Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जहां राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है, वहीं प्रत्याशियों के हलफनामों ने एक नया सियासी तापमान पैदा कर दिया है।
तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी जैसे दिग्गज नेताओं की संपत्ति को लेकर चर्चाएं चल ही रही थीं, लेकिन अचानक एक नया नाम सुर्खियों में आ गया।
एक ऐसा नाम जो सत्ता की सीढ़ियों पर तो नहीं, लेकिन संपत्ति के पायदान पर सबसे ऊपर खड़ा है।
पटना मेयर के बेटे ने मारी बाजी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहले चरण के नामांकन के उम्मीदवारों की संपत्ति और आपराधिक मामलों की जानकारी सामने आ गई है।
हलफनामों के जरिए अब यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार का सबसे अमीर प्रत्याशी न तो उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और न ही पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं।
बल्कि इस बार चुनावी मैदान में ‘धनकुबेर’ प्रत्याशी कोई और निकला है। ये है पटना मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार।
बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद शिशिर कुमार ने पटना साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है।
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे शिशिर ने संपत्ति के मामले में सभी दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।
हलफनामे के अनुसार, उनके पास लगभग 23 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिससे वे इस चुनाव में बिहार के सबसे अमीर प्रत्याशी बन गए हैं।
शिशिर के नामांकन के साथ ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
लोग यह देखकर हैरान हैं कि तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी जैसे बड़े नेताओं की संपत्ति भी शिशिर के आगे कम साबित हुई है।
सम्राट चौधरी की संपत्ति
बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने अपने हलफनामे में 10 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।
इसमें 99.32 लाख रुपये की चल संपत्ति और 8.28 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
राजनीतिक रूप से भले ही वे राज्य के सबसे प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं, लेकिन संपत्ति के पैमाने पर वे शीर्ष पर नहीं हैं।
तेजस्वी यादव की संपत्ति
आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने हलफनामे में 8.1 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।
इसमें 6.12 करोड़ रुपये की चल और 1.88 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। तेजस्वी यादव के पास 1.5 लाख रुपये नकद हैं।
तेजस्वी की पत्नी राजश्री यादव के पास 59.69 लाख रुपये की अचल संपत्ति और लगभग 1 लाख रुपये नकद हैं।
तेज प्रताप यादव की संपत्ति
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने 2.88 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। 2020 में उनकी संपत्ति 2.82 करोड़ थी, यानी 5 साल में मामूली बढ़ोतरी हुई है। इस बार उनकी चल संपत्ति घटकर 91.65 लाख रुपये रह गई है, जबकि अचल संपत्ति 1.96 करोड़ रुपये आंकी गई है।
बाहुबली नेताओं के वारिसों का जलवा
इस बार के चुनाव में सिर्फ धनकुबेर ही नहीं, बल्कि बाहुबली नेताओं के वारिस भी मैदान में हैं।
शहाबुद्दीन, मुन्ना शुक्ला, आनंद मोहन, प्रभुनाथ सिंह और सुनील पांडे जैसे नेताओं के बेटे-बेटियां चुनावी अखाड़े में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
ओसामा शहाब
शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब आरजेडी टिकट पर रघुनाथपुर सीट से लड़ रहे हैं।
उनके पास 66.38 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.45 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।
दिलचस्प यह है कि उनकी पत्नी के पास उनसे कहीं ज्यादा — करीब 4.25 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
शिवानी शुक्ला
मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला लालगंज सीट से चुनाव मैदान में हैं।
लंदन से एलएलएम की पढ़ाई कर चुकीं शिवानी के पास 21.28 लाख रुपये की चल संपत्ति है।
उनके पति वरुण तिवारी के पास केवल 2 लाख रुपये की चल संपत्ति है।
शिवानी के नाम कोई अचल संपत्ति नहीं है, जबकि उन्होंने अपने ऊपर 36.57 लाख रुपये का कर्ज बताया है।
चेतन आनंद
आनंद मोहन और लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद नवीनगर से जेडीयू प्रत्याशी हैं।
उनके पास 96.89 लाख रुपये की चल संपत्ति और 50 लाख रुपये की अचल संपत्ति है।
उनकी पत्नी आयुषी सिंह के पास 67.60 लाख रुपये की चल संपत्ति है।
चेतन आनंद ने अपने ऊपर 24.76 लाख रुपये का लोन दिखाया है।
रंधीर सिंह
प्रभुनाथ सिंह के बेटे रंधीर सिंह मांझी विधानसभा सीट से जेडीयू उम्मीदवार हैं।
उनके पास 38.59 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.37 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।
उनकी पत्नी के पास 33.64 लाख रुपये की चल संपत्ति है, लेकिन कोई अचल संपत्ति नहीं।
रंधीर सिंह ने अपने ऊपर 50 लाख रुपये का कर्ज बताया है।
विशाल प्रशांत
तरारी सीट से चुनाव लड़ रहे विशाल प्रशांत, चार बार विधायक रहे सुनील पांडे के बेटे हैं।
उन्होंने अपने हलफनामे में 1.72 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 2.20 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति बताई है।
उनकी पत्नी ऐश्वर्या राज उनसे भी ज्यादा अमीर हैं, जिनके पास 2.61 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है।
ऐश्वर्या के पास तीन किलो सोना, साढ़े 9 किलो चांदी और हीरे भी शामिल हैं।
विशाल प्रशांत ने अपने ऊपर 37.19 लाख रुपये का कर्ज घोषित किया है।
धनकुबेरों और बाहुबलियों की जंग
बिहार में हर चुनाव में एक सवाल जरूर उठता है — “कौन है सबसे अमीर प्रत्याशी?” इस बार इसका जवाब साफ है — शिशिर कुमार।
उन्होंने न केवल दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ा, बल्कि यह भी दिखा दिया कि बिहार की सियासत में नई पीढ़ी अब सिर्फ वंश के दम पर नहीं, बल्कि आर्थिक ताकत के सहारे भी मैदान में उतर रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार के इस चुनाव में “धनबल और जनबल” दोनों ही निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
जहां एक तरफ तेजस्वी और सम्राट जैसे नेता सत्ता के समीकरण बना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शिशिर कुमार जैसे नए चेहरे चुनावी चर्चा का नया केंद्र बन चुके हैं।
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