UN General Assembly

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भारत बनाम पाकिस्तान: UNGA 2025 में तीखी जुबानी जंग, शरीफ के ‘नाटक’ पर भारत का पलटवार

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UN General Assembly: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) 2025 के मंच पर भारत और पाकिस्तान आमने-सामने आ गए।

शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में भारत पर गंभीर आरोप लगाए, कश्मीर मुद्दा उठाया और मई 2025 में हुए संघर्ष में पाकिस्तान की “जीत” का दावा किया।

इसके 24 घंटे बाद शनिवार को भारत ने कड़े शब्दों में जवाब दिया और शरीफ के भाषण को “बेतुका नाटक” बताया।

भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने, झूठ बोलने और वैश्विक समुदाय को गुमराह करने का आरोप लगाया।

जले हुए एयरपोर्ट जीत हैं तो जश्न मनाओ

गहलोत ने पाकिस्तान के “जंग जीतने” के दावे को खारिज करते हुए कहा, 9 मई तक पाकिस्तान भारत पर हमले की धमकी दे रहा था।

10 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों को नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जंग रोकने की गुहार लगाई। अगर जले हुए हवाई अड्डे जीत हैं, तो पाकिस्तान इसका जश्न मनाए।”

उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति का केंद्र बिंदु आतंकवाद है। कोई भी ड्रामा या झूठ इस सच्चाई को छिपा नहीं सकता।

गहलोत ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला दिया और बताया कि पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके स्थित आतंकी परिसरों में मारे गए आतंकियों को पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी और नेता खुलेआम श्रद्धांजलि देते हैं।

उन्होंने कहा, जब पाकिस्तान का शासन आतंकवादियों को सम्मान देता है, तो क्या इससे उसकी नीयत पर संदेह नहीं होता?

उन्होंने मांग की कि पाकिस्तान तुरंत सभी आतंकवादी शिविर बंद करे और दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करे।

भारत आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस अपनाएगा

भारत ने साफ किया कि वह परमाणु ब्लैकमेल या झूठे दावों के आगे नहीं झुकेगा।

गहलोत ने कहा, भारत अपने लोगों की रक्षा करने और आतंकियों को सजा देने का अधिकार रखता है।

हम आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों दोनों को जवाबदेह ठहराएंगे।

भारत की प्रतिनिधि ने पाकिस्तान पर यह भी आरोप लगाया कि उसने आतंकवादी संगठनों को बचाने के लिए बार-बार UNSC में वीटो का सहारा लिया।

उन्होंने याद दिलाया कि अप्रैल 2025 में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पर्यटक नरसंहार में शामिल आतंकी संगठन “रेजिस्टेंस फ्रंट” को सुरक्षा परिषद में बचाया था।

उन्होंने कहा, यह वही पाकिस्तान है जिसने ओसामा बिन लादेन को दस साल तक छुपाया और अब उसके मंत्री खुलेआम मान रहे हैं कि वे दशकों से आतंकी शिविर चला रहे हैं।

भारत ने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच सभी मुद्दे केवल द्विपक्षीय बातचीत से ही हल होंगे। किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है।

भारत ने पाकिस्तान के शांति प्रस्तावों को “दोगला रवैया” बताते हुए कहा कि एक तरफ वह कश्मीर का मुद्दा उठाता है और दूसरी तरफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है।

शरीफ के आरोप: कश्मीर, पहलगाम और हिंदुत्व

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में कश्मीर मुद्दा जोर-शोर से उठाया।

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह की मांग की और दावा किया कि भारत का “कश्मीर में अत्याचार जल्द खत्म होगा।”

शरीफ ने पहलगाम आतंकी हमले का भी जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तान ने उसकी अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की थी, लेकिन भारत ने इसे ठुकरा दिया।

उन्होंने भारत पर आरोप लगाया कि वह उस हमले को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहा है।

पाक पीएम ने कहा, भारत का कट्टरपंथी हिंदुत्व दुनिया के लिए खतरा है। हमने पहले भी चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान किसी बाहरी हमले को सहन नहीं करेगा। मई 2025 में हमारी चेतावनी सच साबित हुई।

शरीफ ने भारत पर सिंधु जल संधि तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम हमले के बाद भारत ने संधि में अपनी भागीदारी निलंबित कर दी, जो युद्ध जैसी कार्रवाई है।

पाकिस्तान ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया। इस पर भारत ने जवाब दिया कि संधि तभी बहाल होगी जब पाकिस्तान आतंकवाद पर काबू पाए और ठोस, सत्यापन योग्य कदम उठाए।

 

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