Voter Adhikar Yatra: बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा का शनिवार को सातवां दिन रहा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कटिहार जिले के कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र के सिमरिया गांव में किसानों से मुलाकात की।
इस दौरान राहुल ने घुटनों तक पैंट चढ़ाकर तालाब में उतरकर मखाना की खेती का जायजा लिया और किसानों से खेती की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली।
यह दृश्य देखते ही स्थानीय लोग काफी उत्साहित हो गए और बड़ी संख्या में राहुल को देखने के लिए मौके पर जुट गए।
कुर्सेला से सिमरिया तक यात्रा
शनिवार सुबह 8 बजे वोटर अधिकार यात्रा कुर्सेला चौक से शुरू हुई।
यात्रा का रूट समेली, डूमर और गेड़ाबारी होते हुए कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र के सिमरिया गांव तक रहा। यहां एक घंटे का लंच ब्रेक रखा गया।
इसके बाद शाम 4 बजे यात्रा कारगिल चौक से फिर ससे शुरू होगी और अंबेडकर चौक, मोंगरा फाटक चौक, डंडखोरा तथा सौनैली मार्ग से होकर कदवा कुम्हरी पहुंचेगी।
शाम 7:30 बजे राहुल गांधी एक जनसभा को संबोधित करेंगे और इसके बाद उनका काफिला पूर्णिया जिले के लिए रवाना हो जाएगा।
मखाना किसानों से बातचीत
कटिहार में यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने किसानों से पूछा कि मखाना की खेती कैसे होती है और उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
किसानों ने बताया कि बाढ़, जलभराव और लागत बढ़ने से खेती पर असर पड़ता है।
राहुल ने कहा कि उनकी समस्याओं को संसद में उठाया जाएगा और मखाना के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ठोस नीति पर जोर दिया जाएगा।
इस दौरान बिहार से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम भी तालाब में राहुल के साथ उतरे।
स्थानीय लोगों के लिए यह दृश्य किसी बड़े आकर्षण से कम नहीं था। लोग राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने की कोशिश करते रहे।
राहुल को देखने आए पर वह रुके नहीं
यात्रा के दौरान कुर्सेला शहीद चौक पर सुबह से ही महागठबंधन समर्थक और स्थानीय लोग राहुल-तेजस्वी की एक झलक पाने के लिए जमा हो गए थे।
बारिश के बावजूद भीड़ का उत्साह कम नहीं हुआ। हालांकि, राहुल-तेजस्वी का काफिला वहां बिना रुके आगे बढ़ गया, जिससे कुछ लोगों ने निराशा भी जताई।
इससे पहले मुंगेर के घोरघट में स्थानीय लोगों में राहुल-तेजस्वी को लेकर नाराजगी देखने को मिली थी।
यहां 20 फीट ऊंची भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण होना था।
लेकिन कार्यक्रम में बदलाव के चलते यह संभव नहीं हो सका। जिससे लोगों में असंतोष देखा गया था।
FIR से कौन डरता है – तेजस्वी यादव
यात्रा के दौरान दर्ज हुई FIR को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, FIR से कौन डरता है?
‘जुमला’ शब्द कहना भी अपराध हो गया है। हम किसी FIR से नहीं डरते और सच बोलते रहेंगे।
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने भी तीखा बयान दिया।
उन्होंने कहा, भले ही एक हजार FIR दर्ज हो जाएं, फर्क नहीं पड़ता।
यह यात्रा भाजपा के विचारों से आजादी के लिए है। हम वोट चोरी नहीं होने देंगे।
मोदी-नीतीश पर बरसे राहुल-तेजस्वी
शुक्रवार को वोटर अधिकार यात्रा के छठे दिन राहुल गांधी ने भागलपुर के घंटा घर चौक पर जनसभा की।
राहुल ने कहा, सरकार ने आम लोगों के लिए सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। OBC को दबाया जा रहा है।
संविधान में लिखा है कि हर व्यक्ति बराबर है, लेकिन पीएम मोदी और चुनाव आयोग मिलकर आपका वोट चोरी कर रहे हैं।
सभा के दौरान लाइट चली जाने पर राहुल ने कहा, देखिए लाइट काट दी गई है, लेकिन आवाज नहीं दबा सकते।
पीएम मोदी पर “वोट चोर महाराज” का तंज कसते हुए राहुल ने कहा कि बिहार में एक भी वोट चोरी नहीं होने देंगे।
वहीं, तेजस्वी यादव ने यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार पर भी हमला बोला।
उन्होंने कहा, राहुल गांधी जी जो सवाल पूछते हैं, पीएम मोदी उसका जवाब नहीं देते।
नीतीश पलटी मारते हैं, यह उनका आखिरी चुनाव है।
मैं लिखकर देता हूं कि अब नीतीश कुमार बिहार के सीएम नहीं बनेंगे, बीजेपी उनका हिसाब कर देगी।
आनेवाले दिनों में यात्रा में शामिल होंगे बड़े नेता
वोटर अधिकार यात्रा में आने वाले दिनों में कई बड़े विपक्षी नेता शामिल होंगे। प्रियंका गांधी 26-27 अगस्त को इस यात्रा का हिस्सा बनेंगी।
27 अगस्त को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन यात्रा से जुड़ेंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 29 अगस्त को यात्रा में शामिल होंगे।
30 अगस्त को सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस यात्रा का हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा आने वाले दिनों में और भी नेता इस यात्रा में दिखेंगे।
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू सुखविंदर के अलावा विपक्ष के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
बहरहाास, वोटर अधिकार यात्रा बिहार में बड़े राजनीतिक संदेश के साथ आगे बढ़ रही है।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मेहनत और विपक्षी नेताओं की भागीदारी से यह यात्रा राष्ट्रीय स्तर अधिक चर्चा का विषय बन रही है।
इस यात्रा के जरिए महागठबंधन का मकसद 2025 बिहार विधानसभा चुनाव और 2029 लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत जनाधार तैयार करना है।
You may also like
-
‘हमनें भारत-रूस को चीन के हाथों खो दिया’: ट्रंप की निकली अकड़, US राष्ट्रपति ने जताया अफसोस
-
गालीकांड से नहीं उबरी कांग्रेस अब ‘बिहार-बीड़ी’ विवाद पर घिरी, माफी मांग कर पोस्ट डिलीट करनी पड़ी
-
कर्नाटक CM ने राष्ट्रपति से पूछा- क्या आपको कन्नड़ आती है? BJP बोली- ये सोनिया से पूछने की हिम्मत है
-
महिला IPS को डिप्टी CM ने धमकाया: अजित पवार बोले- तेरे अंदर इतना डेरिंग, मैं तेरे ऊपर एक्शन लूंगा
-
47% मिनिस्टर पर क्रिमिनल केस, 653 में से 174 मंत्रियों पर मर्डर-रेप जैसे गंभीर आरोप