Delhi CM Z Category Security

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बढ़ गई दिल्ली CM की सुरक्षा: अब Z+ सिक्योरिटी में रहेंगी रेखा गुप्ता, 24 घंटे तैनात रहेंगे CRPF जवान

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Delhi CM Z Category Security: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर ‘जनसुनवाई’ कार्यक्रम के दौरान हुए हमले ने पूरे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।

घटना के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करते हुए उन्हें Z-प्लस श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा प्रदान कर दी है।

अब उनकी सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस से हटाकर CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) को सौंप दिया गया है।

इसके तहत करीब 22 से 30 हथियारबंद कमांडो 24 घंटे मुख्यमंत्री के साथ तैनात रहेंगे।

जनसुनवाई में हमला, सीएम को लगी चोटें

20 अगस्त की सुबह करीब 8:15 बजे सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में साप्ताहिक जनसुनवाई चल रही थी।

इस दौरान गुजरात के राजकोट निवासी 41 वर्षीय राजेशभाई खीमजी भाई साकरिया शिकायतकर्ता बनकर पहुंचे।

उन्होंने सीएम को कागज सौंपने के बहाने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में सीएम रेखा गुप्ता के हाथ, कंधे और सिर पर चोटें आईं।

फिलहाल वे घर से काम कर रही हैं और सोशल मीडिया पर उन्होंने कहा कि हमला उनके “जनसेवा के संकल्प पर कायराना वार” था।

हमले के बाद बढ़ाई गई सीएम की सुरक्षा

हमले के बाद केंद्र सरकार ने तुरंत सुरक्षा समीक्षा बैठक की और सीएम की सुरक्षा दिल्ली पुलिस से हटाकर CRPF को सौंप दी।

पहले उन्हें Z-श्रेणी की सुरक्षा मिली थी, जिसे अब बढ़ाकर Z-प्लस कैटेगरी कर दिया गया है।

इसमें 22 से 30 प्रशिक्षित कमांडो चौबीसों घंटे उनके साथ रहेंगे।

Z-प्लस सुरक्षा भारत में सबसे ऊंचे स्तर की वीआईपी सुरक्षा श्रेणियों में से एक है।

इसमें क्लोज प्रोटेक्शन गार्ड, बुलेटप्रूफ गाड़ियां, एस्कॉर्ट वाहन और अतिरिक्त कमांडो भी शामिल होते हैं।

बताया जा रहा है कि अब रेखा गुप्ता के हर पब्लिक इवेंट से पहले सुरक्षा एजेंसियां एडवांस सिक्योरिटी ड्रिल करेंगी।

हमले से एक दिन पहले आरोपी ने रेकी की थी

आरोपी को दिल्ली पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था।

बुधवार रात में उसे मजिस्ट्रेट के घर पर पेश करने के बाद 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा दिया था।

दिल्ली पुलिस और इंटेलिजेंस ब्यूरो की जांच में सामने आया है।

आरोपी ने हमले से एक दिन पहले यानी 19 अगस्त को मुख्यमंत्री के शालीमार बाग स्थित आवास की रेकी की थी।

सीसीटीवी फुटेज में वह फोन पर बात करते और आवास के बाहर रिकॉर्डिंग करते दिखा।

यहां तक कि एक वीडियो में वह सीएम आवास के अंदर ऑफिस में बैठकर रिकॉर्डिंग करता नजर आया।

उसके फोन से जनसुनवाई कार्यक्रम से जुड़े दो वीडियो भी बरामद किए गए हैं।

दिल्ली पुलिस बोली – सुरक्षा में चूक नहीं

दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई।

अधिकारियों का कहना है कि हमले के पीछे आरोपी की मानसिक स्थिति और व्यक्तिगत कारण भी हो सकते हैं।

हालांकि, केंद्र सरकार ने हालात को देखते हुए सुरक्षा एजेंसी बदलने का फैसला किया ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस हमले को उनकी हत्या की सुनियोजित साजिश बताया है।

वहीं, दिल्ली पुलिस अभी इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी अकेले आया था या किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।

पुलिस ने उसके पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले हैं, जिनमें गुजरात में चाकूबाजी समेत 5 आपराधिक मामले दर्ज मिले हैं।

भाजपा और AAP में आरोप-प्रत्यारोप

इस घटना के बाद राजनीतिक विवाद भी तेज हो गया है।

भाजपा विधायक हरीश खुराना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर आरोपी राजेश की एक फोटो शेयर की।

जिसमें वह आम आदमी पार्टी (AAP) के गुजरात विधायक गोपाल इटालिया के साथ नजर आ रहा है।

खुराना ने दावा किया कि इस हमले में AAP का हाथ है।

हालांकि, AAP ने इस आरोप को खारिज करते हुए फोटो को एडिटेड बताया।

AAP की गुजरात यूनिट ने कहा कि भाजपा ने AI की मदद से फोटो में छेड़छाड़ की है।

विधायक गोपाल इटालिया ने भी सफाई देते हुए एक पुराना वीडियो लिंक शेयर किया और कहा कि उसी के स्क्रीनशॉट्स को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।

आरोपी ‘पेट लवर’ और मानसिक रूप से अस्थिर

राजेशभाई साकरिया रिक्शा चलाता है और राजकोट के कोठारिया इलाके का रहने वाला है।

उसकी मां भानुबेन साकरिया ने मीडिया से कहा कि उनका बेटा मानसिक रूप से अस्थिर है और पशु-पक्षियों से बहुत प्रेम करता है।

वह सुप्रीम कोर्ट के कुत्तों को पकड़ने के आदेश से परेशान था और इसी कारण उसने दिल्ली जाकर विरोध दर्ज कराने की बात कही थी।

मां का दावा है कि राजेश किसी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं है।

आरोपी राजेश इस साल की शुरुआत में अयोध्या गया था जहां बंदरों को खिलाने और उनकी देखभाल करने की बात सामने आई।

इसके अलावा गुजरात के खोडलधाम में भी उसने आवारा पशुओं के संरक्षण को लेकर प्रदर्शन किया था।

पुलिस इन सभी तथ्यों को जांच में शामिल कर रही है ताकि यह साफ हो सके कि हमला व्यक्तिगत था या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।

 

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