JDU Candidate First List

JDU Candidate First List

बिहार चुनाव 2025: JDU की पहली लिस्ट में 57 उम्मीदवारों के नाम, अनंत सिंह समेत 4 बाहुबलियों को टिकट

Share Politics Wala News

 

JDU Candidate First List: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बुधवार को अपने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में जारी इस लिस्ट में इस बार कई बड़े चेहरे, पुराने मंत्री और बाहुबली उम्मीदवार शामिल हैं।

पार्टी ने इस बार 4 बाहुबलियों—मोकामा से अनंत सिंह, एकमा से धूमल सिंह, कुचायकोट से अमरेंद्र कुमार पांडेय और मांझी से बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह —को टिकट दिया है।

साथ ही पार्टी ने 3 विधायकों के नाम कटे हैं और 4 महिलाओं को टिकट मिला है। 6 मौजूदा मंत्रियों पर भरोसा जताते हुए उन्हें दोबारा मैदान में उतारा गया है।

इनमें विजय कुमार चौधरी (सरायरंजन), श्रवण कुमार (नालंदा), मदन सहनी (बहादुरपुर), महेश्वर हजारी (कल्याणपुर), सुनील कुमार (भोरे) और रत्नेश सदा (सोनबरसा) शामिल हैं।

इसके अलावा चिराग पासवान के दावे वाली 5 सीटों सोनबरसा, अलौली, राजगीर, एकमा और मोरबा पर भी JDU ने कैंडिडेट उतारे हैं।

बाहुबलियों पर दांव, जातीय समीकरण का ध्यान

इस बार JDU ने टिकट बंटवारे में जातीय संतुलन और पुराने वोटबैंक दोनों को साधने की कोशिश की है।

पार्टी ने 57 सीटों में से 12 सीटें अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के उम्मीदवारों को दी हैं।

वहीं, कुछ सीटों पर पार्टी ने विपक्षी दलों से आए नए चेहरों पर भी दांव लगाया है।

मोकामा सीट से अनंत सिंह की उम्मीदवारी सबसे ज्यादा सुर्खियों में है।

अनंत सिंह पहले राजद (RJD) के टिकट पर विधायक रह चुके हैं, लेकिन जदयू से उनके रिश्ते पुराने रहे हैं।

उन पर कई आपराधिक मामले दर्ज रहे हैं, फिर भी पार्टी ने उन्हें टिकट देकर राजनीतिक संदेश दिया है कि वह जीतने वाले चेहरों पर भरोसा करना चाहती है।

इसके अलावा एकमा से धुमल सिंह, कुचाएकोट से अमरेंद्र पांडे, मांझी से बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह को टिकट दिया है।

चिराग पासवान के गढ़ में भी उम्मीदवार

JDU की इस लिस्ट में वो पांच सीटें भी शामिल हैं जिन पर लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान दावा कर रहे थे।

सोनबरसा, अलौली, राजगीर, एकमा और मोरबा सीट। चिराग पासवान इन सीटों को अपने कोटे में रखना चाहते थे।

लेकिन JDU ने इन पर भी अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। इससे NDA गठबंधन के अंदर मतभेद की स्थिति बन सकती है

सोनबरसा से रत्नेश सदा, मोरबा से विद्यासागर निषाद, एकमा से धूमल सिंह, राजगीर से कौशल किशोर और अलौली सीट से रामचंद्र सदा को मैदान में है।

महिला उम्मीदवारों सीमित, मुस्लिम नाम नदारद

JDU की इस पहली सूची में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं मिला है, जिससे अल्पसंख्यक वर्ग में नाराजगी की संभावना जताई जा रही है।

वहीं, महिला उम्मीदवारों की संख्या भी बेहद सीमित रखी गई है। गायघाट सीट से कोमल सिंह को टिकट दिया गया है।

वह लोजपा (रामविलास) सांसद वीणा देवी की बेटी और जदयू एमएलसी दिनेश सिंह की पुत्री हैं।

चर्चा थी कि कोमल सिंह लोजपा से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन यह सीट JDU को मिलने के बाद उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बना दिया गया।

पुराने विधायकों के टिकट कटे, नए चेहरे मैदान में

पहली लिस्ट में 18 विधायकों को रिपीट किया गया है। वहीं 2 पुराने विधायकों का टिकट को काट दिया गया है।

बरबीघा के सिटिंग विधायक सुदर्शन कुमार का टिकट काटकर पार्टी ने कुमार पुष्पंजय को प्रत्याशी बनाया है।

इसी तरह कुशेश्वरस्थान से अमन भूषण हजारी का टिकट काटा गया और उनकी जगह अतिरेक कुमार को मौका मिला है।

वहीं, सरायरंजन से विजय कुमार चौधरी के बेटे के चुनाव लड़ने की सूचना थी, लेकिन पार्टी ने फिर से मंत्री विजय चौधरी को ही उतारा है।

मंत्री महेश्वर हजारी के टिकट कटने की चर्चा चल रही थी, लेकिन पार्टी ने फिर से भरोसा जताया और कल्याणपुर से टिकट दिया।

पार्टी ने मंत्री श्रवण कुमार को नालंदा, मदन सहनी को बहादुरपुर, सुनील कुमार को भोरे, सोनबरसा से रत्नेश सदा को मैदान में उतारा है।

इसके अलावा हिलसा से 2020 के सबसे करीबी मुकाबले वाले प्रत्याशी कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को दोबारा टिकट दिया गया है।

उन्होंने पिछले चुनाव में महज 12 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। जमालपुर से नचिकेता मंडल तो मटिहानी से राजकुमार सिंह उम्मीदवार घोषित।

