#politicswala Report
अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने पत्रकार और भाजपा नेता रहे बलबीर पुंज द्वारा औरंगजेब और मुगलों के विरुद्ध लिखे गए आलेख की आलोचना हो रही है। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह शाह ने पुंज की ऐतिहासिक अज्ञानता और पूर्वाग्रहों को सामने रखा है।
नसीर का कहना है कि मुगलों और औरंगजेब के बहाने पुंज भारत के मुसलमानों पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि पुंज ने इतिहास ठीक से पढ़ा ही नहीं। वे मुगलों के बारे में कुछ ख़ास नहीं जानते।
नसीर बताते हैं कि इस्लाम मुगलों से पहले ही मालाबार तट पर आ चुका था, जहाँ मंदिरों को नष्ट करने या धर्म परिवर्तन के कोई प्रमाण नहीं हैं। वे पुंज के तर्क का खंडन करते हैं कि पड़ोसी देशों में गैर-मुस्लिम समुदायों के विलुप्त होने का कारण “आक्रमणकारी” थे।
नसीर का कहना है कि भारत में कोई भी मुसलमान औरंगजेब को आदर्श नहीं मानता, जबकि बाबर, अकबर और शाहजहां को सम्मान मिलता है। वे पुंज की विरोधाभासी बातों की ओर इशारा करते हैं – अगर मुगल मंदिरों को नष्ट करना पसंद करते थे, तो “लाखों हिंदू और हजारों मंदिर कैसे बचे?”
Related video
शाह सवाल उठाते हैं कि केवल मुगलों को, जो यहां बसने आए थे, लूटने नहीं, हमारे तथाकथित देशभक्तों द्वारा निरंतर निंदा का निशाना क्यों बनाया जाता है। मुगलों ने वास्तुकला, साहित्य, चित्रकला, संगीत और कविता के खजाने छोड़े। केवल औरंगजेब कट्टरपंथी था, अन्य मुगल काफी हद तक धर्मनिरपेक्ष थे।
उनका तर्क है कि विश्व स्तर पर इस्लामोफोबिया के कारण मुगलों को तैमूर, नादिर शाह जैसे लुटेरों से भ्रमित किया जाता है. दुनिया केवल मुगलों को जानती है, इसलिए उन्हें बदनाम किया जाना चाहिए। चूंकि मुगल मुसलमान थे, इसलिए सभी मुसलमान आक्रमणकारी हैं – यह गलत धारणा है
You may also like
-
अफ़ग़ान बाल वधू बनी यूरोप की शीर्ष बॉडीबिल्डर!
-
आडवाणी ने जो सांप्रदायिकता के बीज बोए, उसकी फ़सलें अब मोदी जी काट रहे हैं !
-
सबसे अलग .. बिहार में भाजपा हिन्दुत्वादी क्यों नहीं दिखती ?
-
68 लाख किलो नकली घी बेचकर जैन सेठों ने भगवान को लगाया 250 करोड़ का चूना !
-
#biharelection .. माथा देखकर तिलक करता चुनावआयोग
