, नसबंदी कराने और स्थायी शेल्टर में रखने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।
कर्नाटक में कुत्तों के हमलों की हालिया घटनाएं
राज्य में आवारा कुत्तों के हमले लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं।
- 12 अगस्त 2025 – बेंगलुरु यूनिवर्सिटी कैंपस में दो छात्राएं आवारा कुत्तों के हमले में घायल हुईं, जिनमें से एक की हालत गंभीर थी।
- 30 जुलाई 2025 – कोडिगेहल्ली में 70 वर्षीय बुजुर्ग को रात में टहलते समय आठ कुत्तों ने नोचकर मार डाला।
- 23 जुलाई 2025 – ओल्ड हुबली में तीन साल की बच्ची पर झुंड ने हमला कर दिया, CCTV में कुत्तों को उसे घसीटते हुए देखा गया।
वहीं कर्नाटक स्टेट सर्विलांस यूनिट की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से अगस्त 2025 के बीच 2.86 लाख डॉग बाइट केस दर्ज किए गए और संदिग्ध रेबीज से 26 मौतें हुईं।
केवल 4 से 10 अगस्त के बीच 5,652 कुत्तों के काटने के मामले सामने आए, हालांकि उस हफ्ते कोई रेबीज से मौत नहीं हुई।
बच्चों की सुरक्षा के लिए जेल जाने को भी तैयार
कर्नाटक MLC भोजेगौड़ा का यह बयान जिस अंदाज में आया, उसे लेकर पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने गहरी नाराजगी जताई है।
उनका कहना है कि इस तरह का स्वीकार न केवल पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन है, बल्कि यह एक अमानवीय सोच को बढ़ावा देता है।
सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं।
पशु अधिकार संगठन अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं, जबकि भोजेगौड़ा अपने रुख पर कायम हैं।
उन्होंने साफ कहा है कि अगर बच्चों की जान बचाने के लिए जेल भी जाना पड़े, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं।
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