परसा से छोटे लाल राय (पूर्व RJD विधायक) को टिकट दिया गया है। छोटे लाल राय 2020 में RJD से चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार उन्होंने पार्टी छोड़कर JDU का दामन थाम लिया।

12 अनुसूचित जातियों के कैंडिडेट्स 

  1. सिंघेश्वर (अ.जा.) – रमेश ऋषिदेव
  2. सोनबरसा (अ.जा.) – रत्नेश सादा
  3. कुशेश्वरस्थान (अ.जा.) – अतिरेक कुमार
  4. सकरा (अ.जा.) – आदित्य कुमार
  5. भोरै (अ.जा.) – सुनील कुमार
  6. राजापाकर (अ.जा.) – महेन्द्र राम
  7. कल्याणपुर (अ.जा.) – महेश्वर हजारी
  8. अलौली (अ.जा.) – रामचंद्र सदा
  9. राजगीर (अ.जा.) – कौशल किशोर
  10. फुलवारी (अ.जा.) – श्याम रजक
  11. मसौढ़ी (अ.जा.) – अरुण मांझी
  12. राजपुर (अ.जा.) – संतोष कुमार निराला

लिस्ट में ये नाम भी शामिल हैं – 

  1. आलमनगर- नरेंद्र नारायण यादव
  2. बिहारीगंज- निरंजन कुमार मेहता
  3. मधेपुरा- कविता साहा
  4. महिषी- गुंजेश्वर साह
  5. बेनीपुर-विनय कुमार चौधरी
  6. दरभंगा ग्रामीण- ईश्वर मंडल
  7. बहादुरपुर- मदन सहनी
  8. गायघाट – कोमल सिंह
  9. सकरा- आदित्य कुमार
  10. कांटी- अजय कुमार
  11. कुचायकोट- अमरेंद्र कुमार पांडेय
  12. हथुआ- रामसेवक सिंह
  13. बरौली- मंजीत सिंह
  14. जीरादेई- भीष्म कुशवाहा
  15. रघुनाथपुर- विकास कुमार उर्फ जीशू सिंह
  16. बड़हरिया- इंद्रदेव पटेल
  17. महाराजगंज- हेम नारायण साह
  18. एकमा- धुमल सिंह
  19. मांझी- रणधीर सिंह
  20. परसा- छोटे लाल राय
  21. वैशाली- सिद्धार्थ पटेल
  22. महनार- उमेश सिंह कुशवाहा
  23. वारिसनगर- मांजरीक मृणाल
  24. समस्तीपुर- अश्वमेघ देवी
  25. मोरवा- विद्यासागर सिंह निषाद
  26. सरायरंजन- विजय कुमार चौधरी
  27. विभूतिपुर- रवीना कुशवाहा
  28. हसनपुर- राज कुमार राय
  29. चेरिया बरियारपुर- अभिषेक कुमार
  30. मटिहानी- राजकुमार सिंह
  31. खगड़िया बब्लू मंडल
  32. बेलदौर- पन्ना लाल पटेल
  33. जमालपुर- नचिकेता मंडल
  34. सूर्यगढ़ा- रामानंद मंडल
  35. शेखपुर- रणधीर कुमार सोनी
  36. बरबीघा- कुमार पुष्पंजय
  37. अस्थावां- जितेंद्र कुमार
  38. इस्लामपुर- रुहेल रंजन
  39. हिलसा- कृष्ण मुरारी
  40. नालंदा- श्रवण कुमार
  41. हरनौत- हरिनारायण सिंह
  42. मोकामा- अनंत सिंह
  43. संदेश- राधा चरण साह
  44. जगदीशपुर- भगवान सिंह कुशवाहा
  45. डुमरांव- राहुल सिंह

2020 के मुकाबले सीटें कम, लेकिन लक्ष्य बड़ा

2025 के विधानसभा चुनाव में जदयू 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि 2020 में पार्टी ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

उस समय जदयू ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी और RJD व BJP के बाद तीसरे स्थान पर रही थी।

इस बार सीटों की संख्या कम होने के बावजूद पार्टी का लक्ष्य 2010 जैसी मजबूत वापसी करना है।

नीतीश कुमार लगातार यह संदेश दे रहे हैं कि बिहार में विकास, सुशासन और जातीय संतुलन ही जदयू की प्राथमिकता है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, आगामी दिनों में दूसरी सूची में भी कई नए और युवा चेहरों को मौका मिल सकता है।

नीतीश कल से करेंगे प्रचार की शुरुआत

बिहार में पहले फेज के लिए 6 नवंबर को 121 सीटों पर वोट डाले जाएंगे और 14 नवंबर को नतीजे आएंगे।

पहली लिस्ट जारी होते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार अभियान की रूपरेखा तय कर दी है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, वे गुरुवार से नालंदा जिले से प्रचार की शुरुआत करेंगे।

जदयू की रणनीति है कि नीतीश की ‘सात निश्चय योजना’ और उनके शासनकाल की उपलब्धियों को चुनावी केंद्र बिंदु बनाया जाए।

जदयू की यह पहली सूची 2025 के चुनावी समीकरणों की दिशा तय करती दिख रही है।

बाहुबलियों को टिकट देना, मुस्लिम उम्मीदवारों को शामिल न करना, चिराग पासवान के गढ़ में कैंडिडेट उतारना।

ये सब फैसले बताते हैं कि नीतीश कुमार इस बार “जो जीतेगा वही सही” की नीति पर चल रहे हैं।

अब देखना होगा कि जनता इन रणनीतियों को कितनी स्वीकार करती है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *