India slams Pakistan at UNSC

India slams Pakistan at UNSC

UN में भारत ने बंद की पाक की बोलती: कहा- जिनकी सेना 4 लाख महिलाओं से दुष्कर्म करे, उन्हें दूसरों को सिखाने का हक नहीं

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India slams Pakistan at UNSC: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को हर जगह मुंह की खानी पड़ रही है।

चाहे वो ऑपरेशन सिंदूर हो या फिर क्रिकेट का मैदान, अब एक फिर पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंच से भारत ने फटकार लगाई है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के मंच से भारत ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि वह एक ऐसा देश है जो अपने ही देशों पर बमबारी करता है।

ओपन डिबेट के दौरान UN में भारत के राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जो अपने ही लोगों पर नरसंहार भी करता है।

जो अपने लोगों पर बम गिराए और 4 लाख महिलाओं के साथ रेप जैसा अमानवीय अपराध करे, उसे दूसरों को सिखाने का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनिया का ध्यान भटकाने और गुमराह करने के लिए झूठ और बढ़ा-चढ़ाकर बातें करता है।

भारत की यह टिप्पणी पाकिस्तान के उस बयान पर आई है, जिसमें एक पाकिस्तानी अधिकारी ने आरोप लगाया था कि कश्मीरी महिलाएं दशकों से यौन हिंसा का सामना कर रही हैं।

वहीं, भारत ने एक बार फिर दोहराया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।

पाकिस्तान के काले चिट्ठे रखे सभा के सामने

भारतीय राजदूत हरीश पर्वतनेनी ने पकिस्तान के काले कारनामें सभा के सामने रखे।

उन्होंने कहा, पाकिस्तान वहीं देश है जिसने 1971 में ऑपरेशन सर्चलाइट चलाया था।

अपनी सेना को 4 लाख महिला नागरिकों के नरसंहार और सामूहिक बलात्कार के सुनियोजित अभियान को मंजूरी दी थी।

दुनिया पाकिस्तान के इस झूठे प्रचार को भली-भांति समझने लगी है।

इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सर्च लाइट का भी जिक्र किया जो 1971 में शुरू किया गया था, जिसने वर्तमान बांग्लादेश का दमन शुरू कर दिया था।

जिसमें 30 लाख लोग मारे गए और महिला नागरिकों के साथ बलात्कार किया गया।

बिना चेतावनी बम गिराए थे, 30 लोग मरे 

पाकिस्तान को जवाब देते हुए हरीश ने कहा दुर्भाग्य से हर साल हमें अपने देश के खिलाफ, खासकर जम्मू-कश्मीर जिस पर वे कब्जा जमाए बैठे हैं, पाकिस्तान के भ्रामक तीखे हमले को सुनने को मिलते हैं।

उन्होंने कहा पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में पाकिस्तानी सेना ने 22 सितंबर को बिना कोई चेतावनी जारी किए ही बम गिरा दिए। इस हमले की चपेट में आकर 30 लोगों की जान चली गई थी।

पाकिस्तान की वायुसेना इन हमलों के जरिए आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को निशाना बनाने की कोशिश कर रही थी। हालांकि, आतंकियों के बजाय हमले में अधिकतर नागरिकों की मौत हो गई।

बता दें पिछले हफ्ते भारतीय राजदूत केएस मोहम्मद हुसैन ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई थी कि बेबुनियाद प्रचार करने की बजाय उन्हें अपने ही मुल्क पर ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा था  यह विडंबना है कि दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देशों में से एक देश दूसरों को उपदेश देना चाहता है।

भारत के खिलाफ मनगढ़ंत आरोपों के साथ इस मंच का दुरुपयोग करने की उनकी कोशिशें उनके पाखंड को ही उजागर करती हैं।

 

 

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