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Indore Metro : मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के शुभारम्भ से पहले बड़ा बदलाव देखने को मिला, जब मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की जिद के आगे मेट्रो प्रशासन को झुकना पड़ा।
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस बात पर अडिग रुख अपनाया कि मेट्रो स्टेशनों के नाम वीरांगनाओं और ऐतिहासिक शख्सियतों के नाम पर होने चाहिए, ताकि इंदौर की मेट्रो परियोजना न केवल आधुनिकता का प्रतीक बने, बल्कि देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को भी सम्मान दे।कैलाश विजवर्गीय ने बदले इंदौर में 5 मेट्रो स्टेशन के नाम….. प्रशासन मौन
पहले स्थानीय लैंडमार्क के आधार पर तय किए गए मेट्रो के पांच स्टेशनों के नाम रातों-रात बदलकर वीरांगनाओं और ऐतिहासिक शख्सियतों के नाम पर रख दिया गया।
इस बदलाव के चलते मेट्रो के अनाउंसमेंट सिस्टम को भी शुभारंभ के दिन बंद रखना पड़ा।
-इंदौर मेट्रो के शुभारंभ की तैयारियों के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय की जिद और नाम बदलने की कहानी कई महीनों से जोर-शोर से चल रही थी।
-मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर के तहत पांच स्टेशनों के नाम स्थानीय लैंडमार्क के आधार पर तय किए थे।
-इन स्टेशनों के नाम बोर्ड पर अंकित भी किये गए।
-इन्हें मेट्रो में अंदर डिस्प्ले भी कर दिया गया था। यहाँ तक कि अनाउंसमेंट सिस्टम भी इन नामों के साथ पूरी तरह से अपडेट था।
– नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस बात पर अडिग रुख अपनाया कि मेट्रो स्टेशनों के नाम वीरांगनाओं और ऐतिहासिक शख्सियतों के नाम पर होने चाहिए, ताकि इंदौर की मेट्रो परियोजना न केवल आधुनिकता का प्रतीक बने, बल्कि देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को भी सम्मान दे।
विजयवर्गीय ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि स्टेशनों के नाम वीरांगनाओं जैसे झलकारी बाई, रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, और मां अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखे जाएंगे। इसके अलावा, एक स्टेशन का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर रखने की बात कही गई थी, जो महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी साहसिकता को दर्शाता है। उनकी इस मांग के बाद मेट्रो प्रशासन ने रातों-रात सभी पांच स्टेशनों के नाम बदलने का निर्णय लिया। कैलाश विजवर्गीय ने बदले इंदौर में 5 मेट्रो स्टेशन के नाम….. प्रशासन मौन
रातों-रात बदले गए स्टेशनों के नाम इस प्रकार हैं –
गांधी नगर स्टेशन – अब मां अहिल्याबाई मेट्रो स्टेशन
सुपर कॉरिडोर स्टेशन – अब रानी अवंतिका मेट्रो स्टेशन
विजय नगर स्टेशन – अब रानी दुर्गावती मेट्रो स्टेशन
राधा स्वामी स्टेशन – अब झलकारी बाई मेट्रो स्टेशन
खजराना स्टेशन – अब ऑपरेशन सिंदूर मेट्रो स्टेशन
इन नए नामों को स्टेशन बोर्ड्स रातों-रात अपडेट किया गया।
मेट्रो ट्रेनों के अंदर लगे डिस्प्ले बोर्डों पर भी पुराने नामों को हटाकर नए नाम लिखे गए। इस बदलाव की वजह से अनाउंसमेंट सिस्टम, जो पहले पुराने नामों के साथ प्रोग्राम किया गया था, को शुभारंभ के दिन बंद रखने का निर्णय लिया गया। मेट्रो प्रशासन ने बताया कि अनाउंसमेंट सिस्टम को नए नामों के साथ जल्द ही अपडेट किया जाएगा।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा ऐतिहासिक पहचान मजबूत होगी
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस बदलाव को इंदौर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, “इंदौर मेट्रो न केवल शहर की आधुनिकता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी वीरांगनाओं और ऐतिहासिक शख्सियतों के सम्मान का भी माध्यम बनेगी। मां अहिल्याबाई होल्कर, रानी दुर्गावती, झलकारी बाई और रानी अवंतिका जैसी वीरांगनाओं ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनके नाम पर स्टेशनों का नामकरण हमारी नई पीढ़ी को उनके बलिदान और साहस की कहानियां बताएगा।” विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ स्टेशन का नाम महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी अटूट शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बदलाव केवल नामों का नहीं, बल्कि शहर की सोच और संस्कृति को नई दिशा देने का प्रयास है।
मेट्रो प्रशासन ने बताया कि 7 जून तक महिलाओं के लिए मेट्रो में मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
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